ठाणे। महाराष्ट्र में ठाणे के समीप एक निजी अस्पताल में बुधवार तड़के आग लगने के बाद चार संक्रमितों की मौत हो गई। नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि मरीजों की मौत आग लगने के बाद दूसरे अस्पतालों में ले जाते वक्त हुई न कि जलने के कारण। हो सकता है कि आग लगने के बाद उनके शरीर में धुआं घुस गया हो।इससे पांच दिन पहले पालघर जिले के विरार में एक निजी अस्पताल के आईसीयू में आग लगने से कोविड-19 के 15 मरीजों की मौत हो गई थी। अधिकारी ने बताया कि ठाणे के समीप मुंब्रा इलाके में कौसा में स्थित प्राइम क्रिटिकेयर हॉस्पिटल में तड़के तीन बजकर 40 मिनट पर आग लगी। अस्पताल में कोरोना वायरस का कोई मरीज नहीं था।उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर दमकल की तीन गाड़ियां और पांच एम्बुलेंस भेजी गई। आग पर काबू पा लिया गया है। उन्होंने बताया कि आईसीयू में भर्ती छह मरीजों समेत 20 मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। महाराष्ट्र के मंत्री और स्थानीय विधायक जितेंद्र अव्हाड ने घटनास्थल पर पत्रकारों को बताया कि आग से अस्पताल की पहली मंजिल जलकर खाक हो गई।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को हादसे की जानकारी दी गई है। प्रत्येक मृतक के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा और घायलों को एक-एक लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। अव्हाद ने बताया कि आग लगने की वजह का पता लगाने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की गई है। समिति में ठाणे नगर निगम के अधिकारी और पुलिस तथा मेडिकल के अधिकारी भी शामिल होंगे।
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