श्रीनगर। कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश प्रशासन ने जम्मू-कश्मीर शिक्षा बोर्ड की चल रही दसवीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया। साथ ही बारहवीं की परीक्षाओं को स्थगित करने के साथ सभी निजी टयूशन सेंटरों व स्कूलों को 30 अप्रैल तक बंद करने के आदेश जारी कर दिया है।
गुरुवार को उपराज्यपाल कार्यालय ने ट्विट करके दसवीं कक्षा की परीक्षाओं को रद्द किए जाने की पुष्टि की है। ट्विट के जरिये कहा गया है कि दसवीं कक्षा की बाकी बची परीक्षाओं को रद्द किया जा रहा है। बच्चों को ग्यारहवीं कक्षा में प्रोमोशन करने का फैसला बाद में लिया जाएगा। यह फैसला उनकी अब तक हुई परीक्षा व इंटरनल असेसमेंट के आधार पर लिया जाएगा। इसके अलावा प्रशासन ने बारहवीं की बाकी बची परीक्षाओं को भी फिलहाल टाल दिया है। अब बाकी पेपरों की परीक्षा कब होगी, इसको लेकर एक महीने बाद बोर्ड कोई फैसला लेगा।
उल्लेखनीय है कि दसवीं कक्षा के अभी भी हिंदी, उर्दू, मैथेमेटिक्स, म्यूजिक, पेंटिंग आर्ट्स एंड ड्राइंग और साइंस के पेपर होना बाकी थे लेकिन प्रशासन ने शेष परीक्षाओं को न कराने का फैसला लिया गया है। दसवीं की परीक्षाएं 24 अप्रैल को संपन्न होनी थी। इसी तरह बाहरवीं कक्षा के 17 अप्रैल कोे आइटी एंड आइटीइएस, 22 अप्रैल को कैमिस्ट्री, 26 अप्रैल को मैथेमेटिक्स, एप्लाइड मैथेमेटिक्स और 29 अप्रैल को बायो, बॉटनी, जूलाजी और स्टेटिस्टिक्र अकाउंटेंसी आदि की होने वाल पेपर अब स्थगित कर दिये गये हैं। स्थगित बारहवीं की परीक्षाओं के लिए बोर्ड एक महीने बाद फिर से समीक्षा करेगा और अगर कोरोना के मामले कम हुए तो बोर्ड बारहवीं के पेपरों की अलग से डेटशीट जारी करेगा।
गुरुवार को आपदा प्रबंधन के सदस्य सचिव सिमरनदीप सिंह ने स्कूलों और टयूशन सेंटरों को 30 अप्रैल तक बंद रखने का आदेश जारी किया। पहली से लेकर बारहवीं तक के स्कूल चार अप्रैल से 18 अप्रैल तक पहले ही बंद थे लेकिन अब स्कूलों के साथ टयूशन सेंटरों को भी 30 अप्रैल तक बंद कर दिया गया है। इसी बीच शिक्षा निदेशक जम्मू रवि शंकर शर्मा ने भी अपने मुख्य शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अगर कोई टयूशन सेंटर खुला पाया जाता है तो उस सेंटर को आपदा प्रबंधन आदेश की अवहेलना का दोषी पाते हुए स्थायी रूप से बंद करवा दिया जाए।
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