अश्वनी उपाध्याय
गाज़ियाबाद। जनपद में शायद ही कोई ऐसा थाना हो जिसके बाहर जमीन पर अतिक्रमण कर सीज़ किए गए वाहनों का ढेर न लगा हो। दरअसल, दुर्घटनाग्रस्त और सीज़ किए वाहनों को पुलिस घटनास्थल से हटा कर थानों के बाहर खड़ा कर देती है। कानूनी रूप से मुकदमा खत्म होने तक या वाहन स्वामी द्वारा चालान भर कर गाड़ी छुड़ाने तक ऐसे वाहनों की ज़िम्मेदारी पुलिस की ही होती है। आपको यह जानकार आश्चर्य होगा, कि अब चोर पुलिस थानों और चौकियों के बाहर खड़े वाहनों पर भी हाथ साफ करने लगे हैं। ऐसे ही एक मामले में मोदीनगर के निवाड़ी थाना परिसर में खड़ी लगभग 20 गाड़ियों के टायर गायब मिले। जांच में पता चला कि बहुत सी गाड़ियों की बैटरियाँ, हेडलाइट्स, म्यूजिक सिस्टम और स्पीकर आदि भी गायब थे। मामले में पुलिस के शामिल होने की संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। गाज़ियाबाद की सड़कों पर आपको अनेक पुलिसवाले सीज़ किए गए दुपहिया और चौपहिया वाहन चलाते हुए मिल जाएंगे। अदालत के आदेश पारित होने के बाद गाड़ी छुटाने आए लोग भी आपको थानों में पुलिसकर्मियों से झगड़ते हुए मिल जाएंगे।
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