राणा ओबराय
नई दिल्ली। दो माह से ज्यादा समय से किसानों के आंदोलन के बीच सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा पहले से काफी ज्यादा कड़ी कर दी गई है। सरकार और किसान नेताओं के बीच अगले दौर की बातचीत 2 फरवरी को होनी है। वहीं, गाज़ीपुर बॉर्डर दिल्ली उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर जारी किसानों का धरना प्रदर्शन 65वें दिन में प्रवेश कर गया है। गाज़ीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान श्याम ने एक एजेंसी से कहा, “सरकार नए कृषि कानूनों पर कोई निर्णय नहीं ले रही है। सरकार को इन कानूनों को वापस लेना चाहिए। यह सरकार और किसानों दोनों के लिए अच्छा होगा।” गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को सर्वदलीय बैठक के दौरान कहा था कि केंद्र सरकार ने किसान संगठनों को जो प्रस्ताव दिया था, उस पर वह आज भी कायम है और किसान संगठन आगे की वार्ता के लिए आपस में तय करते कभी भी मुझे कॉल कर सकते हैं। मैं एक कॉल पर किसान संगठनों के लिए बैठक की व्यवस्था करवा दूंगा। किसान लगातार कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग पर अड़े हुए हैं। इस दौरान सार्वजनिक सुरक्षा को बनाए रखने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 29 जनवरी की रात 11 बजे से 31 जनवरी की 11 बजे तक तीन सीमाओं और उनके आस-पास के क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। वहीं, दिल्ली पुलिस ने एहतियातन एनएच-24 को बंद कर दिया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.