राणा ओबराय
चंडीगढ। हरियाणा की खट्टर सरकार अपने नित नए प्रयोग के बारे में मशहूर है। इसका एक ताजा उदाहरण यह है। हरियाणा सिविल सचिवालय से जो भी कर्मचारी या अधिकारी रिटायर होता है। कर्मचारी संगठन सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारी को विदाई पार्टी देते हैं। परन्तु हद तो तब हो जाती है, जब वह अधिकारी या कर्मचारी मन्त्री या किसी बड़े अधिकारी की चमची मारकर अगले दिन पुनः उसी सीट पर बैठा हुआ दिखाई देता है। तब सचिवालय के कर्मचारी अधिकारी उसे रिटायर्ड को देख आग बुबला हो जाते हैं। क्योंकि उनका बस नही चलता। अब शायद सचिवालय के कर्मचारियों के हौंसले ने जवाब दे दिया है। इसलिए वह खट्टर सरकार के खिलाफ बगावत करने के लिए तैयार हो गए हैं। हरियाणा कर्मचारी संगठन के एक नेता ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में खट्टर सरकार की कार्यशैली के खिलाफ बोलते हुए कहा है कि यदि रिटायर्ड लोगो को पद से नही हटाया गया तो वह कोर्ट में भी जा सकते हैं! उन्होंने कहा रिटायर्ड को पुनः नोकरी देने से युवाओं के साथ नइंसाफी हो रही है। युवा बेरोजगार घूम रहे हैं। उन्होंने सीएम खट्टर से आग्रह किया, कि हरियाणा सिविल सचिवालय चंडीगढ में लगे रिटायर्ड अधिकारियों व कर्मचारियों को पद से हटाया जाए और जिनका प्रमोशन के बाद उस सीट पर बैठने का अधिकार है।उसको यह अधिकार दिया जाएं। जिससे कर्मचारियों में दिलो में सरकार की स्वच्छ छवि बनेगी।
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