भानु प्रताप उपाध्याय
श्रवण कुमार का चरित्र अभिनय देख हृदय- विभोर हुए दर्शक।
शामली। अब्दुल्ला खा में चल रही रामलीला मंचन के माध्यम से माता-पिता भक्त श्रवण कुमार का अभिनय देख दर्शक हृदय विभोर हुए। गढ़ी अब्दुल्ला खा में रामलीला मंचन कार्यक्रम चल रहा है। जिसमें श्रवण कुमार का चित्रण दर्शाया गया। जिसमें श्रवण के अंधे माता पिता तीर्थ यात्रा की इच्छा जताते हैं। वर्द्ध माता-पिता की इच्छा को पूरी करने के लिए श्रवण कुमार अपने कांधे पर बैठाकर तीर्थ धाम की यात्रा कराते हैं।रास्ते में प्यास लगने पर श्रवण को जल लाने के लिए कहा जाता है। जैसे ही श्रवण जल का लोटा भरते हैं। उसी समय अयोध्या के महाराज दशरथ के बाण से श्रवण स्वर्ग सुधार जाते हैं। पानी लेकर जब महाराज दशरथ श्रवण के माता पिता के पास पहुंचते हैं। वह उनसे श्रवण के स्वर्ग सिधारने की पूरी कहानी बयां करते हैं। पुत्र के न रहने पर श्रवण के माता-पिता महाराज दशरथ को श्राप देकर अपने प्राण त्याग देते हैं। अभिनय कलाकार श्रवण मंगे राम, माता सनी, पिता चतुर, दशरथ जगपाल सैनी के अभिनय से दर्शक हृदय विभोर हो गए।
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