नई दिल्ली/ बीजिंग। दक्षिण चीन सागर में दादागिरी दिखा रहे चीन को भारत ने इशारों ही इशारों में बेहद कड़ा संदेश दिया है। भारत ने साउथ चाइना सी में विश्वास को नष्ट करने वाली ‘कार्रवाई’ और ‘घटनाओं’ पर चिंता जताई। साथ ही भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों के पालन, क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान के महत्व पर जोर दिया। भारतीय विदेश मंत्री ने 15वें ईस्ट एशिया शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए एस जयशंकर ने हिंद-प्रशांत इलाके के बारे में बात की और इस क्षेत्र के बढ़ते महत्व की ओर ध्यान आकर्षित कराया जो आसियान के 10 देशों का एकीकृत और मूलभूत नौवहन क्षेत्र है। जयशंकर ने हाल ही में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में कई देशों की ओर से की गई हाल की घोषणाओं की ओर भी ध्यान दिलाया।
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