नव वर्ष की मंगलकामना के लिए कलाधारी आश्रम रामबास पर हुआ अखंड रामायण पाठ
योगेंद्र द्विवेदी
रामबास (गोविन्दगढ़/अलवर)। हमारे देश विशेषकर शहरों में पश्चिमी सभ्यता हावी हो रही है, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी भारतीय संस्कृति को काफी महत्व दिया जा रहा है। वही वजह है कि नए वर्ष के शुभारंभ पर विभिन्न जगहों पर डीजे, डांस, शराब आदि का जहां सेवन कर नया साल मनाया जाता है। वहीं कलाधारी आश्रम मंदिर पर नव वर्ष पर लोगों की मंगलकामना के लिए श्री राम चरित मानस अखंड पाठ का आयोजन कर नया वर्ष मनाया गया।
रामबास में अखंड पाठ गुरुवार सुबह प्रारंभ हुआ जो शुक्रवार को दिन में यज्ञ पूर्णाहुति के साथ समाप्त हुआ।
महंत रामाधार दास ने बताया कि हमें अपनी संस्कृति पर गर्व है। हम सभी को अपने धर्म से प्यार होना चाहिए। आज के इस माहौल में युवा वर्ग नशे की गिरफ्त में फंसता जा रहा है, वह अपनी संस्कृति से अनजान होकर नव वर्ष पर डीजे, नाच गाने पर ध्यान दे रहा है। ऐसे वातावरण में धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होते-रहना चाहिए, जिससे युवा वर्ग को उनकी संस्कृति से परिचित कराया जा सके। पुजारी ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। नागादास, सूरज दास, भागीरथ, सूरज यादव, पप्पूराम, मंगतूपांडे, राजेंद्र पांडे, आदि उपस्थित रहे।
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