मनोज सिंह ठाकुर
मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्ष के नेता देवेन्द्र फडनवीस ने आरोप लगाया है, कि राज्य में भ्रष्टाचार के इतने मामले सामने आने के बावजूद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अभी तक एक भी बयान नहीं दिया है। फडनवीस के नेतृत्व में भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार सुबह राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। श्री फडनवीस ने ज्ञापन सौंपने के बाद संवाददाताओं से कहा कि महाराष्ट्र सरकार हफ्ता वसूली वाली सरकार है। उन्होंने कहा कि वसूली और तबादले का भ्रष्टाचार उजागर करने वाले अधिकारियों का तबादला कर दिया गया और जो लोग इसमें शामिल हैं। उनके खिलाफ श्री ठाकरे ने एक भी शब्द नहीं कहा।
उन्होंने नैतिकता को पैरों तले कुचल दिया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने दो बार संवाददाताओं से बात की लेकिन वह सिर्फ अपने मंत्रियों को बचाते रहे। उन्होंने कांग्रेस पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि क्या उसे वसूली में से हिस्सा मिल रहा है। जिसके कारण वह चुप है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक पर बैठे हुए श्री कोश्यारी से मुलाकात कर उन्हें सारी
उन लोगों ने राज्यपाल से मांग की है, कि वह मुख्यमंत्री से भ्रष्टाचार के आरोपों पर जवाब मांगे और उनके जवाब के आधार पर कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार मनमाने तरीके से सरकार चला रही है। और जनता के प्रति जवाबदेह नहीं है। यदि यह सरकार जनता के प्रति जवाबदेह होती तो भाषण देने की बजाय कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए काम करती। सरकार के ढीले रवैये के कारण महाराष्ट्र में सबसे अधिक कोरोना वायरस के मरीज बढ़ रहे हैं। प्रतिनिधि मंडल में श्री फडनवीस के अलावा सर्वश्री सुधीर मुनगंटीवार, चंद्रकांत पाटिल, मंगल प्रभात लोढ़ा और राधाकृष्ण पाटिल आदि शामिल थे।
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