नई दिल्ली। टैक्स की न्यूनतम दरों, रॉयल्टी, अन्य दायित्वों पर भी सहानुभूतिपूर्वक विचार करना जरूरी। तभी अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय वस्तुओं के लिए होगी मुकाबले की राह आसान। उद्योगों के लिए बिजली की दरों पर भी ध्यान देना आवश्यक, एक्सचेंज और वितरण की दरों में बड़ा फर्क। कोयले से गैस बनाने की तकनीक (सीजीपी) से देश को बहुत लाभ होगा क्योंकि कोयले से रासायनिक ऊर्जा तैयार की जाती है जो उद्योग-कृषि सभी के लिए लाभदायक। जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) के चेयरमैन श्री नवीन जिन्दल ने आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा को सरकार की दूरदर्शी सोच बताते हुए कहा कि इसके लिए उद्योगों का तीव्र विकास आवश्यक है और उद्योगों का त्वरित विकास कच्चे माल की आसानी से उपलब्धता पर निर्भर करता है।
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