सोमवार, 8 फ़रवरी 2021

खौफनाक: 15 की मौत, 200 से ज्यादा लापता

चमोली ग्लेशियर आपदा में 15 की मौत, 200 से ज्यादा अब भी लापता, तपोवन सुरंग में रेस्क्यू जारी
पंकज कपूर
देहरादून। उत्तराखंड में चमोली जिले में रविवार को ग्लेशियर टूटने से उत्पन्न परिस्थितियों से सोमवार सुबह तक निजात नहीं मिल सकी और अब तक लगभग 200 से ज्यादा लोग लापता हैं। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने आज सुबह फिर सुरंग के अंदर का रास्ता खोलने का काम शुरू किया। इस बीच अलकनन्दा नदी से एक शव भी बरामद हुआ है। एसडीआरएफ के सेनानायक (कमांडेंट) नवनीत भुल्लर ने बताया कि सुरंग के अंदर का रास्ता बुरी तरह मलबा भरे होने के कारण अभी अवरूद्ध है। जिसे जेसीबी द्वारा खोलने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बेला गांव के करीब अलकनन्दा में एक अज्ञात शव मिला है। भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाला विष्णु प्रयाग पुल आपदा में नष्ट हो गया है।
भुल्लर ने बताया कि अभी तक लगभग 200 से ज्यादा लोगों के लापता होने की सूचना है। इनमें बाण गंगा परियोजना और एनटीपीसी परियोजना के लोग हैं। अभी तक कुल 15 शव बरामद हुए हैं। जबकि 12 व्यक्तियों को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी)के सहयोग से सुरक्षित निकाला गया है। उन्होंने बताया कि आठ व्यक्ति घायल हुए हैं। जबकि 30 व्यक्ति सुरंग के अंदर फंसे हैं। जिन्हें निकालने का प्रयास किया जा रहा है। ऋषिगंगा घाटी में हिमखंड टूटने से रविवार को अचानक आई भीषण बाढ़ से प्रभावित 13.2 मेगावाट ऋषिगंगा और 480 मेगावाट तपोवन विष्णुगाड पनबिजली परियोजनाओं में लापता हुए लोगों की तलाश के लिए सेना, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के जवान जुटे हुए हैं।
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने सोमवार को कहा कि बचाव और राहत अभियान पुरजोर तरीके से जारी है। जिसमें बुलडोजर, जेसीबी आदि भारी मशीनों के अलावा रस्सियों और खोजी कुत्तों का भी उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि तपोवन क्षेत्र में स्थित बड़ी सुरंग में बचाव और राहत अभियान चलाने में मुश्किल आ रही है। क्योंकि सुरंग सीधी न होकर घुमावदार है।
वायु सेना भी बचाव कार्य में जुटी
भारतीय वायु सेना ने बताया है। कि देहरादून से जोशीमठ के लिए एमआई-17 और ALH हेलीकॉप्टर के उड़ान भरने के साथ हवाई राहत और बचाव अभियान फिर से शुरू हो गया है।
लखीमपुर के कई लोग भी लापता
लखीमपुर के लगभग 60 मजदूरों के लापता होने की आशंका है। घटना के बाद से ज़्यादातर परिवारों का अपनों से सम्पर्क नहीं हो रहा है। बताया जा रहा है। कि लापता मजदूर पॉवर प्रोजेक्ट पर काम करने गए थे। लखीमपुर की निघासन तहसील क्षेत्र के रहने वाले हैं।
ग्लेशियर टूटने के बाद जोशीमठ पहुंचे वैज्ञानिक
उत्तराखंड में ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटने की घटना के बाद सोमवार को वैज्ञानिकों का एक दल देहरादून से जोशीमठ पहुंचा। डीआरडीओ के ‘बर्फ और हिमस्खलन अध्ययन प्रतिष्ठान (एसएएसई)’ के वैज्ञानिक रविवार रात को हवाई मार्ग से उत्तराखंड की राजधानी पहुंचे थे।

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