अविनाश श्रीवास्तव
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान शराबबंदी कानून की आड़ में शराब तस्करी का मुद्दा काफी गरमाया था। इसको लेकर कई राजनीतिक दलों ने सीधे सीएम नीतीश कुमार को ही दोषी ठहराया था। आरोप यह भी लगे थे, कि इसमें पुलिसकर्मियों की मिलीभगत रहती है। तभी यह अवैध कारोबार बदस्तूर जाकी है। अब जब नई सरकार बन गई है। तो इन शराब स्मगलरों और इनको सहयोग करने वालों पर कानून का शिकंजा कसना शुरू हो गया है। इसी क्रम में अब अपराधियों के साथ सख्ती के साथ ही शराबबंदी कानून को लागू करने में लापरवाही थानेदारों पर भारी पड़ रही है। पुलिस मुख्यालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शराबबंदी को लागू करने में लापरवाही बरतने और आसूचना संकलन नहीं कर पाने के आरोप में तीन थानेदारों को सस्पेंड कर दिया है। वहीं सासाराम और मोहनियां के एसडीपीओ से स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
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