गाज़ियाबाद की इस स्कूल समिति ने मददगार वकील से ही हड़प लिए 8 करोड़ रुपए
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। गाज़ियाबाद में कविनगर थाने के निकट स्थित होली एंजिल पब्लिक स्कूल समिति के पदाधिकारियों द्वारा एक वकील को अपने झांसे में फंसाकर मदद के नाम पर 8.038 करोड़ रुपए हड़पने का मामला प्रकाश में आया है। इतना ही नहीं समिति के पदाधिकारियों ने समिति का चार्ज वकील को सौंपने के बाद मेरठ के डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय में वकील के विरुद्ध आपत्ति भी दर्ज करा दी है। रकम वापस मांगने पर एडवोकेट को अब परिवार समेत जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इस संबंध में समिति के सात पदाधिकारियों समेत आठ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस छानबीन के बाद मामले में कार्रवाई की बात कर रही है।
मामला नेहरू नगर थर्ड में रहने वाले रघुवीर सिंह एडवोकेट से जुड़ा है। वह पहले दिल्ली पटियाला हाउस कोर्ट में प्रैक्टिस करते थे, लेकिन वर्तमान में गाजियाबाद कचहरी में हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल समिति के पूर्व अध्यक्ष सिद्धार्थ जैन, पूर्व उपाध्यक्ष विपिन कुमार, पूर्व प्रबंधक शानू, पूर्व प्रबंधक साक्षी जिंदल, कोषाध्यक्ष अरुण कुमार गुप्ता और पूर्व कार्यकारिणी सदस्य प्रद्युम्न कुमार जैन एवं हिमांशु गुप्ता से उनकी मुलाकात वर्ष 2015 में हुई थी। यह मुलाकात विजय कुमार यादव नामक युवक द्वारा कराई गई थी। सिद्धार्थ जैन ने उन्हें बताया कि समिति के पदाधिकारियों से संबंध होने के चलते उन्होंने एक दिन उनसे समिति घाटे में जा रही है का हवाला देते हुए आर्थिक मदद करने की मांग की। जिस पर उन्हें विभिन्न तारीखों में 8 करोड़ 38 हजार रुपए की मदद की गई। इसमें स्कूल के स्टाफ और बसों की बकाया धनराशि की मदद भी शामिल है। उन्होंने बताया कि 20 दिसंबर वर्ष 2019 को समिति के पदाधिकारियों ने उनसे कहा कि स्कूल समिति का चार्ज आप संभाल लो और इसे जैसे चलाना है चलाओ।
आरोप है कि इसके बाद पदाधिकारियों ने साजिश के तहत कूटरचित दस्तावेज तैयार कर साइन कराने के बाद उन्हें डिप्टी रजिस्ट्रार फर्म्स सोसाइटीज एवं चिट्स मेरठ कार्यालय में सम्मिट कर दिया। आरोप है कि जब इसके बाद रजिस्ट्रार कार्यालय से पदाधिकारियों से यह पूछा गया कि आप रघुवीर सिंह को समिति का कार्य सौंप रहे हैं तो पदाधिकारियों ने इस पर आपत्ति जता दी। पीड़ित ने बताया कि ठगी का पता चलने पर जब उन्होंने पदाधिकारियों से दी गई रकम वापस मांगी तो वह इधर-उधर की बातें करने लगे। आरोप है कि अब रकम बार-बार मांगने पर पदाधिकारियों द्वारा उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। पुलिस का कहना है कि इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कर जांच पड़ताल की जा रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
एसएसपी के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा
ठगी का शिकार हुए एडवोकेट रघुवीर सिंह ने बताया कि जब उन्हें यह एहसास हुआ कि उन्हें एक साजिश के तहत फंसाकर रकम ऐंठी गई है तो उन्होंने मामले की शिकायत कवि नगर पुलिस से करते हुए रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की। आरोप है कि बार-बार कहने के बाद भी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। इसके बाद वह एसएसपी कलानिधि नैथानी से मिले और पूरे मामले से अवगत कराते हुए मामले में रिपोर्ट दर्ज करने की गुहार लगाई। एसएसपी के आदेश के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है।
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