रजनीकांत अवस्थी
रायबरेली। संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं आरटीआई जागरूकता संगठन के राष्ट्रीय प्रभारी एवं राष्ट्रीय अनुशासन मंत्री ज्ञान प्रकाश तिवारी ने बतौर मुख्य अतिथि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण किया, और दीप जलाकर संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा तथा वहां मौजूद लोगों को सविधान के विषय में जानकारी दी।
आपको बता दें कि, शपथ दिलाते हुए श्री तिवारी ने कहा कि, जिस दिन देश आजाद हुआ और देश में पहली बार 26 जनवरी 1950 को संविधान तैयार होकर लागू हुआ, उस दिन से रानी के पेड़ से राजा का पैदा होना बंद हो गया। देश में गरीब के बच्चों को भी देश का राजा बनने का मौका मिलने लगा। संविधान की वजह से ही देश के प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री, मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव, मायावती, नीतीश कुमार, नरेंद्र मोदी मामूली घर का होने के बावजूद देश और प्रदेश का राजा बनने का गौरव प्राप्त किया।
यह जानकारी उन्होंने देते हुए कहा कि, हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, ठाकुर, पंडित, बनिया, ओबीसी, एससी घर के बच्चे आईएएस आईपीएस बनने का गौरव संविधान की वजह से ही प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि, जब तक देश में संविधान है, तब तक देश का लोकतंत्र जिंदा है। इसलिए हम सबकी जिम्मेदारी है कि, हम सब संविधान की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहें। इस अवसर पर भारतीय संविधान को मनाने वाले रमेश चंद चौरसिया, प्रदेश संरक्षक जिलाध्यक्ष राम बहादुर यादव, गीतेश दीक्षित, हरीश रावत आदि लोग उपस्थित रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.