अतुल त्यागी, मुकेश सैनी
हापुड़। आखिर कब जागेगा हापुड़ शिक्षा विभाग... मामला हाईलाइट हुआ, तो सब मामला तैयार हो गया। मगर फिर मामला गया डस्टबिन में... आखिर हापुड़़ शिक्षा विभाग है। किसी बड़े हादसे के इंतजार में, जहां पर ले रहे हैं। शिक्षा देश के नौनिहाल खड़े हैं। वह विद्यालय दीमक लगी बिल्डिंग में इतना होने के बावजूद भी हापुड़ शिक्षा विभाग सो रहा है, चैन की नींद... गाजियाबाद-मुरादनगर जैसे हादसे के इंतजार में हापुड़ शिक्षा विभाग इस मामले में कोई दो राय नहीं। आखिर इतने समय से खड़े जर्जर हालात में विद्यालय फिर भी विभाग नहीं कर पाया कोई भी कार्यवाही, मामला पकड़ता जा रहा है। शिक्षा विभाग को नहीं है। किसी की प्रभा, मामला हाईलाइट हुआ कमेटी बताई गई। मगर अब मामला फिर वही गया रामभरोसे आखिर क्यों नहीं मिलती ? विद्यालयों की बिल्डिंग से भी नजरें हालात खस्ता फिर भी शिक्षा विभाग कर रहा है, नजरअंदाज सवाल है। मगर जवाब किसी के पास नहीं। आखिर यूपी सरकार के आदेश के बाद भी देश के नौनिहालों के साथ इतनी बड़ी खिलवाड़, आखिर कहां मामला रुक जाता है। क्या माना जाए सिस्टम का मामला या अधिकारियों की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ना, मामला है गंभीर... मगर जवाब किसी के पास नहीं, आखिर क्यों।
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