अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। राज्यसभा में गुरुवार को उस वक्त दिलचस्प नजारा दिखा जब मध्यप्रदेश के दिग्गज कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तीखे कटाक्ष किये और सिंधिया उसे चुपचाप सुनकर रह गये। राष्ट्रपति अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सिंधिया ने अपना करीब आधे घंटे का भाषण समाप्त किया तो सभापति एम़ वेंकैया नायडू ने कांग्रेस के दिग्विजय सिंह का नाम पुकारा। इस पर सदन में कई सदस्यों के चेहरे पर अर्थपूर्ण मुस्कान तैर गयी और किसी-किसी की हंसी भी छूट गयी। इस पर नायडू ने सफाई दी कि उन्होंने सूची में क्रम के आधार पर ही दिग्विजय सिंह का नाम पुकारा है, अन्य कोई बात नहीं है। दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रपति अभिभाषण पर अपनी बात रखने के पूर्व कहा कि वह सिंधिया को शानदार भाषण के लिए बधाई देना चाहते हैं। वह (सिंधिया) जितने असरदार ढंग से संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (सप्रंग) का पक्ष रखते रहे हैं, उतने ही प्रभावशाली ढंग से उन्होंने आज भाजपा सरकार का पक्ष भी रखा है। उन्होंने कहा कि उनका आशीर्वाद सदैव सिंधिया के साथ था, है और रहेगा। कांग्रेस नेता के इस बयान पर विपक्ष की बेंच की तरफ से ठहाके सुनाई दिये। सिंधिया ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त की।
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