गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

शिवरात्रि पूजा से मनोकामना होगी पूर्ण

नई दिल्ली। महाशिवरात्रि पर शिव की महाकृपा पाने के लिए आपको उनके श्रीचरणों का ध्यान करना होगा। महाशिवरात्रि ही वो अवसर है जब आप महादेव का ध्यान और विशेष पूजा करके देवाधिदेव महादेव से महावरदान पा सकते हैं। इस दिन आप भोले शंकर को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद ले सकते हैं। इस बार शिवरात्रि पर अद्भुत संयोग बन रहे हैं जो विवाह संबंधी तमाम परेशानियों को दूर कर सकते हैं। शिवरात्रि हिन्दू परंपरा का एक बहुत बड़ा पर्व है। इसे फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। माना जाता है इस दिन शिव जी का प्राकट्य हुआ था। इसके अलावा शिव जी का विवाह भी इस दिन माना जाता है। इस दिन महादेव की उपासना से व्यक्ति को जीवन में सम्पूर्ण सुख प्राप्त हो सकता है। इस दिन व्रत, उपवास, मंत्रजाप तथा रात्रि जागरण का विशेष महत्व है। इस बार महाशिवरात्रि का पर्व 21 फरवरी को मनाया जाएगा।


इस महाशिवरात्रि पर ऐसे विशेष संयोग बन रहे हैं जिससे उन लोगों को खास लाभ मिलने वाला है जो लोग अब तक मनचाहे वर की तलाश में हैं। कुंवारी कन्याओं और कुंवारे पुरूषों के लिए ये महाशिवरात्रि अजब संयोग लेकर आई है। लेकिन इन संयोगों का लाभ आपको तभी मिलेगा जब आप शिव की उतनी ही तपस्या करेंगे जितनी माता पार्वती ने की थी।


अगर आप भगवान शिव को शीघ्र प्रसन्न करना चाहते हैं तो उनके लिंग स्वरूप की पूजा करनी चाहिए। इस प्रकार भगवान शिव की पूजा करने से वे भक्त के सभी कष्ट हर उसे मनचाहा फल प्रदान करते हैं।
कुंडली के शनि दोष है तो शिवलिंग पर काले तिल मिलाकर जल चढ़ाएं।
वाहन सुख पाने के लिए रोजाना शिवलिंग पर चमेली का फूल अर्पित करें।
महादेव के जलाभिषेक के दौरान शिवलिंग को अपने हाथो से अच्छी तरह स्पर्श करें।
शिव मंदिर में रोजाना संध्याकाल में एक दीपक प्रज्जवलित करें।
बेलपत्र पर चंदन से ॐ नमः शिवाय लिखकर शिवलिंग पर अर्पित करें।
शिवलिंग पर धतूरा चढ़ाने से घर और संतान से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं।
केसर मिश्रित जल से शिवलिंग का अभिषेक करने से विवाह तथा वैवाहिक जीवन से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं।
महाशिवरात्रि शिव और शक्ति के मिलन की रात है। साथ ही इस रात में आध्यात्मिक शक्तियां जागृत होती हैं। शास्त्रों में इस दिन ज्योतिष उपाय करने से जीवन में सभी प्रकार के तनाव खत्म होते हैं और सकारात्मक प्रमाण दिखने लगते हैं। ऐसे में ज्योतिर्विद कमल नंदलाल से जानते हैं बाबा भोलेनाथ के दिन महाशिवरात्रि पर करने वाले उन उपायों के बारे में जिसे करने से गरीब व्यक्ति भी अमीर बन जाता है। 
इस दिन रुद्राभिषेक का भी बहुत बड़ा महत्व होता है। रुद्राभिषेक का मतलब है भगवान रुद्र का अभिषेक यानि कि शिवलिंग पर रुद्रमंत्रों के द्वारा अभिषेक करना। ऐसे में ज्योतिर्विद अरविंद शुक्ला से जानते हैं कि महाशिवरात्रि पर कैसे करें रुद्राभिषेक जिससे भगवान शिव की मिलेगी कृपा।शंकर भगवान की पूजा करने की विधि बहुत ही सरल है लेकिन इसमें विशेष सावधानी बरतनी की जरूरत है। भोले शंकर भक्तों पर जितनी जल्दी प्रसन्न होते हैं, एक छोटी सी गलती उन्हें नाराज भी कर सकती है. शिव पुराण में भोलेनाथ की पूजा से संबंधित वर्णन मिलता है। आइए आचार्य भूषण कौशल से जानते हैं कि शिवलिंग पर कौन सी चीजें नहीं चढ़ानी चाहिए।


0.19 गिरावट के साथ खुला शेयर बाजार

नई दिल्ली। गुरुवार को शेयर बाजार में गिरावट आई है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 77.26 अंक यानी 0.19 फीसदी की गिरावट के बाद 41,245.74 के स्तर पर खुला। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 11.45 अंक यानी 0.09 फीसदी की गिरावट के बाद 12,114.45 के स्तर पर खुला है। दिग्गज शेयर बाजार आज इंफ्राटेल, इंडसइंड बैंक, यूपीएल, डॉक्टर, रेड्डी, ओएनजीसी, सन फार्मा, टीसीएस, हीरो मोटोकॉर्प, जी लिमिटेड और भारती एयरटेल के शेयर हरे निशान पर खुले। वहीं कोल इंडिया, एचडीएफसी, वेदांता लिमिटेड, जेएसडब्ल्यू स्टील, ग्रासिम, टाटा मोटर्स, आईओसी और अल्ट्राटेक सीमेंट की शुरुआत लाल निशान पर हुई। निजी क्षेत्र के कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर में गिरावट देखने को मिल रही है। बाजार के खुलते ही इसमें 20.95 अंक यानी 1.23 फीसदी की गिरावट आई और यह 1,680.15 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।


सेक्टोरियल इंडेक्स आज आईटी, ऑटो, रियल्टी और फार्मा हरे निशान पर खुले। वहीं मीडिया, प्राइवेट बैंक, एफएमसीजी, मेटल और पीएसयू बैंक लाल निशान पर खुले। प्री ओपन के दौरान सुबह 9:13 बजे शेयर मार्केट सपाट स्तर पर था। सेंसेक्स 11.96 अंक यानी 0.03 फीसदी की बढ़त के बाद 41,334.96 के स्तर पर था। वहीं निफ्टी 6.90 अंक यानी 0.06 फीसदी की गिरावट के बाद 12,119 के स्तर पर था। डॉलर के मुकाबले आज रुपया 23 पैसे की गिरावट के बाद 71.79 के स्तर पर खुला। इससे पहले मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 71.56 के स्तर पर बंद हुआ था।


वांछित चल रहे, शातिर अपराधी गिरफ्तार

अतुल त्यागी जिला प्रभारी, रिंकू सैनी रिपोर्टर, प्रवीण कुमार रिपोर्टर पिलखुआ


एस पी संजीव सुमन के निर्दैशानुशार  चैटिंग अभियान के तहत


हापुड़। थाना गढ़मुक्तेश्वर पुलिस द्वारा चैकिंग के दौरान गैंगस्टर एक्ट में वांछित चल रहे 03 शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके कब्जे से नाजायज असलाह बरामद सौरभ, रहीश और नितिन गिरफ्तार गिरफ्तार अभियुक्तों  में  सोरभ के पास से नाजायज चाकू और रहीश के पास से नाजायज़ छुरी बरामद तीनों पर कार्यवाही करते हूये जेल भेज दिया गया।


पुलिस ने शराब तस्करी में 2 को दबोचा

अतुल त्यागी जिला प्रभारी, रिंकू, सैनी रिपोर्टर पिलखुआ


पुलिस ने शराब तस्कर दो सगे भाइयों को दबोचा


हापुड़। तस्करों से हरियाणा मार्का की दो पेटी से अधिक देशी शराब बरामद शराब तस्कर रिंकू व टिंकू दोनों है सगे भाई पुलिस को चकमा देकर काफी दिनों से दोनों बेच रहे थे अवैध शराब पुलिस ने दोनों को दबोचने के लिए बिछाया था जाल मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने गांव खैरपुर खैराबाद गेट के पास से दोनों को दबोचा। प्रभारी निरीक्षक महावीर सिंह चौहान के कुशल नेतृत्व में पुलिस टीम ने की गिरफ़्तारी।


आदेश ने कर्मचारियों की उड़ा दी नींद

भोपाल। कमलनाथ सरकार के एक आदेश ने स्वास्थ्य कर्मचारियों की नींद उड़ा दी है। सरकार के इस फरमान के बाद कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त हो गया है। कर्मचारियों का कहना है कि वे जिले में घर-घर जागरूकता अभियान तो चला सकते हैं, लेकिन किसी का जबर्दस्ती नसबंदी ऑपरेशन नहीं करवा सकते। दरअसल, सरकार ने कर्मचारियों के लिए हर महीने 5 से 10 पुरुषों के नसंबदी ऑपरेशन करवाना अनिवार्य कर दिया है। ऐसा ना करने पर नो-वर्क, नो-पे के आधार पर वेतन ना देने की चेतावनी दी है। वर्तमान में मप्र की आबादी 7 करोड़ से अधिक है। प्रदेश में 25 जिले ऐसे हैं, जहां का टोटल फर्टिलिटी रेट (टीएफआर) तीन से अधिक है, जबकि मप्र में 2.1 टीएफआर का लक्ष्य है। ऐसे में हर साल 6 से 7 लाख नसबंदी ऑपरेशन के टारेगट होते हैं, लेकिन पिछले साल ये संख्या सिर्फ 2514 रही। कोई भी जिला अपना टारगेट पूरा नही कर पाया।इसी के चलते राज्य सरकार ने कर्मचारियों को परिवार नियोजन के अभियान के तहत टारगेट पूरा करने के निर्देश दिए है। वही इन आंकड़ों पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक छवि भारद्धाज ने भी नाराजगी जताई है। भारद्वाज ने सभी कलेक्टर और सीएमएचओ को पत्र लिखकर कहा है कि प्रदेश में मात्र 0.5 प्रतिशत पुरुष नसबंदी के ऑपरेशन किए जा रहे हैं। अब ‌विभाग के पुरुषकर्मियों को जागरूकता अभियान के तहत परिवार नियोजन का टारगेट दिया जाए। उनके इस पत्र के बाद सीएमएचओ ने पत्र जारी कर कहा है कि यदि टारगेट के तहत काम नहीं किया तो अनिवार्य सेवानिवृत्ति के प्रस्ताव भेजेंगे। सरकार के इस फैसले के बाद कर्मचारियों में आक्रोश है वो इसका विरोध कर रहे है।कर्मचारियों का कहना है कि वे जिले में घर-घर जागरूकता अभियान तो चला सकते हैं, लेकिन किसी का जबर्दस्ती नसबंदी ऑपरेशन नहीं करवा सकते।


शिक्षा नीति में 12वीं कक्षा तक अधिकार

नई दिल्ली। भारत की शिक्षा नीति को अंतिम रूप देने की तैयारी मानव संसाधन मंत्रालय ने शुरू कर दी है। भारत सरकार 2020 के शैक्षिण सत्र में ही देश को नई शिक्षा नीति देना चाहती है। नई शिक्षा नीति के अंर्तगत भारत सरकार शिक्षा के अधिकार का दायरा बढ़ाने पर विचार कर रही है। फिलहाल आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई, शिक्षा के अधिकार के दायरे में आती है। नई शिक्षा नीति में भारत सरकार इस दायरे को बढ़ाकर 12वीं कक्षा तक शिक्षा का अधिकार लागू कर सकती है। नई शिक्षा नीति जारी करने से पहले मानव संसाधन मंत्रालय में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक व संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। नई शिक्षा नीति में शिक्षा का अधिकार कानून के दायरे को व्यापक बनाया जा सकता है। इसमें अब तक प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर की शिक्षा को ही शामिल किया गया है, जो 6 से 14 वर्ष तक की आयु वाले बच्चों को इस कानून के दायरे में लाने की बात करती है। नई शिक्षा नीति में प्राथमिक-पूर्व शिक्षा के महžव को स्वीकारते हुए इस कानून का दायरा प्राथमिक-पूर्व शिक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक की शिक्षा के लिए लागू करने की सिफारिश की गई है। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, “मेरा सदैव से यह प्रबल मत रहा है कि केवल शिक्षा में ही वह क्षमता है जो किसी राष्ट्र को वैश्विक महाशक्ति के रूप में स्थापित कर सकता है। 33 साल बाद एक व्यापक विमर्श के बाद नई शिक्षा नीति आ रही है जो नव भारत का निर्माण सुनिश्चित करेगी।” दरअसल पिछली शिक्षा नीति तीन दशक पहले आई थी। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने नई शिक्षा नीति तैयार करने के लिए पूर्व कैबिनेट सचिव टी.एस.आर. सुब्रमण्यम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति का गठन किया। कमेटी नई शिक्षा नीति का मसौदा पेश कर चुकी है, लेकिन किसी कारण उसे अनुकूल नहीं पाया और वर्ष 2016 में अंतरिक्ष वैज्ञानिक के. कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में एक नई समिति गठित की गई। निशंक ने इस मौके पर कहा “21वीं सदी में सामाजिक आर्थिक विकास के सूत्रपात को तैयार, भारत की उभरती अर्थव्यवस्था को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु श्रेष्ठतम पेशेवरों की आवश्यकता है।'' नर्सरी से 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई को 5 प्लस 3 प्लस 3 प्लस 4 के फॉर्मूले के तहत चार चरणों में बांटने की बात नई शिक्षा नीति में कही गई है। पांच साल का पहला चरण 3 से 8 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए है, इसे फाउंडेशन स्टेज कहा गया है। दूसरा चरण कक्षा 3 से 5 तक 8 से 11 वर्ष के बच्चों के लिए है। तीसरा चरण कक्षा 6 से 8 तक 11 से 14 वर्ष के बच्चों के लिए है, इसे मिडिल स्टेज कहा गया है। चौथा और अंतिम चरण कक्षा 9 से 12 तक 14 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए है, इसे सेकेंडरी स्टेज कहा गया है। शिक्षा नीति की तैयारियों के बीच निशंक ने कहा, “तेजी से बदलते वैश्विक परिवेश में भारत गुणवत्तापरक शिक्षा एवं उद्यमशीलता के माध्यम से विश्व को नेतृत्व प्रदान करने की क्षमता रखता है।


'राशन की होम डिलीवरी' होगी लागू

नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव में मिली बंपर जीत के बाद अब केजरीवाल सरकार अपने चुनावी वादों को हकीकत में बदलना चाहती है। इसके तहत दिल्ली सरकार ने राशन को सीधे उपभोक्ता के घर तक पहुंचाने की योजना को लागू करने का फैसला लिया है। सरकार ने पहली बार राशन की होम डिलीवरी का नियम वर्ष 2018 में बनाया था हालांकि तब दिल्ली के उपराज्यपाल ने इस नियम को मंजूरी नहीं दी। चुनाव नतीजों के तुरंत बाद हरकत में आई केजरीवाल सरकार ने राशन की होम डिलीवरी का प्रारूप तय करना शुरू कर दिया है। दिल्ली के खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री इमरान हुसैन ने इस विषय पर खाद्य उपभोक्ता विभाग के कमिश्नर एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की है। इस बैठक में अधिकारियों से राशन की डोर स्टेप डिलीवरी के कार्यान्वयन की योजना बनाने को कहा गया है। विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से राशन की होम डिलीवरी का वादा किया था। यही कारण है कि अब राशन की होम डिलीवरी दिल्ली सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की सबसे बड़ी प्राथमिकता बन गया है। खाद्य उपभोक्ता विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “बैठक के दौरान खाद्य मंत्री को राशन की डोर स्टेप डिलीवरी की पूरी कार्ययोजना की मौजूदा स्थिति की जानकारी दी गई। मंत्री को बताया गया कि योजना को पूरा करने के किए विभाग द्वारा जमीनी स्तर पर समुचित काम किया जा रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम जल्द ही दिखाई देंगे।” बता दें कि सरकारी राशन की होम डिलीवरी स्कीम को लागू करने की उपराज्यपाल और केंद्र ने वर्ष 2018 में अपनी मंजूरी नहीं दी थी। तभी से यह मामला अधर में लटका हुआ है। वहीं इस विधानसभा चुनाव में राशन की होम डिलीवरी आम आदमी पार्टी का प्रमुख चुनावी वादा रहा है। इसी को देखते हुए खाद्य मंत्री ने विभाग के कमिश्नर को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि योजना के कार्यान्वयन में अब और ज्यादा देरी न हो। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में भी राशन की होम डिलीवरी पर चर्चा की है। कैबिनेट मीटिंग में खासतौर पर 10 गारंटी योजनाओं पर चर्चा की गई। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान केजरीवाल का गारंटी कार्ड जारी किया था। कैबिनेट की बैठक में मंत्रिमंडल सहयोगियों के अलावा दिल्ली के मुख्य सचिव और प्रधान सचिव स्तर के अधिकारी मौजूद रहे। दिल्ली सरकार की यह योजना गरीबों और जरूरतमंदों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 के तहत उनके दरवाजे तक राशन की उपलब्धता सुनिश्चित करवाएगी।


शिवरात्रि को लेकर हुई, हाई लेवल बैठक

ADG IG SSP द्वारा प्रयागराज रिजर्व पुलिस लाइन में जिले के समस्त थाना प्रभारियों के साथ की गई हाई लेवल मीटिंग सुरक्षा व्यवस्था के लिए गई जानकारी



महाशिवरात्रि पावन अवसर से पहले जिले के वरिष्ठ अधिकारी ने थाना प्रभारियों की लगाई क्लास


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। प्रयागराज रिजर्व पुलिस लाइन में रात 11:00 बजे जिले के समस्त थाना प्रभारी के साथ एडीजी प्रेमप्रकाश आईजी प्रयागराज, एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध प्रयागराज ने की हाई लेवल मीटिंग, सुरक्षा-व्यवस्था की जानकारी लिए जिले के कप्तान द्वारा सभी थाना प्रभारियों को निर्देश जारी किया गया। अपने क्षेत्र में वांछित अपराधी, अवैध गांजा, शराब, अवैध खनन पर रोक लगाने का हर संभव प्रयास करें। प्रयागराज जनपद को अपराध मुक्त बनाना हमारा संकल्प है ।अपने क्षेत्र में पेट्रोलिंग करके क्षेत्रवासियों की सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी लेते रहे। कोई भी अराजकता एवं अपरिचित व्यक्ति दिखाई दे फौरन उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की जाए। ताकि जनपद में कानून व्यवस्था मजबूत बनी रहे।


धरने में 40 वें दिन शरबत की सबील

भारत एक धर्म निर्पेक्ष मुल्क है इसे गोडसेवादियों के हाँथ गिरवीं नहीं होने देंगे। (विनय कुमार सिन्हा)


एनपीआर,एनआरसी,सीएए पे वक्ताओं ने हल्ला बोला, इन्केलाबी नारा लगा कर लोगों में भरा जाता रहा जोश, लोहिया विचार मंच के राष्ट्रीय संयोजक विनय कुमार सिन्हा पहोँचे मंसूर पार्क
धरने के चालिसवें दिन हज़रत इमाम हुसैन की याद में लगाई गई शरबत की सबील


प्रयागराज। मंसूर अली पार्क में एनपीआर, एनआरसी और सीएए के खिलाफ चल रहे धरने के ४० वें दिन भी महिलाओं का हुजूम उमड़ा।लोहिया मंच के राष्ट्रीय संयोजक विनय कुमार सिन्हा ने मोदी सरकार पर जम कर हमला बोला।कहा एनआरसी,सीएए और एनपीआर हमारे देश की संस्कृति के खिलाफ है।यह देश बाबा साहब के संविधान पर चलता आया है और जो भी लोकतंत्र और संविधान मे विश्वास रखते हैं वह इस काले का़नून का विरोध कर रहे हैं जो गाँधी और बाबा साहब के संविधान को नहीं मानते वह मुठ्ठी भर लोग इस काले क़ानून के समर्थन में है।यह देश सेकुलर है और रहेगा।हम लोग अपने जीते जी गोडसेवादीयों के मंसूबे को सफल नहीं होने देंगे।वहीं अल्पसंख्यक सभा के मो०शारिक़ ने महिलाओं के जज़बे को सलाम करते हुए एनपीआर एनआरसी और सीएए से देश भर के मुस्लिमों के साथ दलित,पिछड़े और बेघर हो चूके लोगों के लिए इस काले क़ानून को अभिषाप बताया।इफ्तेखार अहमद ने अपने जोशीले भाषण से केन्द्र सरकार पर जमकर तीखे तीर छोड़े।कहा सरकार में तेरे दम है कितना देखा है और देखेंगे। सायरा अहमद,सबीहा मोहानी,खुशनूमा बानो ने इन्क़ेलाबी नारों से जुलूस में आई महिलाओं का जोश भरे अन्दाज़ मे इन्क़ेलाब ज़िन्दाबाद नारी शक्ति ज़िन्दाबाद हिन्दुस्तान ज़िन्दाबाद का नारा लगा कर इस्तेक़बाल किया।वहीं वक्ताओं व नुक्कड़ नाटक में शामिल गीता विश्वकर्मा, शालिनी,ज्योती यादव,शिवानी,अजय कुमार गुप्ता,शैलेन्द्र पासवान,नबीला उसमानी,नौशाबा खान,नाज़नीन बेगम,अलफिशाँ  ने एनपीआर एनआरसी और सीएए के खिलाफ जमकर हमला बोला और काले क़ानून की वापसी तक आन्दोलन जारी रखने की मंशा भी ज़ाहिर कर दी।आज भी मंसूर अली पार्क मे करैली,गौसनगर,अटाला,बैदन टोला,बख्शी बाज़ार,दायरा शाह अजमल,रानी मण्डी आदि क्षेत्रों से सैकड़ों महिलाओं ने तिरंगा लेकर जुलूस निकाला और विभिन्न मोहल्लों मे गश्त करते हुए मंसूर अली पार्क का रुख किया।मंसूर पार्क में चल रहे आन्दोलन के ४०वें दिन भी ज़ीशान रहमानी,अब्दुल्ला तेहामी,सै०मो०अस्करी,उमर खालिद,इरशाद उल्ला,अफसर महमूद,तारीक़ खान,पार्षद फज़ल खान,पार्षद रमीज़ अहसन,पार्षद अक़िलुर्रहमान,शोऐब अन्सारी,शाहिद अली राजू ,सै०मो०शहाब आदि ने भी जोशीले अन्दाज़ में काले क़ानून पर जमकर भढ़ास निकालते हुए आन्दोलन को जारी रखने के साथ शान्तिपूर्वक आन्दोलन जारी रखने की बात कही।


 हज़रत इमाम हुसैन की हक़ और इन्सानियत की खातिर दी गई क़ुरबानी और करबला के मैदान में तीन दिन की भूख और प्यास की शिद्दत के बाद भी हक़ पर रह कर जामे शहादत नोश फरमाने और दूनिया के लोगों को यह संदेश देने के लिए की अगर हम हक़ पर हैं तो दूनिया की कोई ताक़त हमे परास्त नहीं कर सकती ।इसी जज़बे को लेकर रौशन बाग़ मे शबे जुमा शरबत की सबील लगा कर लोगों को शरबत पिलाया गया।मंसूर पार्क के पीछे बने टेन्ट नूमा स्टाल के आस पास.काले झण्डे और इमाम हुसैन के संदेश वाले तरहा तरहा बैनर लगाए गए थे।सबील का इन्तेज़ाम करने वालों में खुशनूद रिज़वी,अली रिज़वी,शाही,आसिफ आदि थे।


बृजेश केसरवानी


राज्य स्थापना पर पीएम की बधाई

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिज़ोरम और अरुणाचल प्रदेश के स्पापना दिवस पर वहां के लोगों को बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने मिजोरम के लोगों को प्रेषित संदेश में कहा मिजोरम के स्थापना दिवस पर राज्य के नायाब लोगों को बधाई। हमें इस राज्य की समृद्ध संस्कृति पर गर्व है। मिजोरम के लोगों ने कई क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और देश के विकास में योगदान दिया है। मैं आने वाले वर्षों में मिजोरम के विकास की कामना करता हूं। 
अरुणाचल प्रदेश के नाम अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा ‘अरुणाचल प्रदेश के स्थापना दिवस पर राज्य के लोगों को बधाई। यह राज्य देशभक्ति और राष्ट्र के विकास के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का पर्याय है। मैं अरुणाचल प्रदेश की निरंतर प्रगति की कामना करता हूं।


आंगनवाड़ी केंद्रों पर अन्नप्राशन दिवस

 जिलाधिकारी बीएन सिंह के नेतृत्व में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर मना अन्नप्राशन दिवस


‘मां के दूध के संग अर्ध ठोस आहार, बने चुस्ती, फुर्ती और मजबूती का आधार’


गौतम बुध नगर। जनपद के सभी 1108 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गुरूवार को अन्नप्राशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम में छह  माह पूर्ण कर चुके बच्चों के परिवार के सदस्यों  को आंगनबाड़ी केंद्रों पर बुलाकर उन्हें बच्चों को ऊपरी आहार देने के संबंध में पूर्ण जानकारी दी गयी। छह माह के पश्चात मां का दूध बच्चे के शारीरिक एवं मानसिक विकास हेतु पर्याप्त नहीं रह जाता । छह से आठ माह तक की आयु तक बच्चों को 200 ग्राम की कटोरी की माप से आधा कटोरी दिन में दो बार मसला हुआ एवं नरम भोजन अलग कटोरी में खिलाना अत्यंत आवश्यक है, इसके साथ स्तनपान जारी रखा जाना है। बच्चे को गाढ़ी दाल, मसली नरम खिचड़ी,दलिया,मसले फल खिलाए जा सकते हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा छह माह के बच्चों को केंद्र पर आमंत्रित करने के लिए आकर्षक आमंत्रण पत्र तैयार कर उनके परिवारों को दिए गये। गुरूवार को 1100 बच्चों का अन्नप्राशन किया गया।


आकर्षक आमंत्रण पत्र ने किया प्रभावित


जिला कार्यक्रम अधिकारी पूनम तिवारी ने बताया कि जनपद में इस बार अन्नप्राशन दिवस पर माताओं को बुलाने के लिए विशेष रूप से आमंत्रण पत्र तैयार किये गये। यह आमंत्रण पत्र आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपने हाथों से तैयार किये। आमंत्रण पत्रों पर अलग-अलग स्लोगन भी लिखे गये थे, जैसे ‘ कोई बहाना नहीं होगा, अन्नप्राशन दिवस जरूर मनाना होगा’, ‘छह माह के बाद मां के दूध के संग अर्ध ठोस आहार, बने चुस्ती, फुर्ती और मजबूती का आधार’ । स्लोगन के अलावा कुछ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने आकर्षक चित्रकारी भी थी। कुछ ने आमंत्रण पत्र पर लिख दिया कि बच्चे को क्या खिलाएं। आमंत्रण पत्र हर उन माताओं को व्यक्तिगत रूप से दिये गये, जिनके बच्चे छह माह के हो गये हैं। सभी को सपरिवार बुलावा दिया गया। उन्होंने बताया सभी का आह्वान किया गया कि बच्चों को स्वस्थ एवं पुष्ट बनाने के इस जनांदोलन में अपनी महत्वपूर्ण सहभागिता देकर बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के साथ ही एक स्वस्थ एवं सुदृढ राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनें। जेवर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता राजबाला ने बताया व्यक्तिगत आमंत्रण पत्र देने से महिलाओं की उपस्थिति बढ़ी।


जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि बच्चों को स्तनपान के साथ-साथ ऊपरी आहार की भी अत्यंत आवश्यकता होती है, इसलिए उनको उचित मात्रा में ऊपरी आहार देना जरूरी है। इससे शारीरिक, मानसिक व बौद्धिक विकास तेजी से होता है। अलग-अलग केन्द्रों पर मनाये गये कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कटोरी चम्मच बच्चे की माताओं को देकर समझाया कि माप के अनुसार बच्चों को आहार देते रहना चाहिये। सभी को यह भी बताया गया कि यदि बच्चों को ऊपरी आहार नहीं दिया जाएगा तो वह कुपोषण का शिकार हो जाएगा।


गेझा आंगनबाड़ी केन्द्र पर अपने बच्चे को लेकर पहुंची सुमित्रा देवी ने कहा कि इस कार्यक्रम से हमें बच्चे के आहार के संबंध में काफी जानकारी मिली, यहां हमें पता चला कि बच्चे को क्या फायदा करता है क्या नुकसान। उन्होंने कहा कि हम अपने बच्चे को बिस्कुट ज्यादा देते थे, यहां पता चला कि ज्यादा बिस्कुट नुकसान करता है, ताजा बना और पौष्टिक आहार या ताजा फल देना चाहिए। जिला सूचना अधिकारी गौतम बुद्ध नगर


फाइबर के मंदिर में विराजेगे रामलला

नई दिल्ली। राम मंदिर निर्माण का काम शुरू होने से पहले ही रामलला विराजमान को गर्भगृह से हटाकर अस्थायी मंदिर में ले जाया जाएगा। यह मंदिर फाइबर का होगा। इसके लिये अधिगृहीत परिसर में मानस भवन के पास के हिस्से में अयोध्या प्रशासन की तरफ नाप-जोख करवाई गई है।


15 दिन बाद अयोध्या में ट्रस्ट की होने वाली बैठक में राम मंदिर निर्माण की तिथि तय होने के साथ अस्थायी मंदिर के स्वरूप को भी स्वीकृति मिलेगी। इसके बाद बतौर अयोध्या के जिलाधिकारी अस्थायी मंदिर की व्यवस्था को अंतिम रूप देंगे। यहां श्रद्धालुओं के लिए दर्शन-पूजन का विशेष इंतजाम भी किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, रामलला के दर्शन व निकासी का मार्ग अलग-अलग बनाया जाएगा, जिससे भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।


गौरतलब है कि 6 दिसंबर, 1992 की घटना के बाद से ही रामलला अस्थायी टेंट में विराजमान हैं। जब तक मंदिर का निर्माण पूरा नहीं हो जाता, रामलला वर्तमान स्थल से शिफ्ट होकर फाइबर के मंदिर में विराजेंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ट्रस्ट की बैठक में इसका पूरा मसौदा रखकर स्वीकृति ली जाएगी। प्रस्ताव में रामलला के लिए भव्य फाइबर का मंदिर बनाने का उल्लेख है। उन्हें मानस भवन के दक्षिण में शिफ्ट किया जाएगा। यहां रामलला चारों भाइयों, हनुमानजी व सालिग्राम भगवान के साथ विराजेंगे।


रामजन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया, “रामलला के भव्य मंदिर निर्माण कार्य प्रारंभ होने में अब देर नहीं है। इसलिए उससे पहले उन्हें टेंट से बाहर निकालने की भी तैयारी पूरी की जा चुकी है। इंजीनियरों की टीम ने इसके लिए अधिगृहीत परिसर में नाप-जोख की है। रामलला को शिफ्ट करने की जगह को चिह्न्ति किया जा चुका है।”


रामलला विराजमान, राजस्व गांव और सरकार के 67 एकड़ जमीन और उससे जुड़ी भूमि को मिलाकर नया राजस्व ग्राम श्रीरामलला विराजमान बनाने की तैयारी कर रही है। आसपास की कुछ और जमीनों के अधिग्रहण के बाद इसका पूरा क्षेत्र करीब 100 एकड़ तक हो सकता है। विहिप के सूत्रों का दावा है कि श्रीरामलला राजस्व ग्राम अयोध्या नगर निगम में दर्ज होकर श्रीरामलला शहर हो जाएगा, इसकी कवायद शुरू हो चुकी है।


पाक ने सरकारी ब्रीफिंग की खारिज

इस्लामाबाद। चीन में कोरोनावायरस का कहर जारी है, ऐसे में वहां फंसे पाकिस्तानी छात्रों के परिजनों ने छात्रों को वापस लाने की मांग के साथ ही सरकार की ब्रीफिंग को खारिज कर दिया। मीडिया ने गुरुवार को इस बात की जानकारी दी। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर बुधवार को सरकार की ओर से एक ब्रीफिंग की व्यवस्था की गई थी, ताकि परिवार के सदस्यों को इस बाबत विश्वास में लिया जा सके कि क्यों पाकिस्तान सरकार ने नागरिकों को चीन से वापस नहीं लाने का फैसला किया है। प्रवासी पाकिस्तानियों पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक सैयद जुल्फिकार बुखारी ने प्रतिभागियों को ब्रीफिंग में कहा कि चीन में कोरोनावायरस की स्थिति जटिल हो गई है। एनएचएस पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक जफर मिर्जा ने कहा कि सरकार परिजनों की परेशानियों को समझती है और इसी को ध्यान में रखते हुए ब्रीफिंग की जा रही है। लेकिन वहां आए प्रतिभागियों ने तर्क देते हुए कहा कि जब अफगानिस्तान और बांग्लादेश जैसे मुल्क भी अपने नागरिकों को चीन से वापस ले आए हैं, तो ऐसे में सिर्फ पाकिस्तान ही क्यों अपने नागरिकों को वहां पर छोड़े हुए है।एक अभिभावक ने कहा, “आप युवाओं की बात करते हैं लेकिन आपको उनकी चिंता नहीं है। यदि हमारे बच्चों को तीन दिनों के भीतर वापस स्वदेश नहीं लाया जाता तो हम चीनी दूतावास के सामने धरने पर बैठेंगे। हम आपका कार्यालय भी बंद कर देंगे। हमारे बच्चों को पाकिस्तान वापस लाया जाए और उन्हें सुरक्षित स्थान पर रखा जाए।” कुछ अभिभावकों ने कहा कि उनके बच्चे वापस आ सकें, इसके लिए वे पैसे दान करने को भी तैयार हैं। उन्होंने कहा, “हमारे बच्चे बस वापस आ जाए और हम कुछ भी अन्य तर्क सुनने को तैयार हैं।” वुहान के अलग-अलग विश्वविद्यालयों में कम से कम 500 पाकिस्तानी छात्र पढ़ाई करते हैं। 1.1 करोड़ की आबादी वाला चीन के हुबेई प्रांत का वुहान शहर कोरोनावायरस का मुख्य केंद्र बना हुआ है।


'जीएसआई' ने खोजा, 3 हजार टन सोना

सोनभद्र। उत्तर-प्रदेश के सोनभद्र जनपद में तीन हजार टन सोना (Gold) मिला है | यह सोना जमीन के अंदर दबा हुआ है | राज्य के खानिज विभाग ने सोने का पता लगाया है | जल्द ही इस सोने को निकालने का काम शुरू कर दिया जाएगा | जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) की टीम पिछले 15 साल से यहां काम कर रही थी | टीम ने आठ साल पहले ही जमीन के अंदर सोना होने की पुष्टि कर दी थी | यूपी सरकार ने अब तेजी दिखाते हुए सोने को बेचने के लिए ई-नीलामी प्रक्रिया शुरू कर दी है | बता दें कि वर्ष 2005 से जीएसआई की टीम सोने की तलाश के लिए काम कर रही थी | टीम ने गहन अध्ययन करने के बाद सोनभद्र में सोना होने के बारे में बताया था और वर्ष 2012 में इस बात की पुष्टि भी कर दी थी | टीम ने बताया था कि सोनभद्र की पहाड़ियों में सोना मौजूद है |
जीएसआई के अनुसार हरदी क्षेत्र में 646.15 किलोग्राम सोने का भंडार है वही सोन पहाड़ी में 2943.25 टन सोने का भंडार है | यूपी सरकार ने तेजी दिखाते हुए सोने के ब्लॉक के आवंटन के संबंध में प्रक्रिया शुरू कर दी है | बता दें कि सोनभद्र के कोन क्षेत्र के हरदी गांव में और महुली क्षेत्र के सोन पहाड़ी में सोने का एक बड़ा भंडार मिलने की पुष्टि हो चुकी है | ई-टेंडरिंग के माध्यम से ब्लॉकों के नीलामी के लिए शासन ने सात सदस्यीय टीम भी गठित कर दी है | यह टीम पूरे क्षेत्र की जिओ टैगिंग करेगी और 22 फरवरी, 2020 तक अपनी रिपोर्ट भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय लखनऊ को सौंप देगी | सोने के साथ-साथ सोनभद्र के फुलवार क्षेत्र में दो स्थानों- सलैयाडीह क्षेत्र में एडालुसाइट, पटवध क्षेत्र में पोटाश, भरहरी में लौह अयस्क और छपिया ब्लाक में सिलीमैनाइट के भंडार की भी खोज की गई है | जिले के खनिज अधिकारी के.के राय ने बताया कि सोनभद्र जिले में यूरेनियम के भी भंडार होने की संभावना है जिसकी तलाश में केंद्रीय और अन्य टीम लगी हुई हैं।


शिवरात्रि पर 5 राशियां होगी प्रभावित

हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का पर्व उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस साल महाशिवरात्रि 21 फरवरी को यानि कल मनाई जाएगी। इस साल की शिवरात्रि बेहद खास है क्योंकि इस बार शिवरात्रि पर 117 साल बाद शुक्र और शनि का दुर्लभ योग बन रहा है। भगवान शिव की पूजा-अर्चना से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस महाशिवरात्रि पांच राशि वाले जातकों पर भगवान शिव की खास कृपा रहेगी। इन राशि वाले जातकों के सारे रुके काम पूरे हो जाएंगे।


1.मेष- इस शिवरात्रि मेष राशि वाले जातकों को भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से विशेष फल मिलेगा। इसके साथ ही उनका भाग्य इस समय उनका पूरा साथ देगा। पद और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. स्वास्थ्य लाभ भी बना रहेगा। 
2. वृषभ- महाशिवरात्रि के मौके पर वृषभ राशि वालों जातकों पर भगवान शिव की पूरी कृपा रहेगी। धन-धान्य में वृद्धि होगी। करोबार करने वाले लोगों का करोबार खुब फलेगा। पद-प्रतिष्ठा के साथ-साथ समाजिक सम्मान में भी वृद्धि होगी। जो भी जातक नौकरी का इंतजार कर रहे हैं उनको भी शुभ समाचार मिल सकता है। हालांकि इस राशि वाले जातकों को नकारात्मक लोगों से बचकर रहने का सलाह दिया जा रहा है। महामृत्युंजय का जाप करें।


3. सिंह- इस राशि वाले जातकों पर भगवान शंकर की खूब कृपा बरसेगी। अपने कार्यक्षेत्र में आगे बढ़ेगें। आत्मबल प्रबल रहेगा। पारिवारिक सुख की पूरी प्राप्ति है। जो भी नया काम आप शुरू करेंगे उसमें लाभ मिलेगा। 
4. तुला- तुला राशि के जातकों को इस महाशिवरात्रि अच्छे परिणाम मिलेंगे। खुशखबरी भी मिल सकती है। सारे रुके काम बन जाएंगे। मकान खरीदने का संयोग बन रहा है। भगवान शिव की पूजा के दौरान दही चढ़ाएं।
5. मीन- इस राशि वाले जातकों को यात्राओं के साथ-साथ धन के  योग बन रहे हैं। वाहन, जमीन खरीदने का संयोग बन रहा है। आपके जो भी शत्रु हैं उनका दमन होगा। कानूनी पचड़े में आपको विजय मिलेगा। किसी भी दिशा में आप जाएंगे तो आपको सफलता मिलेगी।


अनामिका


आईपीएस ऑफिसरो से भरी नाव पलटी

भोपाल। आईपीएस ऑफिसरों से भरी नाव झील में पलट गई, इस नाव पर ही मध्य प्रदेश के डीजीपी विजय कुमार सिंह की पत्नी सवार थी। आसपास के मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने सभी को बचा लिया। जिससे बड़ा हादसा टल गया। यह घटना भोपाल शहर की है।


सभी की बच गई जानः घटना के बारे में बताया जा रहा है कि आईपीएस सर्विस मीट के दौरान कई अधिकारी नाव पर सवार होकर झील घुमने निकले। इस दौरान ही यह हादसा हो गया। एडीजी विजय कटारिया ने बताया कि नाव में मौजूद सभी लोगों ने लाइफ जैकेट्स पहनी थी, इसलिए कोई हताहत नहीं हुआ।


सेफ्टी बोट थी तैनातः बताया जा रहा है कि हर साल भोपाल में आईपीएस मीट का आयोजन किया जाता है। इस दौरान अधिकारी जुटते हैं। जिसमें से कुछ वाटर स्पोर्ट्स में हिस्सा लेते हैं। हिस्सा लेने से पहले सुरक्षा को लेकर सभी को लाइफ जैकेट्स पहनने के लिए दिया जाता है. जिससे बड़ा हादसा टल गया। जिससे अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। कुछ देर के लिए यहां पर अफरातफरी का माहौल हो गया था।


मनीष कुमार


 


25 करोड़ का सांपों का जहर बरामद

अररिया। तस्करों के पास से एसएसबी ने 25 करोड़ रुपए का सांप का जहर बरामद किया है। तस्करों ने जहर को 2 जार में रखा हुआ था। जिस जार में तस्करों ने जहर रखा था वह बुलेटप्रूफ है। यह कार्रवाई अररिया में एसएसबी की टीम ने की है।


नेपाल सीमा पर हुई कार्रवाईः एसएसबी जवानों को सूचना मिली थी कि कुछ तस्कर बॉर्डर पार करने वाले हैं इनके पास सांप का जहर है। सूचना मिलने के बाद जवानों ने जांच तेज कर दी। इस दौरान बाइक सवार तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार तस्करों में सरफिल यादव,जितेंद्र यादव सिकटी थाना क्षेत्र के दहिपोरा मजरख गांव के रहने वाले हैं। एक तस्कर पश्चिम बंगाल का रहने वाला है।


जार पर लिखा है मेड इन फ्रांसः एसएसबी ने बरामद सांप का जहर और तस्करों को वन विभाग के हवाले कर दिया है। जिस जार में जहर था उस पर मेड इन फ्रांस लिखा हुआ है। अंतराष्ट्रीय बाजार में इस जहर की कीमत लगभग 25 करोड़ रुपए है। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के दौरान तस्करों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के मालदह के नारायण साह उर्फ गोपाल दा ने उनलोगों को सांप का जहर दिया था। इसको देश के किसी शहर में देना था।


मनीष कुमार


प्रदर्शनकारियों से वार्ता, नहीं निकला हल

रवि चौहान


नई दिल्ली। दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में बीते 15 दिसंबर से संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट के वार्ताकार बुधवार को प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे। इस दौरान वार्ताकार संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन ने प्रदर्शनकारियों से करीब 2 घंटे तक बातचीत की लेकिन मसले को कोई हल नहीं निकला।


दोनों वार्ताकारों ने मंच से प्रदर्शनकारियों को सुप्रीम कोर्ट का आदेश पढ़कर सुनाया और समझाने की कोशिश की। इस दौरान साधना रामचंद्रन ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने यह कतई नहीं कहा कि आपके विरोध के अधिकार को छीना जाए। हम इस मसले का एक ऐसा हल निकालने पर विचार कर रहे हैं जो दुनिया में मिसाल पेश करे।


बातचीत से पहले वार्ताकारों ने कहा कि दोनों के बीच चर्चा मीडिया के सामने नहीं होगी। वार्ताकारों की इस सुझाव पर प्रदर्शनकारी बंटे हुए नजर आएं। किसी ने इस पर सहमति जताई तो कोई नाराज नजर आया। हालांकि वार्ताकारों की तरफ से कहा गया कि जो भी बातचीत होगी उसे मीडिया को भी बता दिया जाएगा। वहीं एक तरफ वार्ताकार प्रदर्शनकारियों को सुन रहे थे तो दूसरी तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में केजरीवाल के कामकाज संभालने के बाद यह उनकी शाह के साथ पहली बैठक है। यह बैठक करीब 20 मिनट तक शाह के आवास पर चली। पहले यह बैठक गृह मंत्रालय में होनी थी।


केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी से मुलाकात की। काफी सार्थक और अच्छी बैठक रही। दिल्ली से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई। हम दोनों ही इस बात पर सहमत हुए कि दिल्ली के विकास के लिए हम साथ काम करेंगे।’ हालांकि इस दौरान दोनों के बीच शाहीन बाग विरोध प्रदर्शन को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई। मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट ने प्रदर्शनकारियों को दूसरे स्थल पर जाने के लिए मनाने के लिए दो वार्ताकारों की नियुक्ति की है।


जो मरना चाहता है उसे कौन बचाएगा

CAA हिंसा पर बोले योगी आदित्यनाथ- कोई मरने के लिए आ ही रहा है तो जिंदा कहां से हो जाएगा


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। सीएम का बयान संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ दिसंबर में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा में हुई मौतों पर है। उन्होंने कहा है कि अगर कोई मरने के लिए आ ही रहा है तो वो जिंदा कहां से हो जाएगा।
 इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि सीएए विरोधी हिंसा में पुलिस की गोली से उत्तर प्रदेश में किसी की मौत नहीं हुई। उन्होंने कहा सीएए विरोधी हिंसा के दौरान राज्य में कुल 20 लोगों की मौत हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य विधानसभा को संबोधित करते हुए यह बातें कही।
इस दौरान आदित्यनाथ ने उन लोगों पर भी निशाना साधा, जो पिछले एक महीने में राज्य में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) का विरोध कर रहे हैं। लखनऊ, कानपुर और प्रयागराज में इस कानून के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। उन्होंने आगे कहा ‘आजादी के नारे लगाए जा रहे हैं। कौनसी आजादी’? क्या हमें जिन्ना (मोहम्मद अली जिन्ना) के सपने के लिए काम करना है या क्या हमें गांधी के सपनों की दिशा में काम करना है?
पुलिस को दिसंबर की हिंसा के बाद उनके काम की प्रशंसा की जानी चाहिए। क्योंकि राज्य में कोई दंगे नहीं हुए। हम लोकतांत्रित तरीके के जरिए किए जाने वाले प्रदर्शनों का समर्थन करते हैं लेकिन जहां हिंसा होगी वहां पर जो जिस भाषा में समझेगा उसी में समझाएंगे।’


'दिल्ली पुलिस वीक' बच्चों को दिया सम्मान

दिल्ली पुलिस वीक 2020" के अवसर पर पेंटिंग प्रतियोगिता और सड़क सुरक्षा अभियान पर कमिश्नर,ने बच्चों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया


नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस वीक 2020 समारोहों के रूप में "दिल्ली ट्रैफिक पुलिस" ने इंडिया गेट C-HEXAGON,लॉन में सड़क सुरक्षा क्लब की एक 'ऑन-द-स्पॉट' पेंटिंग प्रतियोगिता और स्मारक समारोह का आयोजन किया।
 
दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक, ने इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की  और वरिष्ट पुलिस अधिकारी ताज हसन, स्पेशल सीपी, ट्रैफिक और आर एस  कृष्णिया, स्पेशल CP/L & O (दक्षिण) इस अवसर पर सम्मानित अतिथि थे। पुलिस वीक समारोहों के इस अवसर पर बोलते हुए दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने युवाओं और बच्चों के दिमाग में सही सड़क उपयोगकर्ता व्यवहार को विकसित करने के महत्व पर जोर दिया ताकि जब वे बड़े हो जाएं तो वे अच्छे सड़क सुरक्षा मूल्यों को आत्मसार करें उन्होंने दिल्ली ट्रैफिक पुलिस विशेषकर सड़क सुरक्षा सेफ्टी की ओर से आम जनता के साथ-साथ स्कूली बच्चों में सड़क सुरक्षा जागरूकता फैलाने के प्रयासों की बहुत बहुत सराहना की गई। जो कि वर्ष 2019 में दिल्ली की सड़कों पर होने वाले जानलेवा हादसों को कम करने में एक लंबा रास्ता तय किया है।
 
पुलिस आयुक्त ने कहा कि पिछले वर्ष (2018) 1690 और वर्ष 2019 में घातक दुर्घटनाओं की संख्या में 1463 की गिरावट आई है, यह इस तथ्य की ओर इशारा करता है कि 224 मौतों में भारी कमी आई है अर्थात सड़क में 14 प्रतिशत कमी आई है। दुर्घटनाओं और दिल्ली ट्रैफिक पुलिस 30 साल की अवधि के बाद इस उपलब्धि को हासिल करने में सफल रही है। इसी प्रकार, वर्ष 2019 में दिल्ली में दुर्घटनाओं की संख्या में 905 (-14%) की कमी दर्ज की गई है। वर्ष 2019 में दुर्घटना का आंकड़ा 5610 था, जबकि 2018 में दिल्ली में दुर्घटनाओं की कुल संख्या 6515 थी।


दिल्ली में प्राथमिक, मध्य और वरिष्ठ वर्ग के 20 से अधिक स्कूलों के लगभग 800 छात्रों ने सड़क सुरक्षा से संबंधित विषयों पर आधारित "ऑन-द-स्पॉट पेंटिंग प्रतियोगिता" में भाग लिया।  दिल्ली कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स, तिलक मार्ग के संकाय सदस्यों की एक टीम;  विभाग। आर्ट्स, जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी और कैपिटल कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स, रोहिणी ने प्रत्येक श्रेणी के लिए चित्रों का आकलन किया और प्रत्येक श्रेणी में प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया। प्रत्येक श्रेणी में विजेताओं को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
 
मौके पर प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार के लिए भी पुरस्कार दिए गए अक्टूबर 2019 में योग्य सीपी दिल्ली द्वारा शुरू की गई स्कूल रोड सेफ्टी अवेयरनेस कैंपेन 2019-20 के संबंध में आयोजित सड़क सुरक्षा से संबंधित विषयों पर अंतिम प्रतियोगिताओं के निबंधों, निबंध लेखन, एक्सपेम्पोर भाषण और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिताओं के विजेता।
 
इसके अलावा, सड़क सुरक्षा रोलिंग ट्रॉफी के साथ 15,000 रुपये को ज्ञान मंदिर पब्लिक स्कूल, नारायण विहार से सम्मानित किया गया, जिसे सर्वश्रेष्ठ स्कूल घोषित किया गया था जिसने छात्रों और स्कूलों को शामिल करते हुए अभिनव जागरूकता अभियान आयोजित करके आम जनता के बीच सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए अधिकतम योगदान दिया था।  टीनू पब्लिक स्कूल, संगम विहार को रनर अप स्कूल घोषित किया गया और इस अवसर पर दस हजार रुपये के साथ सम्मानित किया गया। और एक प्रशंसा प्रमाण पत्र। सभी पुरस्कार और नकद पुरस्कार सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) द्वारा प्रायोजित किए गए थे।


शिक्षिका ने मुंडवाया सिर, राहुल को भेजे बाल

 भोपाल। बीते 72 दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे अतिथि विद्वानों के लिए बुधवार का दिन बेहद भावुक करने वाला रहा। बुधवार दोपहर को धरना दे रही एक महिला अतिथि विद्वान ने अपने केश त्यागते हुए सार्वजनिक रूप से खुद का मुंडन करवा लिया. मुंडन करवाने वाली महिला अतिथि विद्वान का नाम डॉक्टर शाहीन खान है।


मुंडन करवाने के बाद भावुक हो गईं और कहा कि चुनाव के बाद अतिथि विद्वानों से कांग्रेस ने वादा किया था कि सरकार बनने पर हमारी मांगों को पूरा किया जाएगा। हमने साल भर तक इंतजार किया और उसके बाद ही हमने जब आंदोलन शुरू किया तो अतिथि विद्वानों को फालेन आउट नोटिस मिलना शुरू हो गए। हम यहां दो महीने से ठंड में धरना दे रहे हैं, लेकिन सरकार ने हमारी कोई सुध नहीं ली. हमने बच्चों को पढ़ाकर उनका भविष्य बनाया लेकिन अब खुद हमारा भविष्य अंधकारमय है इसलिए यहां से लिखित आर्डर मिलने तक हम नहीं उठेंगे।



वहीं, अतिथि विद्वान नियमतिकरण संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष देवराज सिंह ने कहा कि इससे दुखदाई दिन अतिथि विद्वानों के लिए नहीं हो सकता, क्योंकि एक महिला ने अपने केश त्याग दिए। डॉक्टर शाहीन ने जो बाल मुंडवाए हैं उसे हम राहुल गांधी के पास भेजेंगे ताकि उन्हें पता चल सके कि उनके दिए गए वचन का यहां पालन नहीं हो रहा है।  


वहीं, महिला अतिथि विद्वान के मुंडन करवाने के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कमलनाथ पर ट्वीट कर निशाना साधा है। शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ का फरवरी 2018 का एक पुराना ट्वीट शेयर करते हुए लिखा है कि मुख्यमंत्री जी, आज भी केश नारी के सम्मान का प्रतीक है। अतिथि विद्वान बहनों ने आपकी सोती हुई सरकार को नींद से जगाने के लिए अपने केश त्यागे, क्या आज आपको उनकी पीड़ा का अंदाज़ा है? क्या आपकी नज़र में आज प्रदेश शर्मसार हुआ? क्या उनकी भलाई के लिए आप कोई कदम उठाएंगे?


दरअसल, जब शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री थे तब कमलनाथ ने महिला अतिथि विद्वान के मुंडन कराने पर शिवराज को घेरते हुए इसे दिल को झकझोरने वाली घटना कहा था। बता दें कि अपने नियमतिकरण की मांग को लेकर मध्य प्रदेश के अतिथि विद्वान 2 दिसंबर 2019 से आंदोलन कर रहे हैं जो अबतक जारी है।


देहरादून, प्रयागराज, भोपाल के लिए विमान

प्रयागराज। प्रयागराज से अगले महीने पुणे की सीधी फ्लाइट शुरू होने के बाद देहरादून और भोपाल की भी सीधी फ्लाइट शुरू होगी। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने प्रयागराज से उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सीधी फ्लाइट संचालन की मंजूरी दे दी है। इन दोनों ही शहरों के लिए निजी विमानन कंपनी इंडिगो द्वारा फ्लाइट शुरू की जाएगी। इसके लिए डीजीसीए ने 29 मार्च 2020 से लागू हो रहे समर शेड्यूल में भी इसका स्लॉट आवंटित कर दिया है।वर्तमान समय प्रयागराज से दिल्ली के लिए दो और मुंबई, कोलकाता, रायपुर, बंगलूरू एवं गोरखपुर के लिए सीधी हवाई सेवा है। पांच मार्च से विमानन कंपनी इंडिगो पुणे के लिए भी सीधी फ्लाइट शुरू कर रहा है। इस सेवा के शुरू होने के बाद इंडिगो को देहरादून और भोपाल का भी 29 मार्च से डीजीसीए ने स्लॉट आवंटित किया है। हालांकि इंडिगो की ओर से अभी देहरादून और भोपाल की बुकिंग शुरू नहीं की गई है। बताया जा रहा है कि इन दोनों शहरों के लिए इंडिगो 72 सीट वाला एटीआर श्रेणी का विमान चलाएगा।पाल से यह विमान प्रयागराज के लिए सुबह के वक्त उड़ान भरेगा। प्रयागराज आने के बाद यही विमान यहां से देहरादून रवाना होगा। वहां 30 मिनट रुकने के बाद वापस यही विमान प्रयागराज आएगा और भोपाल के लिए उड़ान भरेगा। बृजेश केसरवानी


मातम में बदली खुशी, तीन की मौत

बलरामपुर।  बलरामपुर के चांदो मोड़ में शादी  खुशी का माहौल उस समय गम में बदल गया जब एक बाराती गाड़ी एक्सीडेंट हो गई। इस वाहन में सवार तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। जानकारी के अनुसार मृतकों में राहुल रजक, विष्णु संबल और सूरज प्रजापति हैं। इस घटना में संजीप सिंह चालाक बुरी तरह जख्मी हो गया है। बारात ओबरी से अमडंडा जा रही थी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हादसे में जख्मी एक व्यक्ति को अस्पताल एडमिट करवाया है।


जानकारी के अनुसार बारात की कई गाड़ियां थी जिनमें से दुर्घटनाग्रस्त हुई स्कार्पियो काफी पीछे चल रही थी, इसी दौरान हादसा हुआ। लोगों के अनुसार वाहन तेज रफ्तार में थी हादसे की वजह यहीं बताई जा रही है। घटना की सूचना के बाद शादी की खुशियां गम में बदल गई। बेहद ही सादे समारोह में किसी तरह से आयोजन कर लड़की को विदा किया गया।


भारत ने दूसरा गोल्ड मेडल जीता

नई दिल्ली। एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप का गुरुवार को तीसरा दिन है। भारत ने तीसरे दिन में स्वर्णिम शुरुआत की है। भारत की महिला पहलवान दिव्या काकरान ने 68 किग्रा भार वर्ग में जापानी खिलाड़ी नारुहा मत्सुयुकी को हराकर गोल्ड अपने नाम कर ली है। नई दिल्ली के केडी जाधव स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में दिव्या ने शानदार प्रदर्शन किया और भारत के लिए टूर्नामेंट का दूसरा गोल्ड मेडल जीता। इसी के साथ भारत के नाम में अब दो गोल्ड सहित कुल छह पदक हो चुके हैं।


काशी महाकाल एक्सप्रेस का सफर शुरू

नई दिल्ली। काशी महाकाल एक्सप्रेस का आधिकारिक सफर गुरुवार से शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 फरवरी को चंदौली के पड़ाव से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। ये ट्रेन वाराणसी से इंदौर के बीच चलेगी, जो तीन ज्योतिर्लिंगों (श्री ओम्कारेश्वर, श्री महाकालेश्वर और काशी विश्वनाथ) को आपस में जोड़ेगी। आईआरसीटीसी काशी महाकाल एक्सप्रेस का शुभारंभ महाशिवरात्रि के एक दिन पहले यानी 20 फरवरी से शुरू हो रहा है। देश की तीसरी कॉरपोरेट ट्रेन कैंट रेलवे स्टेशन से दोपहर 2.45 बजे इंदौर के लिए रवाना होगी और दूसरे दिन सुबह 9.40 बजे इंदौर पहुंच जाएगी। महाकाल के पहले यात्रियों को आईआरसीटीसी की ओर से आकर्षक उपहार भी दिए जाएंगे।


कैरियर को लेकर कोई प्लानिंग नहीं

मनोज सिंह ठाकुर


मुंबई। ड्रामा से लेकर ऐक्शन फिल्मों में अपनी ऐक्टिंग से लोगों का ध्यान आकर्षित करने वाले ऐक्टर विकी कौशल इस साल की शुरुआत हॉरर फिल्म ‘भूत- द हॉन्टेड शिप’ से करने जा रहे हैं। 2018 में विकी कौशल ने ‘राजी’,’संजू’ और ‘मनमर्जियां’ जैसी फेमस फिल्मों में काम किया था और 2019 में आई फिल्म ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ के लिए उन्हें नैशनल अवॉर्ड भी मिला। विकी कौशल कहा कि मैं अपने करियर के लिए कोई योजना नहीं बनाता। मैं अगर ऐसा करूंगा तो अपने काम के साथ न्याय नहीं कर पाउंगा।


वह मुझे एक ऐक्टर के तौर पर जटिल बना देगा। मेरे लिए अच्छे फिल्मकारों द्वारा बनाई बेहतरीन फिल्मों का हिस्सा होना जरूरी है क्योंकि लोग अच्छी कहानियां देखना चाहते हैं। विकी कौशल का मानना है कि वह जब तक अलग-अलग तरह की फिल्में करते रहेंगे ऐक्टर के तौर पर उनका विकास होता रहेगा। उन्होंने कहा कि मैंने फिल्म ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ से पहले कोई ऐक्शन फिल्म नहीं की थी इसलिए मुझमें वह करने की ललक थी। फिल्म ‘भूत- द हॉन्टेड शिप’ मेरी पहली हॉरर फिल्म है, इसलिए मुझे काफी मेहनत करनी पड़ी। मैं संतुष्ट होना चाहता था कि अब में इसमें रम गया हूं। फिल्म ‘भूत- द हॉन्टेड शिप’ का निर्देशन भानू प्रताप सिंह ने किया है। फिल्म 21 फरवरी को बड़े पर्दे पर रिलीज होगी। इस फिल्म के अलावा विकी कौशल डायरेक्टर शूजीत सरकार की क्रांतिकारी उधम सिंह की बायॉपिक में नजर आएंगे। वह करण जौहर की फिल्म ‘तख्त’ में भी हैं।


फर्स्ट ड्रिंक में दूध या जूस बेहतर

यह बात न सिर्फ हमारे बड़े बुजुर्ग कहते आ रहे हैं बल्कि अब तो यह बात पूरी तरह से साबित भी हो चुकी है कि ब्रेकफस्ट हमारे दिन का सबसे अहम मील है और किसी भी हाल में ब्रेकफस्ट को स्किप नहीं करना चाहिए। इतना ही नहीं, आप ब्रेकफस्ट में क्या खाते हैं इस पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। रात के डिनर के बाद जब हम सोते हैं तो कम से कम 8-9 घंटे की फास्टिंग हो जाती है और ऐसे में सुबह-सुबह शरीर को फिर से एनर्जी पाने के लिए ब्रेकफस्ट की जरूरत होती है। लिहाजा पोषक तत्वों से भरपूर चीजों को ब्रेकफस्ट में शामिल करना चाहिए। 
ब्रेकफस्ट में दूध या जूस?
लेकिन एक सवाल जो अक्सर लोगों के मन में आता है कि- ब्रेकफस्ट में दूध पीना चाहिए या जूस? बहुत से लोग ब्रेकफस्ट में कैल्शियम से भरपूर 1 गिलास दूध पीना पसंद करते हैं तो वहीं कुछ लोगों को सुबह-सुबह नाश्ते में ब्रेड-टोस्ट या ऑमलेट के साथ विटमिन सी से भरपूर 1 गिलास ऑरेंज जूस पीना पसंद होता है। लेकिन सुबह की पहली ड्रिंक के लिहाज से दूध या जूस क्या है बेहतर, यहां जानें दोनों के फायदे और नुकसान। 
दूध पीने के हैं इतने फायदे
दूध कैल्शियम का तो बेस्ट सोर्स है ही, साथ ही दूध में प्रोटीन, विटमिन बी 12, हेल्दी फैट्स आदि भी भरपूर मात्रा में होते हैं। सदियों से दूध को एक कम्प्लीट मील के तौर पर देखा जाता रहा है। दूध के तमाम फायदों की वजह से ही शरीर को हेल्दी और ऐक्टिव रखने के लिए बड़ी संख्या में लोग दूध का सेवन करते हैं। ऐसे में देखा जाए तो सुबह ब्रेकफस्ट में दूध पीना फायदेमंद हो सकता है। 
दूध के कुछ नुकसान भी हैं
दूध में सैच्युरेटेड फैट होता है जिससे मोटापा और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा हो सकता है। साथ ही इन दिनों दूध देने वाले जानवरों को इंजेक्शन भी लगाया जाता है ताकि वे ज्यादा दूध दे सकें और इस इंजेक्शन का भी हमारी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में जब तक आप दूध की क्वॉलिटी को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त न हों सुबह-सुबह दूध पीने से बचें। बहुत से लोगों में लैक्टोज इनटॉलरेंस की भी दिक्कत होती है और ऐसे लोगों को भी दूध से बचना चाहिए। कई बार ज्यादा दूध पीने से डाइजेशन से जुड़ी दिक्कतें भी हो जाती हैं। हालांकि आप चाहें तो डेयरी मिल्क की जगह सोया मिल्क का सेवन कर सकते हैं। 
विटमिन सी से भरपूर ऑरेंज जूस के फायदे
विटमिन सी और ऐंटिऑक्सिडेंट्स से भरपूर ऑरेंज जूस हमारी शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाकर हमें बीमारियों से दूर, फिट और हेल्दी रहने में मदद करता है। विटमिन सी शरीर को वातावरण से जुड़ी दिक्कतें जैसे- पलूशन, सूर्य की हानिकारक यूवी किरणें आदि से भी बचाता है। सुबह ब्रेकफस्ट में अगर आप 1 गिलास ऑरेंज जूस पी लें तो आपके दिनभर की विटमिन सी की जरूरत पूरी हो जाती है। 
ऑरेंज जूस के नुकसान
हालांकि अगर आप घर में खुद ऑरेंज का जूस निकालकर फ्रेश जूस पी रहे हैं तभी वो फायदेमंद होगा। डिब्बाबंद या पैकेज्ड ऑरेंज जूस में चीनी की मात्रा बहुत अधिक होती है और वो फ्रेश नहीं होता, काफी पुराना होता है, उसमें जूस का टेस्ट बढ़ाने के लिए केमिकल्स भी मिले होते हैं। फ्रेश ऑरेंज जूस के साथ भी एक दिक्कत ये है कि जब आप फल का जूस निकालते हैं तो उसके ज्यादातर पोषक तत्व बाहर निकल जाते हैं और जूस में सिर्फ पानी ही रह जाता है। 
ऑरेंज जूस नहीं दूध है बेहतर
जूस और दूध की इस जंग में दूध बाजी मारता नजर आ रहा है क्योंकि दूध में कैल्शियम होता है जो हमारी हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है जबकी ऑरेंज जूस दांतों के इनैमल को नुकसान पहुंचा सकता है। दूसरी बात ये है कि 1 गिलास दूध पीने से आपका पेट भरा हुआ महसूस होता है और आपको देर तक भूख नहीं लगती जबकी 1 गिलास जूस पीने के बाद आपको पेट भरने वाली फीलिंग नहीं आती। दूध में हेल्दी प्रोटीन होता है जिससे आप दिनभर अनहेल्दी स्नैकिंग करने से बच सकते हैं। लिहाजा डिनर और ब्रेकफस्ट के बीच के 8-9 घंटे की फास्टिंग को तोडऩे के लिए जूस से बेहतर ऑप्शन है दूध।


हंसना-रोना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक

बहुत से लोगों को ऐसा लगता है कि रोना कमजोरी की निशानी है और शायद यही वजह है कि पुरुष तकलीफ होने पर भी आंसू बहाने और रोने से परहेज करते हैं। लेकिन साइंस की मानें तो रोने के ढेर सारे फायदे हैं। जिस तरह खुलकर हंसना सेहत के लिए फायदेमंद है, ठीक उसी तरह फूट फूट कर रोना भी बेहद जरूरी है। रोना भी आपकी सेहत को उतना ही फायदा देता है, जितना हंसना। लेकिन आखिर आप और हम रोते क्यों है? रोने और आंसू आने के पीछे की वजह क्या है? रोने के क्या-क्या फायदे हैं, यहां जानें।
शरीर और दिमाग दोनों के लिए फायदेमंद
रोना एक सामान्य ह्यूमन ऐक्शन है जो हमारे अलग-अलग इमोशन्स की वजह से ट्रिगर होता है। जब हम दुखी होते हैं, उदास होते हैं, किसी बात को लेकर टेंशन या स्ट्रेस में होते हैं तो इन अलग-अलग भावनाओं की वजह से रोना आ जाता है। अनुसंधानकर्ताओं की मानें तों रोना आपके तन के साथ-साथ मन के लिए भी फायदेमंद है और इसकी शुरुआत तभी से हो जाती है जब बच्चा जन्म लेते वक्त पहली बार रोता है। 
आंसूओं के जरिए टॉक्सिन्स निकलते हैं बाहर
एक स्टडी के मुताबिक, जिस तरह से पसीना और यूरिन जब शरीर के बाहर निकलते हैं तो शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं, वैसे ही आंसू आने पर भी आंखों की सफाई हो जाती है। आपको बता दें कि आंसू 3 तरह के होते हैं। 
अनैच्छिक आंसू तब निकलता है जब आंखों में कोई कचरा, धूल के कण या धुंआ चला जाए तो आंखों से पानी आने लगता है। 
बुनियादी आंसू जिसमें 98 प्रतिशत पानी होता है, यह आंखों को लुब्रिकेट रखता है और इंफेक्शन से बचाता है।
भावनात्मक आंसू जिसमें स्ट्रेस हॉर्मोन्स और टॉक्सिन्स की मात्रा सबसे अधिक होती है और इनका बह जाना फायेदमंद होता है।
रोने से खुद को शांत करने में मिलती है मदद
खुद को सांत्वना देने और शांत करने का बेस्ट तरीका है रोना। 2014 में हुई एक स्टडी से जुड़े अनुसंधानकर्ताओं की मानें तो रोने से हमारे शरीर में पैरासिम्प्थेटिक नर्वस सिस्टम (पीएनएस) उत्तेजित हो जाता है और इसी पीएनएस की वजह से शरीर को आराम करने और डाइजेशन में मदद मिलती है। रोने के फायदे आपको तुरंत नजर नहीं आएंगे। लेकिन अगर आप कुछ देर तक आंसू बहाएं तो आपको खुद में रोने के फायदे नजर आएंगे। 
रोने से दर्द होता है कम
लंबे वक्त तक रोने से ऑक्सिटोसिन और इन्डॉर्फिन जैसे केमिकल्स रिलीज होते हैं। ये फील गुड केमिकल हैं जिससे शारीरिक और भावनात्मक दोनों ही तरह के दर्द को कम करने में मदद मिलती है। एक बार जब ये केमिकल्स रिलीज हो जाते हैं तो ऐसा लगता है मानो शरीर सुन्न की अवस्था में पहुंच जाता है। ऑक्सिटोसिन हमें राहत का अहसास कराता है और इसी वजह से रोने के बाद हमारा मन शांत हो जाता है। 
मूड होता है बेहतर
दर्द दूर करने के साथ-साथ रोने से आपका मूड भी बेहतर होता है और आपको बेहतर महसूस होता है। जब आप रोते हैं या सिसकियां लेते हैं तो ठंडी हवा के कुछ झोंके शरीर के अंदर जाते हैं जिससे ब्रेन का तापमान कम होता है और शरीर का तापमान भी रेग्युलेट होने लगता है। जब आपका दिमाग ठंडा हो जाता है तो आपका मूड भी बेहतर हो जाता है। 
रोने से स्ट्रेस कम होता है
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया जब आप किसी इमोशनल वजह से रोते हैं तो आपके आंसूओं में स्ट्रेस हॉर्मोन्स और दूसरे केमिकल्स की मात्रा सबसे अधिक होती है। ऐसे में रोने से शरीर में इन केमिकल्स की मात्रा कम होती है क्योंकि ये केमिकल्स आंसूओं के जरिए आंखों से बह जाते हैं जिससे आपका स्ट्रेस कम होता है। 
आंखों की रोशनी बनी रहती है
आंसू आंखों में मेमब्रेन को सूखने नहीं देते। इसके सूखने की वजह से आंखों की रोशनी में फर्क पड़ता है, जिस वजह से लोगों को कम दिखना शुरू हो जाता है। मेमब्रेन सही बना रहता है, तो आंखों की रोशनी लंबे समय तक ठीक बनी रहती है।


शूटिंग के दौरान गिरी क्रेन, तीन की मौत

मनीष शर्मा
मुम्बई। फ़िल्म कमल हासन की फिल्म ‘इंडियन-2’ की शूटिंग के दौरान जहां क्रेन गिरने से 3 लोगों की मौत हुई वहीं 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। घायलों को इलाज चल रहा है। कमल हासन हादसे के दौरान सेट पर ही मौजूद थे। वह घायलों के साथ अस्पताल में मौजूद हैं।


जानकारी के अनुसार ये शूटिंग चेन्नई के ईवीपी स्टूडियो में चल रही थी।इस हादसे में मधु (29), चंद्रन (60) और कृष्णा (34) की मौत हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार- ये हादसा रात करीब 9.30 बजे हुआ। इस फिल्म की बात करें तो इसे एस शंकर डायरेक्ट कर रहे हैं। कुछ ही समय पहले इसका पहला पोस्टर रिलीज हुआ, जिसमें कमल अपनी पिछली फिल्म ‘हिन्दुस्तानी’ वाले बुजुर्ग की तरह ही दिखाई दिए थे। ये फिल्म 1996 में आई हिन्दुस्तानी का ही सीक्वल है। इसमें सिद्धार्थ और काजल अग्रवाल भी अहम भूमिका निभा रहे हैं।


गुजरात में दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम

नई दिल्ली। गुजरात के अहमदाबाद के मोटेरा में दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम बनकर लगभग तैयार है। इसका उद्घाटन 24 फरवरी को दुनिया के दो दिग्गज नेता करने वाले हैं। गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के मुताबिक, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोटेरा के सरदार वल्लभ भाई पटेल स्टेडियम का उद्घाटन करेंगे, जिसके लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने भी कमर कस ली है। उधर, बीसीसीआइ के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली भी खुश हैं। एक लाख 10 हजार की दर्शक क्षमता वाले इस स्टेडियम को बनाने में बीसीसीआई का भी बहुता सारा पैसा लगाा है। ऐसे में बीसीसीआई इसके उद्घाटन समारोह में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।


गांगुली ने लिखा- देखकर अच्छा लग रहा है


बीसीसीआई ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर मंगलवार और बुधवार को दो एरियल व्यू वाली तस्वीरें इस स्टेडियम की शेयर की है। इसी एक तस्वीर को रिट्वीट करते हुए बीसीसीआइ बॉस सौरव गांगुली ने लिखा है, “इस विशाल और खूबसूरत स्टेडियम को देखकर अच्छा लग रहा है। अहमदाबाद से जुड़ी मेरी बतौर खिलाड़ी और कप्तान बहुत सी यादें हैं। एक लाख की दर्शक क्षमता वाले ईडन में पला बढ़ा हूं मैं, लेकिन वो नहीं रहेगा(भारत का सबसे बड़ा स्टेडियम) 24 फरवरी को यह देखने के लिए इंतजार नहीं कर सकता।”


शहीद सैनिकों के प्रति उदारता

देश के लिए शहादत देने वाले सैनिकों के परिवार के साथ बेपरवाह क्यों है सरकार ?



देश की सीमाओं की सुरक्षा करने वाले सैनिकों के परिवारों के साथ भेदभाव के अनेक मामले सामने आए हैं। पिछले कई दिनों से पुलवामा में हुए शहीद सैनिक सोरेंग की पत्नी सब्जी बेच कर अपना गुजारा कर रही है, का मामला सामने आया है। दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रभारी डॉ अनिल मीणा ने कहा है कि पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों के परिवार को अनेक सुविधाएं देने का सरकार ने वादा किया था लेकिन अभी तक उनको किसी प्रकार की सहायता नहीं मिली है। सरकार ने पुलवामा पर सहानुभूति दिखाकर देश के लोगों से वोट लूटने का तो काम किया लेकिन देश के लिए शहादत देने वाले सैनिकों के  परिवारों को आज तक न्याय नहीं मिला है। सरकार की लापरवाही पर अनेक सवाल खड़े किए हैं और कहा है कि पुलवामा में शहीद होने वाले 40 से अधिक सैनिकों की जांच अभी तक सरकार ने नहीं करवाई है ? नहीं सरकार ने इस बात का पता लगाने की कोशिश की है कि यह हमला किसने करवाया ? क्यों करवाया ? इसके पीछे मकसद क्या था ? भारत की सीमाओं के अंदर आरडीएक्स कैसे आया ? इस हमले का मास्टरमाइंड कौन है ? इन तमाम सवालों पर सरकार की खामोशी कहीं ना कहीं देश के लिए शहादत देने वाले सैनिकों  आत्मा के साथ अपमान को दर्शाता है। देश के लोग इस बात को धीरे-धीरे समझ रहे हैं कि पुलवामा हमले से सबसे ज्यादा किस राजनीतिक संगठन को फायदा हुआ है |   पुलवामा हमले के बदौलत जिस राजनीतिक संगठन को सत्ता हासिल हुई उसने अभी तक किसी प्रकार की कोई जांच प्रक्रिया नहीं बैठा कर अपने आपको अनेकों सवालों के घेरे में  डाल दिया है।


ब्लूज लिबरेशन आर्मी का हमला, 16 की मौत

इस्लामाबाद। पाकिस्तान आर्मी पर बलूच लिब्रेशन आर्मी ने हमला कर दिया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक इस हमले में 16 पाकिस्तानी जवान मारे गए हैं। बलूच सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि बलूचिस्तान लिब्रेशन टाइगर्स के लड़ाकों ने इस हमले को मंगलवार को अंजाम दिया। बलूच लंबे समय से पाकिस्तान से स्वतंत्रता की माग करते रहे हैं।


ये हमला उस वक्त हुआ है जब पाकिस्तानी सेना की सिंगसिला क्षेत्र में पोस्टिंग की जा रही थी। इस दौरान बलूच स्वतंत्रता सेनानियों ने पाकिस्तानी आर्मी पर हमला बोल दिया। यही नहीं उन्होंने पाकिस्तानी सेना के लोगों के सभी हथियार और गोला-बारूद भी जब्त कर लिए हैं। इसके बाद सेना के शिविर में आग लगा दी। हालांकि इस हमले के बारे पाकिस्तान की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
न्यूज एजेंसी एनएआइ के मुताबिक, इस हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दो स्वतंत्रता सेनानी पाकिस्तान आर्मी के वाहन में आग लगाते हुए नजर आ रहे हैं। बलूच लड़ाकों ने यह हमला क्यों किया किसका कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।


पुलिस प्रौद्योगिकी से होगी सुसज्जितः नाथ

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि प्रौद्योगिकी के अधिकाधिक उपयोग से भविष्य की पुलिस फोर्स हथियारों के बजाए प्रौद्योगिकी उपकरण से सुसज्जित होगी। इसलिए अभी से पुलिस को नई-नई प्रौद्योगिकी से परिचित होना होगा और उन्हें अपनाना सीखना होगा। राज्य सरकार पुलिस बल को इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए हरसंभव सहायता उपलब्ध कराएगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में मध्यप्रदेश की पुलिस प्रौद्योगिकी के उपयोग की दृष्टि से इतनी दक्ष होगी कि अन्य प्रदेशों के लिए आदर्श होगी। मुख्यमंत्री ने मिंटो हाल में आई. पी. एस. आफिसर्स कानक्लेव 2020 को संबोधित करते हुए कहा कि आर्थिक विकास बढ़ने के साथ ही भिन्न-भिन्न आर्थिक अपराध भी सामने आ रहे हैं। पुलिस को आर्थिक अपराधों की प्रवृत्ति और प्रकृति से परिचित होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण परिणाम के लिये शासन-प्रशासन के सभी अंगों में समरसता जरूरी है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस प्रशासन का चेहरा होती है। पुलिस समाज को संदेश देने का काम करती है। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश के लिए अच्छी बात यह है कि यहाँ अपनी धरती पर जन्मा और पनपा आतंकवाद नहीं है। भारतीय समाज की इसमें बड़ी भूमिका है क्योंकि सहिष्णुता के कारण भारतीय समाज में सबको को साथ लेकर चलने की अदभुत क्षमता है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को इन बदलावों को समझने और इनके अनुसार रणनीति बनाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की सोच में अलगाव या बंटवारे के विचार की कोई जगह नहीं है। बंटवारे का मतलब है विनाश।


दो बार भरा जाएगा यूपीएससी का फार्म

नई दिल्ली। जो उम्मीदवार IAS, IPS बनने का सपना देख रहे हैं उन्हें बता दें, यूपीएससी ने सिविल सर्विसेज (प्रीलिमिनरी) परीक्षा 2020 के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आवेदन को दो भागों में बांटा गया है। आवेदन करने से पहले उम्मीदवारों को सुझाव दिया जाता है कि वे पहले फॉर्म के निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ लें, उसके बाद ही आगे ही प्रक्रिया शुरू करें।


कैसे करना होगा आवेदनः स्टेप1- आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट  upsconline.nic.in पर जाना होगा। स्टेप 2- "Click Here for PART I भाग- I"  पर क्लिक करें। स्टेप 3- फिर ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरने के बारे में महत्वपूर्ण अनुदेश पढ़ें। स्टेप 4-  22 प्वाइंटस ध्यान से पढ़ने के बाद  YES/हां पर क्लिक करें।


स्टेप 5- यूपीएससी का ऑनलाइन फॉर्म आपके सामने खुल जाएगा. इसमें मांगी गई सभी जानकारियां भरें।


स्टेप 6- पार्ट 1 रजिस्ट्रेशन के लिए पार्ट 2 का रजिस्ट्र्रेशन करना है।ऑनलाइन आवेदन फॉर्म दो भागों में भरा जाता है. आवेदन के भाग-I में, उम्मीदवार को सामान्य जानकारी देनी होगी।  विवरण प्रस्तुत करने पर, उम्मीदवार से दिए गए विवरण की जांच करने और आवेदन में संशोधन, यदि कोई हो, करने के लिए कहा जाएगा।


भाग- II आवेदन में निम्न चरण होते हैं।


भुगतान विवरण भरना (फीस छूट प्राप्त अभ्यर्थियों को छोड़कर ), परीक्षा केन्द्र का चयन, फोटो, हस्ताक्षर, फोटो पहचान पत्र दस्तावेज को अपलोड करना और घोषणा सहमति करना।


फोटा का साइजः स्कैन की गई फोटोग्राफ जेपीजी साइज में होनी चाहिए और पहले अपलोड होनी चाहिए। फाइल का डिजिटल आकार 300 KB से अधिक नहीं होना चाहिए और 20 KB से कम नहीं होना चाहिए और रिजल्यूशन 350 पिक्सेल (चौड़ाई) X 350 पिक्सल (ऊंचाई) न्यूनतम, 1000 पिक्सेल (चौड़ाई) X 1000 पिक्सल (ऊंचाई) अधिकतम तथा इमेज फाइल की बिट डेप्थ 24 बिट होनी चाह हस्ताक्षर (साइन) का साइज


अपनी तस्वीर अपलोड करने के बाद अपने स्कैन किए हुए हस्ताक्षर को जेपीजी साइज में अपलोड करें। प्रत्ये‍क फाइल का डिजिटल आकार 300 KB से अधिक नहीं होना चाहिए और 20 KB से कम नहीं होना चाहिए और रिजल्यूशन 350 पिक्सेल (चौड़ाई) X 350 पिक्सल (ऊंचाई) न्यूनतम, 1000 पिक्सेल (चौड़ाई) X 1000 पिक्सल (ऊंचाई) अधिकतम तथा इमेज फाइल की बिट डेप्थ 24 बिट होनी चाहिए।


आवेदन करने की आखिरी तारीख


आवेदन करने की आखिरी तारीख 03-03-2020 के शाम 6:00 बजे है, इससे पहले किए रजिस्ट्रेशन को  वैध माना जाएगा।


कैसे भरें फीसः फीस का नगद भुगतान करने के लिए, उम्मीदवार को रजिस्ट्रेशन पूरा करने के उपरांत ऑनलाइन प्राप्त किए गए चालान का प्रिंटआउट निकाल लेना चाहिए। चालान प्राप्त करने के 24 घंटे बाद उम्मीदवार भारतीय स्टेट बैंक की निकटतम शाखा पर जाकर शुल्क जमा कर सकते हैं। "नकद भुगतान" विकल्प 02-03-2020 के 23.59 घंटे पर निष्क्रिय हो जाएगा हालांकि, आवेदक जिन्होंने चालान निष्क्रिय होने से पहले चालान प्राप्त किया है, वे आवेदन की अंतिम तिथि पर बैंकिंग समय के दौरान एसबीआई शाखा के काउंटर पर भुगतान कर सकते हैं। वहीं जो उम्मीदवार भारतीय स्टेट बैंक पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन भुगतान करना चा‍हते हैं, वे ऑनलाइन फार्म को भरने करने के सीधे ही फीस का भुगतान कर सकते हैं।


इन बातों का रखें खास ध्यानः उम्मीदवारों को ध्यान देना चाहिए कि आवेदन को अंतिम रूप से जमा करने के बाद सिविल सेवा (मुख्य) या भारतीय वन सेवा (मुख्य) के विशिष्ट विवरण जैसे परीक्षा के केंद्र, वैकल्पिक विषय, माध्यम, अनिवार्य भारतीय भाषा में कोई भी परिवर्तन की अनुमति नहीं होगी। इसलिए, आपको इन विवरणों को भरते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।  वहीं ऑनलाइन आवेदन फॉर्म में फोटो पहचान पत्र संख्या और उसी की कॉपी अपलोड करें और साक्षात्कार/परीक्षा स्थल के समय भी इसे ही ले जाना आवश्यक है।



जानिए- कैसा होगा यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा का पैटर्न



परीक्षा का माध्यम ऑफलाइन होगा। इसमें दो पेपर होंगे। पहला पेपर सर्विस एप्टीट्यूड टेस्ट (सीटेट) और दूसरा पेपर जनरल एबिलिटी टेस्ट (GST)।


 सवालः पेपर में 80 सवाल और दूसरे पेपर में 100 सवाल पूछे जाएंगे। परीक्षा 400 नंबर की होगी।


समयः प्रत्येक पेर के लिए 2 घंटे और दृष्टिबाधित उम्मीदवारों को 20 मिनट अतिरिक्त दिए जाएंगे। परीक्षा दो भाषा में आयोजित की जाएगी। हिंदी और इंग्लिश।


 


यूपी बोर्डः स्क्रुटनी के लिए ऑनलाइन आवेदन

प्रयागराज। 2020 की हाईस्कूल-इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल हो रहे 56 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं के लिए यूपी बोर्ड ने बड़ा बदलाव किया है। इस साल से परीक्षार्थी स्क्रूटनी के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इससे पहले ऑफलाइन आवेदन करना पड़ता था। नये नियम के अनुसार रिजल्ट घोषित होने के 25 दिन के अंदर स्क्रूटनी के लिए आवेदन करना होगा।


पिछले साल तक रिजल्ट जारी होने के बाद 30 दिन तक आवेदन लिए जाते थे। 10वीं-12वीं की उत्तर पुस्तकों की स्क्रूटनी के लिए आवेदित सभी मामलों का निस्तारण करते हुए उसका परिणाम 15 जुलाई तक घोषित कर दिया जाएगा। जबकि इससे पहले इंटर स्क्रूटनी का रिजल्ट 31 जुलाई तक और हाईस्कूल स्क्रूटनी का परिणाम 15 अगस्त तक घोषित किया जाता था। आवेदन और परिणाम घोषित करने की समय सीमा कम की गई है ताकि छात्र-छात्राओं को आगे की पढ़ाई के लिए प्रवेश के समय परेशानी न उठानी पड़े। स्क्रूटनी के लिए परीक्षार्थियों को संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय में वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। रिजल्ट घोषित होने के 25 दिन की अवधि पूरी होने के बाद मिले आवेदन पत्रों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी।  प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ, बरेली और गोरखपुर के क्षेत्रीय कार्यालयों में सीधे, कोरियर या डाक से भेजा गया कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं होगा। यूपी बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि स्क्रूटनी की प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। इस साल से सिर्फ ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार किए जाएंगे।


बृजेश केसरवानी


 


राष्ट्रवाद मे नाजी और हिटलर की झलक

नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने रांची में एक कार्यक्रम में राष्ट्रवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि राष्ट्रवाद शब्द की जगह राष्ट्र या राष्ट्रीय शब्द का इस्तेमाल होना चाहिए क्योंकि इसमें नाजी और हिटलर की झलक मिलती है। उन्होंने कहा कि आरएसएस का विस्तार देश के लिए है। हमारा लक्ष्य भारत को विश्वगुरू बनाने का है।


राष्ट्रवाद शब्द के प्रयोग से बचें: भागवत


भागवत का कहना है कि राष्ट्रवाद जैसे शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इसका मतलब हिटलर या नाजी से निकाला जा सकता है। ऐसे में राष्ट्र या राष्ट्रीय जैसे शब्दों का प्रमुखता से प्रयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस समय दुनिया के सामने आईएसआईएस, कट्टरपंथ और जलवायु जैसी बड़ी चुनौतियां हैं।


दुनिया की अगुवाई कर सकता है भारत


आरएसएस प्रमुख ने कहा कि विकसित देश अपने व्यापार को हर देश में फैलाना चाहते हैं। इसके जरिए वो अपनी शर्तों को मनवाना चाहते हैं। दुनिया के सामने जो बड़ी समस्याएं हैं उनसे केवल भारत निजात दिला सकता है। हिंदुस्तान को नेतृत्व करने के बारे में सोचना चाहिए। एकता ही देश की अकेली ताकत है। बेशक इसका आधार अलग हो सकता है लेकिन मकसद एक है।


हिंदुत्व के एजेंडे पर आरएसएस बढ़ेगा आगे


भागवत का कहना है कि हिंदू ही एक ऐसा शब्द है जो भारत को दुनिया के सामने सही तरीके से पेश करता है। बेशक देश में कई धर्म हैं लेकिन हर व्यक्ति एक शब्द से जुड़ा हुआ है जो हिंदू है। ये शब्द देश की संस्कृति को दुनिया के सामने दर्शाता है। उन्होंने कहा कि संघ देश में विस्तार के साथ-साथ हिंदुत्व के एजेंडे पर आगे बढ़ता रहेगा जो देश को जोड़ने का काम करेगा। हम सभी को मानवता के साथ जीना सीखना होगा। इसके लिए देश में प्यार काफी जरूरी है। संघ में हम कार्यकर्ताओं को इसे लेकर ही ज्ञान देते हैं।


बंदूकधारियों की गोलीबारी में आठ की मौत

हनाऊ। जर्मनी के हनाऊ शहर में बुधवार को दो जगहों पर गोलीबारी हुई। हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई है। वहीं घटना में कई लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार दो अज्ञात बंदूकधारियों ने हनाऊ और स्पूटनिक के शीशाबार में गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया। पहली गोलीबारी में जहां तीन लोग मारे गए वहीं दूसरी में पांच लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि संदिग्ध फरार हैं। घटना के पीछे के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। पुलिस का कहना है कि पहला हमला हनाऊ शहर के मिडनाइट बार में हुआ। वहीं दूसरी गोलीबारी की घटना अरेना बार में घटित हुई।
पुलिस और स्थानीय मीडिया के अनुसार रात मिडनाइट शीशा बार में रात के 10 बजे (स्थानीय समय) आठ से नौ गोलियां चलाई गई थीं। हनाऊ फ्रैंकफर्ट से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां की आबादी 1,00,000 से अधिक है। घटना को अंजाम देने के बाद एक वाहन को घटनास्थल से रवाना होते हुए देखा गया। इसके बाद दूसरे शीशा बार- अरेना बार में गोलाबारी हुई। इसमें पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। बिल्ड न्यूजपेपर के अनुसार पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। यह अभी साफ नहीं हुआ है कि घटना को कितने लोगों ने अंजाम दिया है।


नक्सलवाद के खिलाफ संयुक्त ऑपरेशन

रायपुर। साल 2020 का पहला ऑपरेशन बस्तर इलाके में सुरक्षाबलों के द्वारा मंगलवार शाम से शुरू हुए इस अभियान को लेकर डीजीपी डीएम अवस्थि ने बताया तेलंगाना की सीमा से लेकर महाराष्ट्र की सीमा तक अभियान जारी है। इस अभियान में एसटीएफ औऱ डीआरजी के 1400 सौ जवान, सीआरपीएफ के 450 जवान है। माओवादियों के अत्यंत कोर एरिया किस्टारम और पामेड़ के बीच और अबूझमाड़ का इलाका है। बता दें सुकमा के टोडामरका इलाके में एसटीएफ और डीआरजी के साथ हुई मुठभेड़ में एक माओवादी का शव मय हथियार के साथ बरामद हुआ है। 4 माओवादियों को गंभीर रूप से घायल होने की सूचना है। इस घटना में एसटीएफ का एक जवान भी घायल हुआ है।


पदमश्री मिलने पर एकता ने कहा

नई दिल्ली। एकता कपूर ने अपने पाथ-ब्रेकिंग कंटेंट के साथ सभी प्लेटफॉर्म पर एक बड़ा प्रवाह पैदा किया है और सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित किया है। कंटेंट क्वीन ने पिछले कुछ वर्षों में, सास भी कभी बहू थी और कुसुम जैसे डेली सोप के साथ लोगों की सोच बदलने में भी मदद की है जो अलग थे और परिवार के फैसले एक महिला द्वारा लिए गए थे।


एकता ने 2000 के शुरुआती दिनों में समय से पहले सोचा और अपनी पहुंच व फॉलोइंग का सही उपयोग करते हुए अपने सफ़र की शुरुआत की थी। एक अग्रणी दैनिक से अपने सफ़र के बारे में बात करते हुए, एकता ने कहा, “मुझे लगता है ज़िन्दगी ने मेरा साथ दिया”, इस बात पर नज़र डालते हुए कि निर्माता ने देश का चौथा- सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री प्राप्त करने के लगभग एक महीने के बाद क्या बदलाव लाये है, एकता निश्चित रूप से इसकी हकदार है।


टेलीविज़न उद्योग में हाहाकार मचाने के बाद, कंटेंट क्वीन ने सिनेमा की दुनिया में कदम रखा और यहां तक कि ड्रीम गर्ल जैसे कंटेंट के साथ खूब सुर्खियां भी बटोरी, जहां फिल्म का मुख्य आकर्षण था कि कैसे लोग चाहते थे कि कोई उनकी बात सुने और कैसे पूरा कॉन्सेप्ट ताजा व सोशल था और यहां तक कि बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में भी फ़िल्म हिट रही थी। एक ओर कहानी जो दर्शकों के दिल में ताज़ा है, वह ‘तर्यान्च बैत’ (2011), एक अन्य कहानी जिसमें विभिन्न भावनाएं और सीख जुड़ी हुई थीं।


वही, उनका नवीनतम शो “ये है चाहतें”, एक भारतीय सिंगल माँ के संघर्षों पर आधारित है और फिर से एक सामाजिक और सार्वजनिक मुद्दे को उजागर करती है। इस तरह के एक सामाजिक मुद्दे को उजागर करने और उसके फायदे व नुकसान को दिखाने के लिए एकता को खूब सरहाया जा रहा है। दो दशकों से अधिक के अनुभव के साथ, निश्चित रूप से एकता को पता है कि सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालना कितना आवश्यक है और एकता इसे विशुद्ध रूप से कंटेंट के प्रति प्यार और समाज में बेहतर बदलाव लाने के लिए करती है। एकता ने टेलीविजन से ले कर ओटीटी और सिनेमा तक सभी प्लेटफॉर्म पर सफलता प्राप्त की है जो विशुद्ध रूप से इस बात पर आधारित है कि उनका कंटेंट कितना क्रिस्प और सरल है।


“जो लोग आपको एक कुरसी पर बिठाते हैं, वे आपको खींचने के लिए उतने ही त्वरित हो सकते हैं। इसलिए मैं एक कुरसी पर नहीं रहना चाहती, मैं सिर्फ चाहती हूँ कि लोग मुझे सुने”,एकता ने यह कहकर साबित कर दिखाया है कि निर्माता सबसे ज़्यादा अपने कंटेंट पर ध्यान केंद्रित करते है और वह अभी से अपने अन्य कंटेंट पर काम कर रही है व दर्शकों को आश्चर्यचकित करने के लिए तैयार है।


आवारा कुत्तों के आतंक से ग्रामीण हलकान

आवारा कुत्तों के आतंक से ग्रामीण हुए हलकान
सैकडों की संख्या में रैबीज का टीका लगवाने पहुंच रहे पीडित
मोरना-मुजफ्फरनगर। गली मौहल्ले सहित मुख्य मार्गों व सार्वजनिक स्थानों पर आवारा कुत्तों का जमावडा बढ रहा है। आवारा खूंखार हो चुके आवारा कुत्तों के आतंक से नागरिक हलकान है। सैकडों की संख्या में कुत्ते काटे हुए मरीज टीकाकरण के लिए सरकारी अस्पताल में पहुंच रहे हैं। जहां टीके की कमी के कारण कुछ मरीज मायूस होकर वापस लौट रहे हैं। नागरिकों ने प्रशासन से आवारा कुत्तों को पकडवाने व सरकारी अस्पतालों में एन्टी रैबीज उपलब्ध कराने की मांग की है।जनपद मुज़फ्फरनगर के मोरना ब्लॉक क्षेत्र में आवारा कुत्तों ने आतंक मचाया हुआ है। गली मौहल्ले के चौराहों, बाजार व सार्वजनिक स्थानों पर घूम रहे आवारा कुत्ते बच्चों व महिलाओं पर हमला बोल रहे हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मोरना पर तैनात स्टाफ ने बताया कि बुधवार को 72 मरीजों को एन्टी रैबीज का टीका लगाया गया। वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भोपा पर मंगलवार को दो दर्जन से अधिक व्यक्तियों को एन्टी रैबीज का टीका लगाया गया। टीके समाप्त हो जाने के कारण कुछ मरीज वापस लौट गये।
मोरना प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अर्जुन सिंह ने बताया कि जल्द ही अस्पताल में एन्टी रैबीज के टीके उपलब्ध हो जाएंगे। नागरिकों ने आवारा कुत्तों को पकडवाने की गुहार प्रशासन से लगाई है।


काज़ी अमजद अली


सपा से प्रदेश में बड़ा तबका नाराज

आज़मगढ़। अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आज़मगढ़ में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पहुंची, उन्होंने वहां पहुंचकर पुलिस के उत्पीड़न का शिकार हुए लोगो से मुलाकात की। उनके दुख दर्द को बांटते हुए उनके लिए लड़ाई लड़ने का भरोसा दिया। ये पल अखिलेश यादव के डूब मरने से कम नहीं, आज़मगढ़ की जनता ने चुनाव में उनकी इज्जत सलामत रखी थी, मगर उनकी परवाह अखिलेश यादव ने नही की। इसी को देखते हुए आज़मगढ़ में ही नही पूरे प्रदेश में सपा से जनता का बड़ा तबका नाराज़ दिख रहा है।


लॉ की छात्रा से रेप, गैर जमानती वारंट

शाहजहांपुर। विधि की छात्रा से बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किए गए पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद बुधवार को विशेष अदालत में पेश हुए। मामले में आरोप तय करने के लिए अगली सुनवाई चार मार्च को की जाएगी। अदालत ने चिन्मयानंद पर आरोप लगाने वाली विधि छात्रा को पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री से ही रंगदारी मांगने के मामले में अदालत में पेश नहीं होने पर गैरजमानती वारंट भी जारी किया है।
अदालत ने कहा कि मामले की बाकी अभियुक्तों के प्रतिनिधि मौजूद हैं लेकिन छात्रा न तो खुद मौजूद हुई और ना ही अपने वकील के जरिए उसने पेशी दी। छात्रा की गैर मौजूदगी की वजह से इस मामले में आरोप तय नहीं हो सके। अब मामले की सुनवाई 4 मार्च को की जाएगी। मालूम हो कि स्वामी चिन्मयानंद को अपने ट्रस्ट द्वारा संचालित एक विधि छात्रा से बलात्कार के आरोप में पिछले साल गिरफ्तार किया गया था। उन्हें हाल ही में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने जमानत दे दी थी। साथ ही मामले को शाहजहांपुर से लखनऊ स्थानांतरित कर दिया था।


छात्रा के आचरण पर सवाल उठाए थे।
बता दें कि बीते 4 फरवरी को  बीजेपी नेता स्वामी चिन्मयानंद को दुष्कर्म के मामले में जमानत देते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कई टिप्पणी की थी। और आरोप लगाने वाली छात्रा के आचरण पर सवाल उठाए थे। कोर्ट ने कहा था कि दोनों लोगों ने अपनी सीमाएं लांघी, ऐसे में यह निर्णय करना मुश्किल है कि किसने किसका इस्तेमाल किया? कोर्ट ने कहा कि दोनों ने ही एक-दूसरे का इस्तेमाल किया। स्वामी चिन्मयानंद पर लॉ कॉलेज की छात्रा ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। जिसके बाद चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
चिन्मयानंद को जमानत दे दी थी
चिन्मयानंद 20 सितंबर 2019 से जेल में थे। बीते 3 जनवरी को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने चिन्मयानंद को जमानत दे दी थी। चिन्मयानंद को जमानत देते हुए कोर्ट ने पीड़िता को लेकर कई सवाल खड़े किए थी। जस्टिस राहुल चतुर्वेदी ने कहा। एक लड़की जिसकी वर्जिनिटी दांव पर थी। उसने अपने माता-पिता या कोर्ट के सामने एक शब्द नहीं बोला। ये आश्चर्यजनक है।


पेट्रोलियम, गैस-इस्पात मंत्री का भिलाई प्रवास

भिलाई-रायपुर। केन्द्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान आज भिलाई के प्रवास पर रहेंगे। श्री प्रधान के साथ सेल चेयरमैन अनिल कुमार चौधरी एवं सेल के शीर्ष अधिकारीगण भी भिलाई आ रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री श्री प्रधान का सेल के निदेशक प्रोजेक्ट्स व बिजनेस प्लानिंग एवं भिलाई इस्पात संयंत्र के सीईओ अनिर्बान दासगुप्ता केन्द्रीय मंत्री का स्वागत करेंगे।


भिलाई निवास पहुँचने पर पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान को सीआईएसएफ द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया जायेगा। इस दौरान इस्पात मंत्री भिलाई निवास परिसर में वृक्षारोपण करेंगे। पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान भिलाई निवास से संयंत्र भ्रमण के लिए प्रस्थान करेंगे। संयंत्र भ्रमण की कड़ी में सर्वप्रथम मंत्री श्री प्रधान संयंत्र परिसर के अंदर स्थित सेफ्टी एक्सीलेंस सेन्टर से संयंत्र भ्रमण प्रारंभ करेंगे। तत्पश्चात् संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस-8, स्टील मेल्टिंग शॉप-3, यूनिवर्सल रेल मिल तथा रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल में इस्पात निर्माण प्रौद्योगिकी एवं प्रक्रिया का अवलोकन करेंगे। इसके साथ ही एसएमएस-3 के तीसरे कन्वर्टर का उद्घाटन भी मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान द्वारा किया जायेगा।


संयंत्र भ्रमण के पश्चात् मंत्री इस्पात भवन के सीईओ सभागार में संयंत्र के शीर्ष प्रबंधन की बैठक लेंगे। इस दौरान उनके सम्मुख बीएसपी के ओवरव्यू पर प्रस्तुतिकरण दिया जायेगा। इसके अलावा धर्मेन्द्र प्रधान सीईओ के लघु सभागार में यूनियन प्रतिनिधियों एवं ऑफि सर एसोसिएशन के सदस्यों के साथ बैठक को सम्बोधित करेंगे। इसके बाद सीईओ सभागार में एमएसएमई के प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग करेंगे।


2 योनि, दो गर्भाशय, दो गर्भाशय ग्रीवा

मिशीगन। अमेरिका के मिशिगन में रहने वाली 27 वर्षीय बिथैनी मैक्मिलन के शरीर में इस दुर्लभ विकास को देखकर खुद डॉक्टर भी हैरान थे। मेडिकल की भाषा में इसे यूट्रेस डिडेलफिस कहते हैं। यानी किसी भी महिला के शरीर में दो योनियां, दो गर्भाशय और दो गर्भाशय ग्रीवा हो।


बिथैनी ने बताया कि 2018 में उसकी पहला बच्चा मिसकैरेज हो गया था. वह तब और दुखी हो गई जब उसे पता चला कि उसकी इस हालत की वजह से उसके गर्भ में कोई भी बच्चा 6 महीने से ज्यादा विकसित नहीं हो पाएगा। दूसरे बच्चे के गर्भपात का भी डर रहेगा। मिशिगन के प्राइमरी स्कूल में पढ़ाने वाली बिथैनी ने बताया कि एक दिन में रूटीन चेकअप के लिए अपने गाइनेकोलॉजिस्ट के पास गई तो वो चौंक गईं। उन्होंने मेरे शरीर के कुछ हिस्सों को दो-दो देखा। मैं खुद भी बेहद परेशान थी। क्या मैं बचपन से ही दो योनियों, दो भ्रूण, दो गर्भाशय और 2 गर्भाशय ग्रीवा के साथ पैदा हुई हूं। एक साल बाद पता चला कि मैं फिर से गर्भवती हूं। सभी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद मैंने एक प्यारी सी बच्ची को जन्म दिया। इस बच्ची का नाम है माईव. अब यह बच्ची 5 महीने की है।


बिथैनी ने बताया कि मैं पूरे गर्भवस्था के दौरान डरी हुई थी कि पता नहीं मेरे इलाके में कोई ऐसा डॉक्टर है जो मेरे दो-दो अंगों के साथ मुझे डिलीवरी करा सके। मुझे यहां के डॉक्टरों पर तब भरोसा हुआ जब मैंने 9 हफ्ते के बाद अपनी बच्ची का हार्टबीट सुना। अब बीथैनी लोगों को अपनी कहानियां सुनाकर अपने दो-दो अंगों को लेकर जागरूक कर रही हैं। साथ ही लोगों को ये भी बता रही हैं कि इससे परेशान होने की जरूरत नहीं है। सामान्य तरीके से जीवन जिया जा सकता है। 
Uterus Didelphys की स्थिति कई बार सामने आ जाती है। लेकिन इससे महिलाओं को घबराने की जरूरत नहीं है। इसका इलाज बेहद सामान्य है। इस विशेष परिस्थिति के साथ भी महिलाएं मां बन सकती हैं और अपना सामान्य जीवन जी सकती हैं।


की निर्माता इंजीनियर टेस्लर का निधन

वाशिंगटन। इस दुनिया में जिसने भी कंप्यूटर या स्मार्टफोन यूज किया है उन्होंने कंट्रोल सी (Ctrl+C) और कंट्रोल वी (Ctrl+V) का प्रयोग किया होगा। कंप्यूटर यूज करने के दौरान इन दोनों Key का काफी बार इस्तेमाल होता है। इन दोनों Key का आविष्कार करने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर लॉरी टेस्लर (Larry Tesler) का 74 साल की उम्र में निधन हो गया है।
लॉरी टेस्लर ने 1960 में अमेरिका के सिलिकॉन वैली में कंप्यूटर इंजीनियर के तौर पर काम करना शुरू किया था। उन्होंने अपने काम को सरल बनाने के लिए कंप्यूटर में Ctrl+C और Ctrl+V कमांड का ईजाद किया था।


लॉरी टेस्लर ने करियर के शुरुआती दिनों में काफी वक्त जेरॉक्स (Xerox) कंपनी में बिताया था। जेरॉक्स में रहते हुए लॉरी ने Ctrl+C और Ctrl+V कमांड की खोज की थी। लॉरी के निधन पर जेरॉक्स ने ट्वीट कर उनके खोज की सराहना करते हुए दुख जताया है।


लॉरी टेस्लर का जन्म 1945 में न्यूयॉर्क शहर में हुआ था। उन्होंने कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी की थी। ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद लॉरी ने कंप्यूटर यूज को सरल बनाने वाले सिस्टम इंटरफेस डिजाइन में विशेषज्ञता हासिल की थी।


अपने लंबे करियर में लॉरी ने कई टेक फर्म के लिए काम किया। उन्होंने जेरॉक्स पालो अल्टो रिसर्च सेंटर (Parc) में अच्छा खास वक्त बिताने के बाद स्टीव जॉब्स के बुलावा पर Apple ज्वाइन कर लिया था, जहां उन्होंने मुख्य रिसर्चर के तौर पर 17 साल बिताए। Apple छोड़ने के बाद लॉरी ने शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े और कुछ दिन ऐमजॉन और याहू के लिए काम किया।


Ctrl+C और Ctrl+V क्या है?
जब हमें कंप्यूटर या स्मार्टफोन में कोई जानकारी कॉपी करना होता है तो हम उसे सलेक्ट करने के बाद Ctrl के साथ C का कमांड क्लिक करते हैं। इसके बाद इसी जानकारी को कहीं और प्लेस करने के लिए Ctrl के साथ V का कमांड क्लिक किया जाता है। कंप्यूटर या स्मार्टफोन पर कार्य के दौरान इन दोनों कमांड का अक्सर इस्तेमाल होता है।


मार्च में फंदे पर लटकेगें निर्भया के दोषी

नई दिल्ली। निर्भया के चारों गुनहगारों का डेथ वॉरंट जारी हो चुका है। चारों दोषियों को तीन मार्च को फंदे पर लटका दिया जाएगा। चारों दोषियों में से तीन ने फांसी टालने के लिए सारे कानूनी दांव-पेच आजमा लिए हैं। केवल पवन के पास क्यूरेटिव पिटीशन दायर करने का विकल्प है। ऐसे में तय माना जा रहा है कि तीन मार्च को सुबह छह बजे चारों दरिंदों को फांसी पर लटका दिया जाएगा। अगर ये चारों फांसी को कुछ दिन टालना चाहते हैं तो इनके पास कानूनी दांव-पेच के अलावा भी विकल्प है।


खुद को चोटिल करके फांसी टाल सकते हैं दोषी
फांसी के फंदे पर लटकाए जाने से पहले किसी भी दोषी का अच्छे से मेडिकल चेकअप किया जाता है। इस बात का ख्याल रखा जाता है कि फंदे पर लटकने से पहले दोषी पूरी तरह से स्वस्थ्य हो। यहां तक की फांसी के तख्त पर ले जाने से तुरंत पहले दोषी का ब्लड प्रेशर, शरीर का तापमान आदि की जांच की जाती है।


अगर दोषी खुद को चोटिल कर लेते हैं तो उसके स्वस्थ्य होने तक फांसी टल सकती है। साथ वजन कम होने की स्थिति में भी फांसी टल सकती है। निर्भया के दोषी अच्छे से जानते हैं कि अगर वे खुद को चोटिल कर लेते हैं तो उनकी फांसी कुछ दिनों के लिए टल जाएगी। इसी बात को ध्यान में रखकर दोषी विनय जेल के ग्रिल्स में अपना हाथ फंसाकर फ्रैक्चर करने की भी कोशिश कर चुका है।


उसके वकील एपी सिंह ने कहा कि यह घटना 16 फरवरी को हुई थी और विनय की मां ने उन्हें अगले दिन इसकी जानकारी दी थी। 17 फरवरी को विनय ने अपनी मां को पहचानने से भी इनकार कर दिया था। सिंह ने कहा कि विनय की मानसिक अवस्था ठीक नहीं है और नया डेथ वॉरंट जारी होने के बाद से उसकी दिमागी हालत बिगड़ गई है।


दीवार पर सिर पटक चुका है विनय
इसके अलावा विनय जेल की दीवार से अपना सिर भी पटक चुका है। हालांकि समय रहते सुरक्षाकर्मियों ने उसे गंभीर रूप से घायल होने से बचा लिया। घटना के बाद चारों दोषियों की सुरक्षा पहले से ज्यादा बढ़ा दी गई है। विनय पहले भी जेल में खुदकुशी की कोशिश कर चुका है।


जेल के जानकार बताते हैं कि फांसी की सजा मुकर्रर होने के बाद दोषियों को कड़ी निगरानी में रखा जाता है। कई बार दोषियों पर नजर रखने के लिए चौबिसों घंटेसुरक्षाकर्मी को तैनात कर दिया जाता है। बैरक में की जाने वाली उसकी सारी हरकतों पर नजर रखी जाती है। हालांकि खुद को चोटिल करके कोई भी दोषी अपनी फांसी को टाल तो सकता है, लेकिन उसे खत्म नहीं कर सकता है।


फांसी से बचने के लिए किसके पास क्या विकल्प
चारों दोषियों में से तीन से फांसी से बचने या उसे टालने के सारे विकल्प आजमा लिए हैं। तीनों दोषियों अक्षय ठाकुर, विनय शर्मा और मुकेश सिंह की पुनर्विचार याचिका, क्यूरेटिव पिटिशन और दया याचिका खारिज हो चुकी है। केवल पवन ही एक ऐसा दोषी है जिसके पास फांसी टालने के लिए क्यूरेटिव पिटिशन और दया याचिका दाखिल करने का विकल्प है।


विदुर को 40 हजार में बेच दी नाबालिक

बिलासपुर। परिजनों से नाराज होकर घर से भागी एक नाबालिग लड़की को 50 हजार रूपये में बेचकर एक विधूर से शादी कराने का प्रयास करने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में बिलासपुर की रक्षा टीम ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें महिलाएं भी शामिल है। 
बिलासपुर पुलिस ने आज इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस की रक्षा टीम को जिले के मंगला बस्ती धुरी पारा का एक परिवार द्वारा एक नाबालिग बच्ची को संदेहास्पद तरीके से 18-20 दिन से अपने घर में रखे होने की जानकारी मिली। रक्षा टीम जब उक्त घर पहुंचकर वहां रहने वाले शशि चतुर्वेदी पिता राजाराम चतुर्वेदी जो पेशे से ऑटो चालक से नाबालिग के बारे में पूछताछ की गई तो उसने लड़की को अपनी बहन बताते हुए टीम को गुमराह करने का प्रयास करने लगा। रक्षा टीम ने संदेह के आधार पर इस मामले की जानकारी तत्काल नोडल अधिकारी निमिषा पांडेय एवं उप पुलिस अधीक्षक आईयूसीएडब्ल्यू बिलासपुर को दी।


जिसके बाद पुलिस ने नाबालिग को आरोपियों के चंगुल से निकालकर बिलासपुर लेकर पहुंची। यहां जब नाबालिग से बातचीत की गई तो उसने पुलिस को जो जानकारी दी उसे सुनने के बाद सभी के होश उड़ गए। पुलिस के अनुसार नाबालिग लड़की कवर्धा जिले के दामापुर की रहने वाली है और 30 जनवरी को माता-पिता से किसी मामूली बात पर विवाद होने के बाद वो घर से भाग कर बिलासपुर आ गई थी। यहां मंगला चौक पर खड़े रहने के दौरान आरोपी आटो चालक उसे बहला-फुसलाकर काम का झांसा देकर अपने घर लेकर आया और यहां 50 हजार रुपए में सौदा कर कथित तौर पर उसकी शादी मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिला के ग्राम बिरमढाना निवासी देव उर्फ देशराज जाटव पिता लाखन सिंह से करवा रहे थे। पुलिस ने इस मामले में शशि चतुर्वेदी पिता राजा राम चतुर्वेदी, देव उर्फ देशराज जाटव निवासी ग्वालियर, राजा राम चतुर्वेदी निवासी मंगला, फुलवती पति मुन्ना राज निवासी जिला ग्वालियर, चंपा बाई सिवारे निवासी छतौना-चकरभाठा, रोला पति करणा राम बंजारे निवासी तेंदूवा थाना कोटा और शालिनी चतुर्वेदी पति शशि चतुर्वेदी निवासी मंगला धुरी पारा को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई कर रही है। नाबालिग के मिलने की सूचना उसके परिजनों को भेज दी गई है।


दर्दनाकः बस-ट्रक की भिड़ंत में 19 की मौत

चेन्नई। तमिलनाडु में तिरुपुर जिले के अविनाशी शहर में दर्दनाक सड़क हादसा में 19 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है 20 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। मरने वालों में 14 पुरुष और 5 महिला हैं। यहा हादसा केरल राज्य परिवहन की बस और ट्रक के टक्कर होने के कारण हुआ है।


बस कर्नाटक के बेंगलुरु से केरल के एर्नाकुलम जा रही थी। ट्रक कोयम्बटूर-सलेम हाईवे पर विपरीत दिशा से आ रही थी। सुबह 4.30 बजे यह हादसा हुआ। बस में 48 लोग सवार थे। अविनाशी टाउन के उप तहसीलदार ने बताया कि अविनाशी शहर के पास बस और ट्रक की टक्कर में 14 लोगों और 5 महिलाओं सहित 19 लोगों की मौत हो गई। शवों को तिरुपुर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया है।बचावकर्मी दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि सीएम पिनाराई विजयन ने पलक्कड़ के जिला कलेक्टर को दुर्घटना के पीड़ितों को जल्द से जल्द चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का निर्देश दिया है। मृतकों की पहचान करने की प्रक्रिया जारी है।तमिलनाडु सरकार और तिरुपुर के जिला कलेक्टर के सहयोग से सभी संभव राहत उपाय किए जाएंगे।केरल के मुख्यमंत्री ने अपने दो मंत्रियों परिवहन मंत्री ए के ससीन्द्रन और कृषि मंत्री वीएस सुनीलकुमार को निर्देश दिया कि वे राहत कार्यों में समन्वय के लिए पड़ोसी राज्य में जाएं। दोनों मंत्री सभी सहायता प्रदान करने और आगे की कार्यवाही में समन्वय के लिए तमिलनाडु के तिरुपुर पहुंचेंगे।


केरल के परिवहन मंत्री ए के ससीन्द्रन ने कहा कि केरल राज्य सड़क परिवहन निगम के वरिष्ठ अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं।


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