फतेहाबाद की बेटी सुमिता नैन छाई, जूनियर भारतीय हॉकी टीम में हुआ चयन
राणा ऑबरॉय
चंडीगढ़। हरियाणा खेलों में कितना आगे है। यह पूरा देश जानता है। इसी खेल को आगे बढ़ाते हुए जिला फतेहाबाद के गांव बैजलपुर की बेटी सुमिता नैन ने भारतीय हॉकी टीम के कैंप में जगह बना ली है। देशभर से 37 जूनियर महिला हॉकी खिलाड़ियों का हॉकी कैंप के लिए चयन हुआ है। इनमें फतेहाबाद जिले से एकमात्र खिलाड़ी सुमिता नैन अपने गांव से हॉकी प्रशिक्षण कैंप के लिए बंगलूरू स्थित साईं सेंटर रवाना हुई। बंगलूरू में 22 नवंबर से 31 दिसंबर तक जूनियर भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए कैंप चलेगा। पूरे हरियाणा से बंगलूरू कैंप के लिए सात खिलाड़ियों का चयन हुआ है।
सुमिता नैन इससे पहले हॉकी में कई बार लोहा मनवा चुकी है। वर्ष 2016 में इंडिया सब जूनियर 7वीं हॉकी चैंपियनशिप व इंडिया जूनियर महिला हॉकी चैंपियनशिप में सुमिता का बेहतर प्रदर्शन रहा था। वर्ष 2017 में एक बस दुर्घटना में सुमिता के दाहिने पैर पर गंभीर चोट आई थी। इस कारण वह एक साल ग्राउंड से दूर रही। मगर सुमिता का हौसला कमजोर नहीं हुआ और फिर से उसने कड़ी मेहनत के साथ खेल को और भी ज्यादा तराशा। वर्ष 2019 में भारतीय महिला जूनियर 9वीं चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल लेकर अपना लोहा मनवाया और उसी उपलब्धि के कारण उसका चयन इस कैंप के लिए हुआ है।
जूनियर नेशनल हॉकी खिलाड़ी सुमिता नैन कोरोना महामारी के दौरान साई सेंटर हिसार से अपने गांव बैजलपुर लौट आई थी। लॉकडाउन के दिनों में राजकीय उच्च विद्यालय बैजलपुर के हॉकी ग्राउंड में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी संदीप कुमार नैन व कोच रणसिंह की देखरेख में नियमित अभ्यास जारी रखा। सुमिता के पिता जगदीश नैन सहित सभी परिजनों ने उम्मीद जताई है कि सुमिता का चयन राष्ट्रीय टीम में भी होगा और वह अपने गांव का नाम रोशन करेंगी।
सुमिता के पिता हॉकी खिलाड़ी जगदीश नैन ने बताया कि सुमिता ने कोरोना महामारी के बीच भी अपना अभ्यास लगातार जारी रखा है। बंगलूरू कैंप में उसे अपनी प्रतिभा को निखारने का और मौका मिलेगा। पूरी उम्मीद है कि सुमिता एक दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी खेलेगी।
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