बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। माघ मास में अद्भुतसंयोग पौष पूर्णिमा 28 जनवरी को गुरु पुख्य योग सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग तथा चतुर ग्रही योग शुभ फल एवं सिद्धि दायक है। जो कल्प वासियों को अनेक अश्वमेध यज्ञ के समान फल प्रदान कराने वाला पुण्य दायक योग है। मकर लग्न में चतुर ग्रही योग शुभ फल कारक है। चतुर्थ भाव जनता का है, प्रजा का है। अर्थात चतुर्थ भाव में स्वराशि स्थ मंगल तथा लग्न में भाग्येश बुध लग्न में स्वराशिशनि के और सूर्य केप्रभाव से देश में सुख शांति समृद्धि तथा प्रजा को समस्त प्रकार के सुख प्राप्त होंगे देश में खुशहाली आएगी और कौरोना जैसी महामारी का प्रभाव कम हो जाएगा। देश की प्रजा में सुख शांति सौहार्द्र बढ़ेगा। देश की सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ तरीके से मजबूत होगी लग्न में सूर्य बुध गुरु शनि चतुर ग्रही योग के प्रभाव से देश के राजा को महत्वपूर्ण मुद्दों में सफलता देश की प्रजा को आर्थिक तौर पर बल प्राप्त होगा सर्वत्र प्रसन्नता का माहौल बनेगा खुशहाली आएगी एवं साथ में प्रदेश के मुखिया जो राजा के नेतृत्व में हैं। उनको भी बल प्रदान होगा। देश देशांतर में भारत देश का नाम और भी ऊंचा होगा। सर्वत्र देश को यश कीर्ति का लाभ होगा एवं देश के राजा का सम्मान उच्च स्तर पर बढ़ेगा भाग्येश लग्न में स्थित होकर राजयोग कारक है। देश में ब्राह्मणों का संतों का साधुओं का सम्मान बढ़ेगा उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल होंगी सर्वत्र धर्म यज्ञ कथा सत्संग आदि कार्यक्रम प्रारंभ होंगे बुद्धिजीवी वर्ग को (अध्यापकों, वैज्ञानिकों, लेखकों) को यह समय बहुत ही सुखद है। अनाज मूल्य क्षमता में वृद्धि होगी दलहन अनाज और धातुओं के मूल्य में वृद्धि की संभावना हैं। माघ महीने में प्रयागराज में जो कल्पवास कर रहे हैं। यज्ञ कर रहे हैं, भागवत कर रहे हैं।उनको अश्वमेध यज्ञ का फल मिलेगा प्राप्त होगा एवं अस्तु जय श्री राम जय बजरंगबली जय गंगा महारानी की श्री सीताराम महाराज की साकेत धाम आश्रम त्रिवेणी मार्ग खाक चौक स्वामी राम सुभग देवाचार्य विनायका बाबा विनायका बाबा मानव कल्याण ट्रस्ट साकेत धाम...
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