दरअसल फिलीपींस पर करीब चार सदी तक स्पेन का शासन रहा। इस दौरान वहां अधिकांश लोगों ने ईसाई धर्म अपना लिया था। 1898 में स्पेन-अमेरिका के बीच युद्ध हुआ और फिलीपींस पर अमेरिका का शासन हो गया। इसके बाद वहां पर तलाक के लिए एक कानून बनाया गया। हालांकि इसमें एक शर्त थी कि अगर पति-पत्नी में से कोई एडल्टरी करते पाया जाएगा, सिर्फ तभी तलाक लिया जा सकता है। द्वितीय विश्वयुद्ध के समय जब फिलीपींस पर जापान का कब्जा हुआ तो उस समय भी तलाक के लिए एक नया कानून बनाया गया। लेकिन जब साल 1944 में अमेरिका ने फिलीपींस पर दोबारा शासन किया तो फिर से पुराना तलाक कानून ही लागू हो गया। 1950 में जब फिलीपींस अमेरिका के कब्जे से आजाद हुआ तो चर्च के प्रभाव में तलाक का कानून वापस ले लिया गया। तभी से तलाक पर जो प्रतिबंध लगा, वह अब तक जारी है।
शनिवार, 26 दिसंबर 2020
दुनिया का इकलौता देश जहां तलाक नहीं होता
फिलीपींस में तलाक के लिए बिल तो बना लेकिन कानून है ही नहीं
फिलीपींस। दुनिया भर में पिछले कुछ समय में तलाक लेने वाली की संख्या में खासा इजाफा हुआ है, यही कारण है कि लगभग सभी देशों में तलाक लेने के लिए कानून बन गया है और हर देश में इसके लिए अलग- अलग कानून में परंपराएं हैं। भारत की बात करें तो हमारे देश में भी तलाक के मामले बढ़े हैं। छोटी- छोटी बातों को लेकर पति-पत्नी तलाक लेने के लिए कोर्ट पहुंच जाते हैं। क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक देश ऐसा भी है, जहां तलाक का कोई प्रावधान ही मौजूद नहीं है। इस देश में तो तलाक के लिए बिल तो बना लेकिन कानून (Divorce Law)है ही नहीं।दुनिया का इकलौता देश है, जहां तलाक लेने की कोई व्यवस्था नहीं है। दरअसल फिलीपींस कैथोलिक (Catholic) देशों के एक समूह का हिस्सा है। कैथोलिक चर्च की वजह से ही इस देश में तलाक का कोई प्रावधान नहीं है। वर्ष 2015 में जब पोप फ्रांसिस फिलीपींस गए थे, तब वहां के धर्मगुरुओं से अपील की थी कि जो लोग तलाक लेना चाहते हैं, उनके प्रति सहानुभूति का नजरिया रखना चाहिए। लेकिन फिलीपींस में ‘तलाकशुदा कैथोलिक’ होना अपमानजनक है। फिलीपींस में तलाक नहीं लेने का प्रतिबंध सिर्फ ईसाइयों पर है। यहां की 6 से 7 फीसदी मुस्लिम आबादी अपने पर्सनल लॉ के मुताबिक तलाक ले सकती है। मुस्लिम समुदाय को अपने धार्मिक नियमों के अनुसार ऐसा करने की छूट दी गई है। इतना ही नहीं फिलीपींस के ईसाई धर्मगुरुओं ने पोप फ्रांसिस की इस अपील को भी अनसुना कर दिया था। वहां के लोगों को इस बात पर गर्व होता है कि दुनिया में फिलीपींस एकमात्र ऐसा देश है, जहां पर तलाक नहीं लिया जा सकता है। हालांकि फिलीपींस में तलाक को वैध बनाने वाला बिल पहले से है लेकिन राष्ट्रपति बेनिनो एक्विनो के समर्थन के बिना इसे कानून नहीं बनाया जा सकता है।
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