गुरुवार, 22 अक्टूबर 2020

मानक के अनुरूप मास्क का उपयोग नहीं होता

लंदन। भारत-ब्रिटेन सहित विभिन्न देशों में सार्वजनिक स्थलों में प्रवेश के लिए जुलाई अंत से ही मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया था। हालांकि, यू-गव के हालिया सर्वे की मानें तो बड़ी संख्या में लोगों ने बार-बार इस्तेमाल में लाए जाने वाले मास्क को तभी से नहीं धोया है। डिस्पोजेबल मास्क का प्रयोग करने वाले लोग तो उसे फेंकने के बजाय लगातार लगाते आ रहे हैं।शोधकर्ताओं की मानें तो अकेले ब्रिटेन में ही 85 फीसदी लोग कपड़े के मास्क को इस्तेमाल के बाद अच्छे से नहीं धो रहे। 15 फीसदी ने बीते तीन महीने में न तो मास्क को एक बार भी धोया है, न ही उसे धूप दिखाई है। वहीं, डिस्पोजेबल मास्क लगाने वाले आधे से ज्यादा लोगों ने उसे इस्तेमाल के बाद नहीं फेंका है। धूप दिखाए बिना ही वे मास्क को बार-बार प्रयोग में ला रहे हैं।                 


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