किसान आन्दोलन में शामिल एक और किसान ने की आत्महत्या
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ लगातार 28 दिनों से किसानो का आंदोलन जारी है। आपको बतादें कि सिंघु बॉर्डर पर एक बुजुर्ग किसान ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की है। किसान का नाम निरंजन सिंह और वह पंजाब के तरन-तारन के रहने वाले हैं। सोमवार रात 12:45 बजे के करीब निरंजन सिंह ने जहर खाया। इसके बाद उन्हें आनन-फानन में रोहतक पीजीआई में भर्ती कराया गया है। जहां वह खतरे से बाहर हैं। निरंजन सिंह ने जहर खाने से पहले एक नोट भी लिखा है। गौरतलब है, कि किसानों का आंदोलन जारी है। दिल्ली बॉर्डर पर दिन निकलते ही किसानों ने एक बार फिर से एनएच 9 को पूरी तरह से जाम कर दिया है। दिल्ली से गाजियाबाद आने वाली लेन पर भी किसान बैठे हैं। एनएच 9 को कल दोपहर से पूरी तरह जाम कर दिया गया था। किसानों का आरोप है, कि कुठार, पूरणपुर आदि में यूपी गेट आ रहे किसानों की ट्रालियां रोकी गई हैं। जिसके बाद आज सुबह किसानों ने एनएच-9 को पूरी तरह से बंद कर दिया है। वहीं कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली और आसपास डटे किसानों ने आंदोलन और तेज करने की कवायद शुरू कर दी है। किसानों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है। किसानों का समूह बारी-बारी से 24 घंटे की भूख हड़ताल पर बैठ रहा है। इधर पांच दौर की बैठक विफल रहने के बाद सरकार ने प्रदर्शन कर रहे किसानों से अगले दौर की बातचीत के लिए तारीख तय करने को कहा है। सरकार 40 किसान संगठनों से बातचीत के लिए तैयार है।
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