अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। इस्टैंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप (व्हाट्सऐप) काफी लंबे समय से भारत में अपनी पेमेंट सर्विस की शुरुआत करने की कोशिश कर रहा था। कंपनी भारत के डिजिटल पेमेंट मार्केट में आना चाहती थी, लेकिन अब जाकर उसकी मनोकामना पूरी हुई है। व्हाट्सऐप को भारत में पेमेंट सेवा शुरू करने की मंजूरी मिल गई है।
नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने देश में व्हाट्सऐप पेमेंट को इस शर्त पर इजाजत दी है कि फिलहाल इसे सिर्फ 2 करोड़ यूजर्स के लिए ही जारी किया जाएगा। बाद में व्हाट्सऐप अपने यूपीआई यूजर बेस को चरणबद्ध तरीके से बढ़ा सकता है। भारत में व्हाट्सऐप यूजर्स की संख्या 40 करोड़ से अधिक है। चुनिंदा यूजर्स को जल्द ही व्हाट्सऐप पर पेमेंट का ऑप्शन मिल जाएगा।
व्हाट्सऐप पे को मंजूरी मिलने से देश में गूगल पे, फोन पे, पेटीएम और जियो पे को कड़ी टक्कर मिलेगी। इसकी वजह यह है कि पेमेंट के लिए लोगों को अलग से ऐप इंस्टॉल करना नहीं होगा। कंपनी पिछले दो साल से भारत में व्हाट्सऐप पे की टेस्टिंग कर रही है। व्हाट्सऐप को सिर्फ भारत सरकार की ओर से हरी झंडी मिलने का ही इंतजार था। कई हजार यूजर्स पहले से ही बीटा वर्जन पर व्हाट्सऐप पे का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में उम्मीद है कि कंपनी जल्द ही व्हाट्सऐप पे को भारतीय यूजर्स के लिए जारी करेगी।
एनपीसीआई ने व्हाट्सऐप को हरी झंडी देने के साथ ही थर्ड पार्टी ऐप के लिए यूपीआई लेनदेन की सीमा तय कर दी है, जो 1 जनवरी, 2021 से लागू होगी। नए नियम के मुताबिक एक थर्ड पार्टी ऐप यूपीआई ट्रैंजैक्शन का अधिकतम 30 प्रतिशत ही लेनदेन कर सकती है। उदाहरण के लिए यदि कुल यूपीआई ट्रैंजैक्शन 100 है तो कोई एक थर्ड पार्टी ऐप जैसे व्हाट्सऐप पे, पेटीएम, गूगल और जियो पे एक महीने में 30 प्रतिशत यानि 30 ट्रांजैक्शन ही कर सकती है। यह फैसला यूपीआई पर किसी एक ऐप का एकाधिकार कम करने के लिए लिया गया है।
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