वाराणसी। हर हर महादेव के उद्घोष से गूंजी काशी
रंगभरी एकादशी पर बनारस में बाबा काशी विश्वनाथ के गौने की बारात शाम करीब 5:45 बजे मंदिर परिसर में प्रवेश की। इस दौरान मंदिर प्रशासन द्वारा अबीर गुलाल उड़ाकर और डमरू वादन कर भव्य स्वागत किया गया। माता पार्वती के साथ पहुंची बाबा की चल रजत प्रतिमा का भव्य शृंगार किया गया। शृंगार के पश्चात बाबा की आरती उतारी गई। रंगभरनी एकादशी के दिन काशी की गलियों से होते हुए भगवान शिव और माता पार्वती की पालकी निकलती है। और भक्त इन पर अबीर और गुलाल बरसाते हैं।
रंग भरी एकादशी 2021, देंखे विडियो
विवाहित महिलाएं माता पार्वती को गुलाल लगाकर शिवजी जैसे अखंड सौभाग्य का वर मांगती हैं। होली की शुरुआत काशी में रंगभरनी एकादशी से मानी जाती है। रंगभरनी एकादशी की यह परंपरा 357 वर्षों से काशी में निभाई जा रही है। माता का गौना लेकर जब भोलेबाबा भक्तों के कंधों पर सवार होकर रजत प्रतिमा के रूप में काशी के भ्रमण पर निकलते हैं। तो पूरे नगर में होली के रंग बिखर जाते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.