अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। इस बार की होली पिछले दशक में सबसे अधिक गर्म होने वाली है। अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचेगा। इससे पहले वर्ष 2011 में होली पर अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं, अगले 24 घंटे में आसमान साफ रहने के साथ तापमान अधिकतम 34 व न्यूनतम 17 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। वहीं अगले तीन दिनों में अधिकतम तापमान में छह डिग्री तक की बढ़ोतरी होगी। दिन भर आसमान साफ रहेगा और धूप लोगों को परेशान करेगी। स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक इस होली पर मौसम ज्यादा गर्म रहने वाला है। होली के आसपास दिल्ली-एनसीआर में बारिश की संभावना भी नहीं बन रही है। वर्ष 2010 में होली का पर्व फरवरी माह में था। वर्ष 2000 के बाद यह तीसरी बार है, जब होली का पर्व 25 मार्च के बाद है। अमूमन इन दिनों मौसम अधिक गर्म माना जाता है। इससे पहले, वर्ष 2005 में 25 मार्च और 2013 में 27 मार्च को होली मनाई गई थी।
मौसम विभाग के मुताबिक, हाल ही में पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने की वजह से न्यूनतम तापमान में कमी आ रही है। वहीं, अधिकतम तापमान में भी ज्यादा वृद्धि नहीं हो रही है। शुक्रवार को राजधानी का अधिकतम तापमान सामान्य के बराबर 32 और न्यूनतम सामान्य से एक कम 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले 24 घंटे में हवा में नमी का स्तर 36 से 81 फीसदी तक दर्ज किया गया। वहीं, स्पोर्ट्स कांप्लेक्स इलाका 33.6 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म रहा।
बदलते मौसम का असर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) पर भी पड़ रहा है। शुक्रवार को भी दिल्ली-एनसीआर की हवा औसत श्रेणी में बनी रही। अगले दो दिन भी इसके इसी स्तर पर रहने की संभावना है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, राजधानी का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 150 दर्ज किया गया। इसके अलावा फरीदाबाद व नोएडा की हवा 135 एक्यूआई के साथ सबसे साफ रही।
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