सिधौली ( सीतापुर )। संगीत सदा से ही जिन्दगी का अहम हिस्सा रहा है। जिसका हर काल व हर मंच पर व्यापक महत्व रहा है। यह बात कस्बा के औतार म्यूजिकल इन्स्टीट्यूट के आवाह्न पर आयोजित नूतन वर्ष की बेला पर संध्या सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आर डी वर्मा ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि संगीत में वह ताकत है। जो लोगों को थिरकने के लिए प्रेरित करती है। सिधौली सहित जिले की ग्रामीण अंचल की प्रतिभाओं को औतार म्यूजिकल इन्स्टीट्यूट अनवरत आगे बढा़ने के लिए एक पटल उपलब्ध करा रहा है जो कि सराहनीय हैं। मै सभी को नूतन वर्ष की ढ़ेरों शुभकामनाएँ देता हूँ। सामाजिक चिंतक व कवि देवेन्द्र कश्यप निडर ने कहा कि संगीत बिना समाज नीरस होता है। आप संस्था परिवारी जन इसकी अलख जगा रहे हैं। तो निकट भविष्य में सिधौली के संगीत धमक दूर तलक गूँजेगी । संस्था प्रबन्धक राहुल राम अौतार ने कहा कि हमारे यहाँ संगीत प्रेमी ढ़ोलक, वायलिन, सितार, गिटार, बाँसुरी, हारमोनियम, शास्त्री गायन, शास्त्री नृत्य आदि सीख सकते है। जिससे समाज को खुशहाली दी जा सके । गायक व प्रशिक्षक मो कामिल खान ने कोई जब राह न पाये, मेरे संग आये, कि पग पग दीप जलाये मेरी दोस्ती मेरा प्यार । गाकर लोगों को झूमने के लिए लालायित कर दिया । ज्योति वर्मा लक्ष्मी वर्मा, तन्वी, ताम्या आदि मनोहारी नृत्य पेश किया ।
इस मौके पर आबिद अली, अपूर्व श्रीवास्तव, आकाश कुमार, अंकित कुमार, सोनी शर्मा, निधी सिंह सहित अन्य उपस्थित रहे ।
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