मंगलवार, 10 नवंबर 2020

भारत के हिमायती है 'अमेरिकी बिडेन'

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बिडेन 1970 के दशक के दौर से ही भारत-अमेरिका के बीच मजबूत संबंधों के हिमायती रहे हैं। साल 2008 में दोनों देशों के बीच असैन्य परमाणु समझौते के लिए सीनेट की मंजूरी दिलवाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी तथा आतंकवाद निरोधी कई विधेयकों का उन्होंने समर्थन भी किया। वर्ष 2001 में जो बिडेन सीनेट की विदेशी संबंध समिति के अध्यक्ष थे और उन्होंने तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश को पत्र लिखकर भारत पर लगे प्रतिबंधों को हटाने की मांग की थी। असैन्य परमाणु समझौते को अमलीजामा पहनाने के लिए जब दोनों देशों के बीच गहन बातचीत चल रही थी तब जो बिडेन सीनेट में भारत के एक महत्वपूर्ण सहयोगी के तौर पर मौजूद थे। वह समझौता दोनों मजबूत लोकतंत्रों के बीच संबंधों को और गहरा करने के लिए एक नींव साबित हुआ। इस प्रकार हम देखते हैं कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बिडेन भारत के बारे में सकारात्मक विचार रखते रहे हैं। अब वह राष्ट्रपति बन गये तो दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे। भारत जब अपना 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा था, तब अमेरिका के एक डेमोक्रेट नेता ने कहा था कि मैंने सीनेटर और अमेरिका के उपराष्ट्रपति के तौर पर भारत के साथ काम किया है और मेरा ये अनुभव है कि अगर अमेरिका और भारत गहरे दोस्त बन जाएं तो पूरी दुनिया सुरक्षित हो जाएगी। अब वह अवसर आ गया है। उनका साथ देने के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भी हैं। भारतीय मूल की कमला हैरिस पहले से ही भारत के प्रति सहानुभूति प्रदर्शित करती रही हैं।               


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