अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। शनिवार को सुबह से लेकर शाम पांच बजे तक ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे को टोल फ्री किए जाने से एनएचएआइ को 50 लाख का नुकसान हुआ है। कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने टोल फ्री किया था। टोल फ्री करने से ट्रैफिक भी पूरी तरह से जाम रहा। पांच बजे जब ट्रैफिक शुरू हुआ तो वाहनों की संख्या भी कम हो गई। जिन लोगों को ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर आना था। वह प्रदर्शनकारियों के विरोध के चलते इधर-उधर डाइवर्ट हो गए। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे शनिवार को शाम पांच बजे तक बंद रहा। आवागमन के लिए दोनों तरफ से पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे बंद रहने के कारण नेशनल हाईवे नौ पर भी भारी जाम की स्थिति बनी रही। अधिकतर बड़े वाहन सड़कों पर ही खड़े नजर आए। पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे प्रदर्शनकारियों के आह्वान पर 11 से पांच बजे तक रोड बंद कर दिया गया था। नेशनल हाईवे 24 तथा नौ पर आवागमन कर रहे वाहन शनिवार को सर्विस रोड पर भी चलते नजर आए। एनएचएआइ परियोजना निदेशक मुदित ने बताया, कि प्रदर्शनकारियों द्वारा टोल प्लाजा को फ्री करने से करीब 50 लाख की टोल वसूली का नुकसान हुआ है। सामान्यत: प्रतिदिन 90 लाख से एक करोड़ की टोल वसूली होती है। लेकिन टोल फ्री करने से करीब 50 लाख का टोल वसूल नहीं हो सका। बता दें कि ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर टोल वसूली का ठेका एक निजी कंपनी को 297 करोड़ में एनएचएआइ द्वारा दिया गया है।
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