गुरुग्राम। आधुनिक जीवनशैली में बीमारी की अनदेखी करना आगे चलकर बीमारी को गंभीर बना देता है। बीमारी को लेकर शर्म महसूस करने में इलाज नहीं लेना बड़ी समस्या है। लड़कियों व महिलाओं को अपनी बीमारी छिपाने के बजाय उसे डाक्टर या माता से साझा करना चाहिए। देखने में आता है कि महिला इलाज के लिए डाक्टर के पास तब पहुंचती है। जब बीमारी गंभीर हो चुकी होती है। ऐसे में पैसे और शरीर दोनों की हानि होती है। महिलाओं को बीमारियों के प्रति जागरूक करने के लिए सोमवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर दैनिक जागरण ने गुरुग्राम कार्यालय में हेलो जागरण कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें कोलंबिया एशिया अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञ डा. शर्मिला सोलंकी और वरिष्ठ फिजिशियन डा. मंजीता नाथदास को आमंत्रित किया गया। उन्होंने फोन पर लोगों को चिकित्सा सलाह दे।
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