लखनऊ पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर नीलाब्जा चौधरी के मुताबिक थाना विभूति खंड क्षेत्र में कुछ दिन पहले डॉक्टर अखिलेश कुमार चौबे ने एक एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने खुद का अपहरण होने की बात कही थी और किडनैपर के चंगुल से छूट कर आने के बाद पुलिस को सूचना दी थी। उसी मामले में पुलिस जांच कर रही थी। तभी इस ब्लैकमेलिंग गैंग का पता चला। युवती का नाम कहकंशा है। वह दिल्ली की रहने वाली है। जबकि आरोपी युवक का नाम सचिन रावत है। ये दोनों मिलकर गोमती नगर के एक फ्लैट में रहते हैं। कुछ दिन पहले आरोपी युवती ने डॉक्टर अखिलेश कुमार चौबे से फेसबुक पर दोस्ती की। इसके बाद दोनों की मुलाकात हुई और वे घूमने भी गए। इसके बाद एक दिन महिला ने डॉक्टर अखिलेश को अपने घर मिलने के लिए बुलाया। डॉक्टर अखिलेश उससे मिलने जा पहुंचे। महिला ने अखिलेश को नशीला पदार्थ पिलाया और फिर अपने साथ उनके अश्लील फोटो ले लिए। इसके बाद शुरू हुआ असली खेल। महिला उन अश्लील तस्वीरों को दिखाकर डॉक्टर अखिलेश को ब्लैकमेल करने लगी। किडनैपिंग वाली रात में भी डॉक्टर अखिलेश को महिला ने अपने फ्लैट पर बुलाया था और पैसों की डिमांड रखी थी, लेकिन एटीएम का पिन पता ना होने की वजह से वे पैसा नहीं निकाल पाए थे। किसी तरह से डॉक्टर अखिलेश वहां से निकले और सीधे पुलिस थाने पहुंच गए। वहां जाकर उन्होंने पुलिस को आपबीती सुनाते हुए मामला दर्ज कराया। पुलिस ने एफआईआर लिखने के साथ ही केस की छानबीन शुरू कर दी। इसी के चलते गुरुवार को गोमती नगर इलाके से पुलिस ने महिला सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
ज्वाइंट कमिश्नर नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि दोनों आरोपियों से पूछताछ की गई है। पता चला है कि उनके गैंग में अन्य लोग भी शामिल हैं। अब पुलिस उनकी तलाश में जुट गई है। इस घटना का खुलासा करने वाली टीम को 15000 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है। साथ इस केस के अन्य आरोपियों पर 20 हजार का इनाम घोषित किया गया है।
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