इन्कम टैक्स रिफ़ंड मिलने में हो सकती है देरी, सॉफ्टवेयर हो रहा है अपग्रेड
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। अगर आपने वर्ष 2020-21 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल कर दिया और अभी तक रिफंड नहीं मिला है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। दरअसल, जिन्होंने इस साल के लिए आइटीआर फाइल किया है। उनमें से अधिकतर को अभी तक इनकम टैक्स रिफंड नहीं मिला है। जब कर करदाताओं ने इसके खिलाफ आवाज उठाई तो आयकर विभाग ने कहा कि आइटीआर की तेजी से प्रोसेसिंग के लिए सॉफ्टवेयर को अपग्रेड किया जा रहा है। इस टेक्निकल अपग्रेड के कारण इनकम टैक्स रिफंड में देरी हो सकती है।
दरअसल जून-जुलाई में ही रिटर्न फाइल करने वाले कर दाताओं को रिफ़ंड न मिलने पर उन्होंने ट्विटर पर आवाज उठाई। इसके बाद इनकम टैक्स विभाग ने ट्वीट के जरिये बताया कि टैक्सपेयर को अच्छी सेवाएं देने और आइटीआर की तेज प्रोसेसिंग के लिए नए टेक्नोलॉजिकल अपग्रेडेड प्लेटफॉर्म ( सीपी सी 2.0) पर जा रहे हैं।
खबर के अनुसार विभाग ने बताया कि असेसमेंट ईयर 2020-21 का इनकम टैक्स रिटर्न सीपीसी 2।0 के जरिए प्रोसेस किया जाएगा। इस वजह से रिफंड में देरी हो रही है। हालांकि इनकम टैक्स विभाग ने नए सीपीसी 2।0 प्लेटफॉर्म पर माइग्रेशन और असेसमेंट ईयर 2020-21 के इनकम टैक्स रिटर्न की प्रक्रिया शुरू होने की कोई टाइमलाइन नहीं बताई है। मौजूदा समय में सभी तरह के इनकम टैक्स रिटर्न बेंगलुरु स्थित सेंट्रलाइज्ड प्रोसेसिंग सेंटर से प्रोसेस किए जाते हैं। सीपीसी 2।0 प्लेटफॉर्म शुरू होने से टैक्सपेयर्स को कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी और आइटीआर की प्रोसेसिंग काफी तेज हो जाएगी।
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