डिजिटल सर्विसेस (डीएसटी) है। इसके जवाब में अमेरिका भी चुनिंदा भारतीय सामानों पर टैरिफ लगाने जा रहा है। इनमें झींगा मछली, बासमती चावल और सोने-चांदी के आइटम शामिल हैं।
यूएस ट्रेड रिप्रजेंटेटिव के मुताबिक, अमेरिका में भारतीय सामान पर उतनी ही ड्यूटी लगाई जाएगी जितनी भारत डीएसटी के रूप में अमेरिका से कलेक्ट करेगा। अनुमान के मुताबिक यह राशि सालाना 5.5 करोड़ डॉलर होगी। भारत के साथ-साथ 5 अन्य देशों ऑस्ट्रिया, इटली, स्पेन, तुर्की और ब्रिटेन के सामान पर भी इसी तरह का टैरिफ लगाने का प्रस्ताव है। यूएसटीआर ने अपनी रिपोर्ट में कहा, कि भारत में अमेरिकी कंपनियों द्वारा दिए जाने वाले डीएसटी की वैल्यू करीब 5.5 करोड़ डॉलर होगी।
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