बुधवार, 27 जनवरी 2021

आंदोलन की अखंडता को खंडित करने का प्रयास

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान राजधानी दिल्ली में मचे बवाल और हिंसा के बाद किसान आंदोलन में फूट पड़नी शुरू हो गई है। राष्‍ट्रीय किसान मजदूर संगठन के नेता वीएम सिंह ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पर गंभीर आरोप लगाते हुए खुद और अपने संगठन को इस आंदोलन से अलग करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि हम अपना आंदोलन यहीं खत्‍म करते हैं। हमारा संगठन इस आंदोलन से अलग है। वहीं, भारतीय किसान यूनियन (भानू) ने भी खुद को आंदोलन से अलग करने का ऐलान कर दिया है। यूनियन के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष भानू प्रताप सिंह ने कहा कि मैं कल दिल्‍ली में हुई घटना से इतना दुखी हूं कि मैं इसी समय से घोषणा करता हूं कि अपने संगठन के धरने को खत्‍म करता हूं। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने वीएम सिंह ने कहा कि जो साथी अब इस आंदोलन से हटना चाहते हैं, हट जाएं। ये आंदोलन इस स्‍वरूप मे मेरे साथ नहीं चलेगा। हम यहां न किसी को शहीद करने आए न अपने लोगों को पिटवाने आए हैं। उन लोगों के साथ आंदोलन नहीं चला सकते। जिनकी दिशा अलग हो। राकेश टिकैत ने एक बार भी गन्‍ना किसानों की बात नहीं उठाई है। राकेश टिकैत ने धान खरीफ की कोई बात नहीं की। हम यहां से सपोर्ट करते रहें और उधर कोई और कोई नेता बना रहे, यह मंजूर नहीं। मैं यह कहना चाहता हूं कि मैंने आंदोलन खड़ा करने का काम किया। मैंने किसानों को दिल्‍ली लाने का काम किया। हम यहां इसलिए नहीं आए थे कि खुद को, देश को और 26 जनवरी पर सब को बदनाम करें। खुद पर लगे आरोपों को लेकर भाकियू के राकेश टिकैत ने कहा कि मैं पहले ही किसानों की सारी जिम्‍मेवारी ले चुका है। जिसको गाजीपुर छोड़ना है वह छोड़ दे। दो महीने तक यहां क्‍यों डटे थे? जब पुलिस का डंडा पड़ तो भाग गए। जब नेतागिरी करनी थी तो करते रहे, लेकिन एफआईआर दर्ज हो गई तो आंदोलन छोड़कर भाग गए। आंदोलन को कमजोर आदमी बीच में छोड़ता है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you, for a message universal express.

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...