भानु प्रताप उपाध्याय
शामली। अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से सम्बद्ध सरस्वती विद्या मन्दिर, इण्टर काॅलिज, शामली में मकर संक्रान्ति का पर्व बड़े हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के प्रधानाचार्य आनन्द प्रसाद शर्मा ने की। कार्यक्रम का संचालन आचार्य नीटू कश्यप ने किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ सरस्वती वन्दना से हुआ। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए आचार्य प्रीतम सिंह प्रीतम ने मकर संक्रान्ति को समरसता का एक बड़ा पर्व मानते हुए ‘‘भेदभाव मिटाइये, धर्म को बचाइये‘‘ कविता पाठ करके सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता सोमदत्त आर्य ने मकर संक्रान्ति के पौराणिक, वैज्ञानिक, सामाजिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह भारत विविध मान्यताओं को मानने वाला देश है। यहाँ मनाया जाने वाला प्रत्येक त्यौहार अपने आप में कोई न कोई शिक्षा देने वाला है। मकर संक्रान्ति पर्व भी नकारात्मकता से सकारात्मकता का सन्देश देता है जो जीवन का आधार है जिसे हमें अपनाना चाहिए। कार्यक्रम में संस्था के प्रधानाचार्य आनन्द प्रसाद शर्मा ने भी छात्रों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम समरसता के परिचायक रहे, उन्होंने भेदभाव को छोडकर छोटे बड़ों को साथ लेकर, भिलनी के भावपूर्ण झूठे बेर खाकर पूरे मानव समाज को मानवता का संदेश दिया जो हम सबके लिए अनुकरणीय है। कार्यक्रम के पश्चात् सभी ने खिचड़ी के प्रसाद का सहभोज किया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.