यमुना की छाती में जख्म कर रही पॉकलेन
अंकित गोस्वामी
गाजियाबाद। यमुना के दोनों भाई यम और शनि लाचार है। वहीं पिता सूर्य देव प्रदूषण के घने आवरण में यमुना की इस दुर्दशा का समाधान करने में विवश है। सही मायने में यह रामराज्य ही है। परंतु यह कौन सा राम है? इसका विश्लेषण करने की सख्त जरूरत है। गौरतलब हो कि लोनी विधानसभा क्षेत्र में यमुना नदी में बालू का अवैध खनन बदस्तूर जारी है। जाहिर-सी बात है कि मानक अनुरूप खनन किसी भी रूप में संभव नहीं है। अवैध खनन की जानकारी प्रशासनिक अमले के पास भी है। लेकिन गाढ़ी कमाई के चलते कोई कुछ नहीं करता है। इस में कथित पत्रकारों की भूमिका भी विशेष अहमियत रखती है। थोड़ा-सा अजीब लगेगा, लेकिन यही सच है। लोनी क्षेत्र में होने वाले अवैध खनन का ठीकरा पत्रकारिता के काले कारनामों के सिर ही फूटने वाला है। पुख्ता सबूतों के आधार पर आपको जानकारी देने की जरूरत है कि क्षेत्र में एक कथित पत्रकार अवैध खनन करने वालों से इस बाबत अवैध वसूली कर रहा है कि पत्रकार इस अवैध खनन के कार्यक्रम पर ना कुछ लिखेंगे ना कुछ बोलेंगे। क्षेत्र के सभी पत्रकारों के नाम पर अवैध उगाही की जा रही है। ऐसा नहीं है कि सभी 'दूध के धुले है' कुछ पत्रकार इस प्रकरण में संलिप्त भी हैं। हालांकि सभी को पत्रकारिता से परिभाषित करना न्यायसंगत नहीं होगा। प्रकरण की तह तक पहुंचने में अब अधिक समय नहीं लगेगा। आप लोगों के सामने जल्द ही 'दूध का दूध और पानी का पानी' करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रशासनिक व्यवस्था और निरंकुश शासन के चेहरे से भी नकली नकाब हटा कर सभी के वास्तविक चेहरों से आपको रूबरू कराएगा, आपका 'यूनिवर्सल एक्सप्रेस'।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.