नरेंद्र मोदी टेक्स 'संपादकीय'
आजकल देश में महंगाई का हाहाकार मचा हुआ है। खादान वस्तुओं पर मूल्यों की अनियंत्रित गति से आम जन-जीवन पूरी तरह त्रस्त है।
बढ़ती महंगाई का आधार साधारण यातायात है। जिसके लिए फास्ट टैक्स लागू कर दिया गया है। अब किसानों को जनपदों की सीमा पार करने पर भी टैक्स देना पड़ेगा। किसान आंदोलन देश के वांछित, क्षुब्ध और आक्रोशित किसानों का विरोध है। किसानों के विरोध-प्रदर्शन को संघीय गणराज्य में पूरी तरह स्वतंत्रता प्राप्त है।
लिखित संविधान के अनुसार, विरोध और आपत्ति का पूर्ण अधिकार प्राप्त है। प्रत्येक व्यक्ति अपनी बात कहने के लिए स्वतंत्र है। दिशा रवि के द्वारा स्वतंत्रता के अधिकार का उपयोग किया गया है। वह कोई आतंकवादी, नक्सलवादी या राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त नहीं पाई गई है। इसके बावजूद भी उसे असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। इसका एक साधारण उदाहरण है।
वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुयायियों/मतविवेंकियों को पेट्रोल की कीमत अथवा बढ़ें हुए खादान पदार्थों के मूल्यों पर मोदी टैक्स अपनी स्वतंत्र इच्छा से प्रदान करना चाहिए। नरेंद्र मोदी टैक्स लागू करके भुगतान करना चाहिए। विवश एवं असहाय लोगों के लिए उस टैक्स को समर्पित कर देना चाहिए। ताकि, वह जरूरतमंद के काम आ सके। उससे आपका स्वाभिमान और देश की अर्थव्यवस्था दोनों सुरक्षित रहेंगे। भाजपा सरकार में अप्रत्याशित रूप से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला है और स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार की प्रक्रिया में पूरी तरह से संचालित है।
एक भी जनप्रतिनिधि भ्रष्टाचार से अछूता नहीं है। ऐसी अवस्था में अगले आम चुनाव तक अपनी प्रतिभावों को समेटकर रखने वाले गणराज्य की स्थापना के समर्थक ना बनें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के विकास के प्रति निष्ठावान है। उनसें प्रत्येक भारतवासी को यही अपेक्षा करनीं चाहिए, कि वह राष्ट्र के निर्माण-विकास में व्यस्त है।
चंद्रमौलेश्वर शिवांशु 'निर्भयपुत्र'
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