राणा ओबराय
गुरुग्राम। ट्रैफिक नियमों की परवाह किए बिना गाड़ी गलत साइड में चलाने लगते हैं, तो आगे से आप हो जाइए अलर्ट। अगर दौबारा आप गलत साइड से गाड़ी चलाते हुए पकड़े जाते हैं तो आपका लाइसेंस हमेशा के लिए टर्मिनेट कर दिया जाएगा। ज्यादातर भारत में देखा गया है कि लोग ट्रैफिक नियमों को तोड़ते हुए रॉन्ग साइड ड्राइविंग (उलटी दिशा में गाड़ी चलाना) गाड़ी चलाते है। ये समस्या केवल हाईवे पर ही नही देखी जाती है। जहां लोग यू-टर्न खोजने के लिए कुछ किलोमीटर का सफर करने से बचने के लिए रॉन्ग साइड लेते हैं। बल्कि शहरों में भी रॉन्ग साइड ड्राइविंग बहुत आम है। लेकिन ट्रैफिक पुलिस अब ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करेगी जो रॉन्ग साइड में गाड़ी चलाना पसंद करते हैं और हर वाहन चालक की जिंदगी को खतरे में डालते हैं। यह सख्त प्रावधान गुरुग्राम पुलिस ने किया है। रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस अधिकारी प्रीत पाल सिंह ने बुधवार को कहा कि पुलिस नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाई करेगी। गुरुग्राम पुलिस सड़क पर रॉन्ग साइड पर गाड़ी चलाने वाले लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस को रद्द कर देगी। ट्रैफिक कर्मचारियों को भी निर्देश दिया गया है कि वे ऐसे लगत दिशा में गाड़ी चलाने वालों का चालान करें और लाइसेंस को सस्पेंड करें। साथ ही कहा गया है कि अगर गलती दोहराई जाती है। तब चालक का लाइसेंस स्थायी तौर पर टर्मिनेट कर दिया जाएगा। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, इस लाइसेंस को दोबार उस व्यक्ति को जारी नहीं किया जाएगा। असिस्टेंट कमिश्नर ने गुरुग्राम में सड़क दुर्घटनाओं का डेटा देते हुए कहा कि मोटर वाहन अधिनियम के आधार पर हमने साल 2019 में 49,671 लोगों को गलत साइड पर ड्राइविंग के लिए चालान किया। जबकि वर्ष 2020 में यह संख्या 39,765 थी।
पुलिस विभाग ने यह भी तय किया है कि अगर रॉन्ग साइड ड्राइविंग के कारण कोई दुर्घटना होती है, तो आरोपी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (2) के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। इस धारा के तहत कम से कम 10 साल की जेल की सजा का प्रावधान है। पुलिस कानून का उल्लंघन करने वालों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज का भी इस्तेमाल करेगी। उन्होंने बताया कि सड़कों पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाती है। साथ में उन्होने सभी से सुरक्षा नियमों का पालन करने का अनुरोध भी किया। नहीं तो कड़ी कार्यवाई की जाएगी। ये फैसला यह सुनिश्चित करने के लिए है कि लोग अपने और दूसरों को खतरे में न डालें। कई लोग लापरवाही के कारण अपनी जान गंवा देते हैं। ज्यादातर देखा गया है कि जो दुर्घटनाएं होती हैं। उनका कारण रॉन्ग साइड ड्राइविंग होता है। ऐसे कई लोग हैं जो कुछ मिनट या कुछ सेकंड बचाने के लिए रॉन्ग साइड ले लेते हैं। रॉन्ग साइड पर गाड़ी चलाने से सड़क पर बहुत भीड़ भी हो जाती है क्योंकि इससे ट्रैफिक की आवाजाही बाधित होती है। अतीत में, रॉन्ग साइड ड्राइविंग के कारण कई दुर्घटनाएं हुई हैं और वे सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हुई हैं। गुरुग्राम में प्रशासन ने ट्रैफिक की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए कुछ सड़कों को स्थायी रूप से वन-वे कर दिया है। इस वजह है इन सड़कों के आसपास समस्या और भी आम हो गई है। कानून तोड़ने वालों को नियंत्रण में रखने के लिए लाइसेंस रद्द करना एक अच्छा तरीका होगा। भारत में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं... भारत में बीमा नियामक विभाग ने सुझाव दिया है कि किसी वाहन की बीमा पॉलिसी को व्यक्ति के ड्राइविंग लाइसेंस से जोड़ा जाना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति अधिक उल्लंघन करता है, तो उसके अनुसार बीमा प्रीमियम बढ़ जाएगा। यह एक ऐसा मॉडल है जिसे कई विकसित देशों ने सफलतापूर्वक अपनाया और लागू किया है। यदि यातायात नियम के उल्लंघन के कारण बीमा नवीनीकरण राशि पर्याप्त मात्रा में बढ़ जाती है, तो ज्यादातर लोग नियमों के बारे में सतर्क रहेंगे और अधिक सावधानी से ड्राइव करेंगे। दुनियाभर में भारत में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। अधिकारियों द्वारा नए कदम भविष्य में इन घटनाओं की संख्या को नीचे लाएंगे।
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