नरेश राघानी
जयपुर। राजस्थान के जयपुर में शनिवार को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (जेसीटीएसएल) के एमडी वीरेंद्र वर्मा को गिरफ्तार कर लिया। वीरेंद्र वर्मा को एसीबी की टीम ने उनके घर से चार लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। एसीबी ने वीरेंद्र वर्मा के साथ ही दिल्ली की कंपनी पारस ट्रैवेल्स के मालिक नरेश सिंघल, अनुज अग्रवाल और जेसीटीएसएल के एक कर्मचारी महेश कुमार गोयल को भी गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक जेसीटीएसएल के एमडी वीरेंद्र वर्मा सुबह शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल के साथ एक कार्यक्रम में भी मौजूद थे। वे बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर रहे थे, वहीं इसके करीब छह घंटे बाद एसीबी ने वीरेंद्र वर्मा को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर इन्हीं बसों की खरीद और सुविधा विस्तार में हुए भ्रष्टाचार का खुलासा कर दिया।
इस संबंध में एसीबी के डीजी बीएल सोनी, एडीजी दिनेश एमएन और एडिशनल एसपी बजरंग सिंह ने बताया कि जेसीटीएसएल में 100 मिडी सिटी बसों के टेंडर आवंटन, संचालन में सुविधा और सब्सिडी रिलीज करने के बदले भारी भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही थीं। एसीबी ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया.
एसीबी की टीम ने जेसीटीएसएल के एमडी वीरेंद्र वर्मा, मैनेजर महेश कुमार गोयल के साथ ही नई दिल्ली के पारस ट्रैवल्स के मालिक नरेश सिंघल और कर्मचारी अनुज पर नजर रखनी शुरू कर दी गई। एसीबी अधिकारियों के मुताबिक रिश्वत लेते गिरफ्तार अधिकारी के घर से सात लाख रुपये नकद और संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं। वीरेंद्र वर्मा का घर अजमेर रोड के जनकपुरी में है।
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