अब बिजली के बढ़ गए बिल, जिनका पहले 1500 आता था अब उनका 1800 आएगा
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। डीएचबीवीएन व यूएचबीवीएन ने लॉकडाउन में प्रदेशवासियों पर अतिरिक्त बोझ डाल दिया। बिजली निगम निगमों ने उपभोक्ताओं की सब्सिडी में मिलने वाली 100 यूनिट घटा दी। नए टैरिफ प्लान के हिसाब से उपभोक्ताओं के पास अब बिल पहुंचने से खलबली मची है। उपभोक्ताओं को हर माह 200 यूनिट यानी 60 दिन में 400 यूनिट तक सब्सिडी मिलती थी। जिसे घटाकर प्रतिमाह 150 यूनिट और 60 दिन के हिसाब से 300 यूनिट कर दिया है। करीब 5 माह के बाद नवंबर के यह बिल जब उपभोक्ताओं के पास आए तो लोग निगमों में शिकायत लेकर पहुंचने लगे। डीएचबीवीएन ने यह नया टैरिफ प्लान 1 जून 2020 से लागू किया था। रिवाइज रेट पर एरियर लिया जा सकता है।
गणना से समझिए… 530 यूनिट के पहले 1683 बनते थे। अब 1989 बनेगा
पुराने टैरिफ के हिसाब 530 यूनिट 60 दिन में खपत करने पर 1683 रुपये बनते हैं। इसमें पहली 400 यूनिट का 50 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से रेट लगता था। बाद की 130 यूनिट का 5.25 रुपये लगता है। जिसमें एनर्जी चार्जेज 1683 रुपये बनते थे। जिसमें यूनिट का दस प्रतिशत ईडी यानी इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी और एफएसएस प्रति यूनिट 37 पैसे और एमटैक्स एफएसए जमा एनर्जी चार्जेज का दो प्रतिशत लगेगा। ये अतिरिक्त चार्जेज उपभोक्ताओं को देने होते हैं।
नए टैरिफ के हिसाब से 530 यूनिट 60 दिन में खपत करते हैं। ताे 1989 रुपये बनेगा। गणना के हिसाब से इसमें पहली 300 यूनिट के 2.50 रु. यानी 750 रुपये। 200 यूनिट के 5.25 रु. के हिसाब से 1050 और 30 यूनिट के 6.30 रु. के हिसाब से 189 रु. बनता है। जिनका टोटल 1989 रु. बनता है। जिसमें यूनिट का दस प्रतिशत ईडी यानी इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी और एफएसएस प्रति यूनिट 37 पैसे और एमटैक्स एफएसए जमा एनर्जी चार्जेज का 2% लगेगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.