अश्वनी उपाध्याय
गाज़ियाबाद। जिलें में धरना-प्रदर्शन करने के लिए जिला कलेक्ट्रेट परिसर में एक स्थान निश्चित है। परंपरा के अनुसार प्रदर्शनकारी यहाँ धरना देने के बाद डीएम को ज्ञापन देने जाते हैं। आंदोलनकारियों को शांत करने के लिए जिला प्रशासन ने एक नई शुरुआत की है। इस पहल के तहत, आंदोलनकारियों से मांगों का ज्ञापन या चार्टर प्राप्त करते समय, जिला अधिकारी या संबन्धित अधिकारी उन्हें 10 मूलभूत कर्तव्यों के चार्टर को प्रदर्शित करते हुए एक पुस्तिका सौंपेंगे। हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित खबर के अनुसार, जिला मजिस्ट्रेट अजय शंकर पाण्डेय ने कहा “हमारे रिकॉर्ड के अनुसार, कलेक्ट्रेट में पिछले तीन महीनों में 50 से अधिक आंदोलन हुए हैं। जिसमें किसान संघ, निवासियों के कल्याण संघ (आरडब्ल्यूए) और पेरेंट्स एसोसिएशन आदि शामिल हैं। प्रदर्शन करने वाले दावा करते हैं कि प्रदर्शन उनका अधिकार है। लेकिन, जिला प्रशासन उन्हें 10 मौलिक कर्तव्यों के बारे में याद दिलाना चाहता है।उम्मीद है कि सभी नागरिकों के साथ उनका पालन किया जाएगा”। उन्होंने आगे कहा कि इस कदम से लोग मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों के पारस्परिक संबंध को समझेंगे। डीएम पाण्डेय ने कहा “अब तक, यह प्रयोग कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शनों पर सकारात्मक प्रभाव डालता रहा है। क्योंकि, उन्होंने कानून का पालन करना शुरू कर दिया है और आंदोलनकारी शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं”।
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