अश्वनी उपाध्याय
गाज़ियाबाद। नगर निगम द्वारा कूड़ा निस्तारण की पहली फैक्टरी बनाने का काम अब अंतिम चरण में है। आशा की जा रही है कि अगले माह से यह फैक्टरी चालू हो जाएगी। पूरी क्षमता से काम करने पर इस फैक्टरी में 250 टन कूड़ा निस्तारित किया जाएगा। इस प्लांट में खासतौर पर सिटी जोन का कूड़ा लाया जाएगा। कचरे के निस्तारण के साथ ही यह फैक्टरी कूड़ा बीनने वाले 500 लोगों को रोजगार भी देगी। आपको बता दें कि गाज़ियाबाद शहर में रोजाना 1500 टन कूड़ा निकलता है। अभी इस कूड़े को शाहपुर मोरटा ले जाया जाता है। हालांकि यहाँ कूड़ा निस्तारण के लिए मशीन लगाई गई है, लेकिन बिजली का कनेक्शन न होने के कारण मशीन अभी चालू नहीं हो सकी है। यानी कि शहर में अभी कूड़े के निस्तारण का कार्य बंद है। इस वजह से शाहपुर मोरटा में कूड़े का पहाड़ खड़ा हो रहा है। शहर में कूड़ा निस्तारण के लिए नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने प्रत्येक जोन में एक-एक फैक्टरी पहले चरण में बनाने की तैयारी की है। इसी के तहत सिहानी में पहली फैक्टरी बनाई जा रही है। इस फैक्टरी में कूड़ा बीनने वाले लोग भी काम करते हुए नजर आएंगे, उनको वेतन दिया जाएगा। जिससे कि उनके जीवन में सुधार आएगा। कार्य के लिए कर्मचारियों को वर्दी, हेलमेट, दस्ताने और जूते भी दिए जाएंगे। नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि कूड़ा निस्तारण की फैक्टरी में घर-घर से इकट्ठा किया गया कूड़ा लाया जाएगा। यहां पर कार्यरत कर्मचारी गीला और सूखा कूड़ा अलग करेंगे। सूखे कूड़े में से प्लास्टिक, लोहा, स्टील, कांच सहित अन्य को अलग किया जाएगा। जिसे नगर निगम द्वारा रिसाइकल करने के लिए बेचा जाएगा। गीले कूड़े से फैक्टरी के अंदर खाद तैयार की जाएगी। जिसका इस्तेमाल नर्सरियों में किया जाएगा। कूड़ा निस्तारण की पहली फैक्टरी का काम लगभग पूरा हो गया है, जल्द ही फैक्टरी चालू की जाएगी। इससे न केवल कूड़े के निस्तारण की समस्या का समाधान होगा बल्कि कई लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.