सोमवार, 14 दिसंबर 2020

दिल्ली-जयपुर हाईवे बंद करने का ऐलान किया

देशभर के टोल फ्री करवाने और दिल्ली-जयपुर हाइवे बंद करने का किसान संगठनों ने किया ऐलान
राणा ओबरॉय
सोनीपत। किसान संगठनों ने 12 दिसंबर को देशभर के टोल फ्री करने का एलान किया था। इससे पहले हरियाणा के करनाल और पानीपत में आंदोलनकारी किसानों ने शुक्रवार की देर रात ही बसताड़ा टोल प्लाजा और पानीपत टोल प्लाजा पर कब्जा कर लिया एवं बैरियर तोड़ दिया। साथ ही वाहनों की आवाजाही फ्री कर दी। इस दौरान मौके से पुलिस-प्रशासन नदारद रहा। सरकार की मंशा देखते हुए ही शुक्रवार को दिन भर किसान नेताओं में बातचीत का दौर चलता रहा और सभी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है। कि दिल्ली-अंबाला, दिल्ली-रोहतक-दिल्ली मुथरा और दिल्ली-गाजियाबाद हाइवे तो पहले से ही बंद किए हुए हैं। इनके साथ ही अब दिल्ली से जयपुर हाइवे को बंद किया जाएगा। इसके लिए किसान नेताओं को जिम्मेदारियां सौंप दी गई हैं। 
 वही जिले में नेशनल हाईवे-44 पर बसताड़ा और करनाल-जींद मार्ग पर प्योंत टोल प्लाजा को लेकर शुक्रवार की सुबह से ही किसान सक्रिय हो गये थे। किसानों ने मौके पर पहुंचकर शनिवार को टोल बंद रखने की कंपनी अधिकारियों से अपील की थी। इस दौरान टोल प्रबंधन ने एनएचएआई (राष्ट्रीय राजमार्ग प्रधिकरण) के आदेश पर ही निर्णय लेने की बात कही थी। इसके बाद इसकी जानकारी एनएचएआई और स्थानीय प्रशासन को भी दी गयी थी। 
इसके बाद डीसी निशांत कुमार यादव ने शनिवार की सुबह ही टोल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात करने की बात कही थी। लेकिन इससे पहले ही शुक्रवार की देर रात सैकड़ों की संख्या में पंजाब और हरियाणा के किसानों ने बसताड़ा टोल प्लाजा पर पहुंचे। यहां टोल फ्री करने के बाद जैसे ही वे आगे बढ़े एकबार फिर टोल कंपनी ने वसूली शुरू कर दी। ऐसे में दोबारा से किसानों ने लौटकर बैरियर तोड़ दिया। इसके बाद आगे जाकर आंदोलनकारी किसानों ने पानीपत टोल प्लाजा पर भी कब्जा कर उसे फ्री कर दिया।  
दूसरी ओर अन्नदाता भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरमुख सिंह ने कहा कि 13 दिसंबर को लोनी रोड बार्डर बंद करने का निर्णय भी लिया है। इसको लेकर हरियाणा व उत्तर प्रदेश के किसान संगठनों की बैठकों का दौर चल रहा है। रणनीति के तहत लोनी बार्डर रोड की ओर कूच किया जाएगा और किसानों के जत्थे वहां पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि टोल पर होने वाले प्रदर्शन के दौरान किसान दो बड़े औद्योगिक घरानों के उत्पादों का बहिष्कार भी करेंगे। वहीं 14 को जिला स्तर पर प्रदर्शन करने की भी किसानों द्वारा योजना बनाई जा रही है। 
किसान नेताओं और संगठनों के आह्वान पर 12 दिसंबर को गुलिया खाप तीसा की ओर से कुंडली-पलवल-मानेसर एक्सप्रेस हाइवे पर प्रदर्शन किया जाएगा। खाप नेताओं के अनुसार इस दौरान बादली में बनाए गए केएमपी टोल को बंद करवाया जाएगा, जबकि संगठनों की ओर से प्रस्तावित कंपनी के उत्पाद का बहिष्कार किया जाएगा। ढांसा बॉर्डर पर खाप के प्रधान विनोद गुलिया ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान विभिन्न खापों का समर्थन उनके साथ रहेगा। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर बादली के पास केएमपी के टोल प्लाजा को फ्री किया जाएगा। कल से प्रस्तावित कंपनी के किसी उत्पाद की खरीदारी नहीं करेंगे।
किसान नेताओं ने कहा कि सरकार इस परेशानी का समाधान नहीं चाहती किसानों की तरफ से आज भी सकारात्मक बातचीत के लिए रास्ता खुला हुआ है। लेकिन किसान तीनों कृषि कानून वापिस लेने से कम कुछ भी नहीं मानेंगे। इस बीच दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शन स्थल पर साफ-सफाई की स्थिति बिगड़ती जा रही है।  अब यहां कूड़े का अंबार लग गया है। कचरा गंदे शौचालय और ठहरा हुआ पानी बदूब पैदा कर रहे हैं। 

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