मंगलवार, 23 फ़रवरी 2021

अस्थायी रास्तों पर चलने को मजबूर हैं नागरिक

अश्वनी उपाध्याय 

गाजियाबाद। कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहे विरोध-प्रदर्शन के कारण किसान और प्रशासन दोनों अपनी जिद पर अड़े हुए हैं। यूपी गेट पर किसानों ने सर्विस लेनों को और प्रशासन ने एनएच-9 को बंद किया गया। गाज़ियाबाद से दिल्ली में प्रवेश के कुछ रास्ते खुले हुए हैं। लेकिन उन पर भयंकर जाम लगा रहता है। ऐसे में रोजाना घर से दफ्तर आने-जाने की जल्दी में लोगों ने अस्थाई रास्ते बना दिए हैं। इन रास्तों से भले ही पांच मिनट पहले पहुंच सकें, लेकिन अपनी जान को जोखिम में लोग डालकर इन रास्तों पर सफर कर रहे हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर बीते महीने भर से दिल्ली जाने का मुख्य रास्ता बंद है। वहीं दूसरी ओर गाजीपुर बॉर्डर के आसपास के खेतों के बीच से दोपहिया वाहनों ने रास्ता बना लिया है। जिन रास्तों पर दोपहिया वाहन सफर कर रहे हैं। उन रास्तों पर एक तरह से ढलाने बनी हुई हैं। भरपूर गड्ढे, बड़े-बड़े पत्थर और कंटीले तारों से घिरा हुआ है। लेकिन इन लोगों के आगे न जाने ऐसी क्या मजबूरी है कि वह अपनी जान को जोखिम में डालकर इन रास्तों को पार कर रहे हैं। इन रास्तों से गुजरते हुए कई वाहन चालक गिर भी जाते हैं।

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