कौशाम्बी। कोरोना की तीसरी लहर और भी भयावह है। इसकी रोकथाम को लेकर जहां सरकार तमाम प्रयास कर रही है। वहीं आमजन ने भी देश दुनिया को महामारी से मुक्ति दिलाने के लिए धार्मिक अनुष्ठान, यज्ञ, महायज्ञ कर देवी देवताओं को आहूति देना शुरू कर दिया है। शनिवार को कड़ा वासिनी के दरबार में भक्तों ने मृत्यु पर विजय दिलाने वाली देवी तारा की आराधना कर कोरोना से मुक्ति की कामना किया। कड़ा समिति के प्रमुख तीर्थ पुरोहित लालचंद पंडा की अगुवाई में मां शीतला धाम प्रांगण में आठ दिवसीय महायज्ञ का शुभारंभ किया गया। तीर्थ पुरोहित ने कहा कि आदिकाल से संसार समय-समय पर महामारियों से पीडि़त होता आया है। जब मेडिकल साइंस किसी महामारी का इलाज खोजने में कामयाब नहीं होता तो उस समय महामारियों से मुक्ति के लिए देवी-देवताओं को समर्पित धार्मिक अनुष्ठान,यज्ञ, महायज्ञ से महमारी को नियंत्रण किया जाता था। महामारियों के नियंत्रण के संदर्भ में दुर्गा सप्तशती में मृत्यु पर विजय प्राप्त करने की देवी तारा तथा भय कलह एवं शोक की अधिष्ठात्री देवी मां धूमावती की आराधना का उल्लेख किया गया है। आयोजित यज्ञ में इन्हीं देवियों को प्रसन्न करने के लिए आठ दिवसीय महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। यज्ञ के माध्यम से संपूर्ण संसार को कोरोना वायरस से मुक्ति के लिए माता से मन्नत की जा रही है। कार्यक्रम में तीर्थ पुरोहितं कृपाशंकर पंडा, शिवदर्शन पंडा, गुरुप्रसाद पंडा, कुन्ना, नरेश पंंडा, बादल पंडा दीपचंद मौजूद रहे।
सुशील केसरवानी
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