अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। लोनी के विकास की बहुत बढी विडम्बना है कि जब सत्ता पक्ष की सरकार केन्द्र से लेकर विधानसभा और नगर क्षेत्र तक है। जब भी लोनी के नागरिक गलियो मे खंडंजा नालिया, सीवर और जल भराव जैसी दुर्गम स्थितियों के लिए सिर्फ आश्वासन पाते है या उनका कार्य होता ही नही है, अगर होता भी है तो सिर्फ सरकारी फाईलों मे होता नजर आता है, या सिर्फ सत्ता पक्ष की जो चापलूसी करते है उनको खुश करने के लिए यहां के नेतागण अधिकारियो और ठेकेदारो के साथ मिलकर उनका थोडा-मोटा विकास कार्य करा देते है। आज भी लोनी मे आप जब घूमने या बाजार से घर का कोई सामान लेने निकलेगे तो आप सिर्फ धूल मिट्टी से होने वाली संक्रमित बिमारी के शिकार होते चले जाएगे, यह देखकर बहुत गुस्सा भी आता है और दुख भी कि आखिर हम सभी बहार से आए लोग लोनी को बसाने आए है और लोनी को अपना घर बनाने की कोशिश मे लगे हुए है। परन्तु लोनी मे पिछले 35 साल से जो भी विधायक या चेयरमेन आए है। वो सदैव सरकारी फंड का रोना रोते है या आश्वासन देकर अपनी जनता के प्रति अपनी जवाबदेही से बचना चाह रहे है, यही उम्मीद यहां के लोगो को बसपा सरकार मे रही और यही उम्मीद सपा सरकार मे रही परन्तु अब जब भाजपा की सरकार है तो उसमे विकास कार्य बहुत कम नजर आता है। सिर्फ सरकारी फंड नही है या आश्वासन की बोछार शुरू हो जाती है। इसमें कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार की बू भी आती है। बस, मेरा तो सवाल यही है कि आम जनता को उग्र या इमोशनली करके वोट कब तक पाया जा सकता है। जनता अपनी बुनियादी जरूरतों को भी पूरा होना देखना चाहती है। परन्तु यहां तो सत्ता पक्ष के लोगो मे आपसी महत्वाकांक्षा और वैर भाव के कारण कार्यकर्ताओं और नेतागणों मे आपसी समन्वय की बहुत ही कमी है। जिसके कारण लोनी का विकास रूक सी गया है जिस पर विचार करना बहुत जरूरी है कि देश की राजधानी नई दिल्ली के सबसे नजदीक होने पर भी यहां विकास के कार्य क्यो नही हो पा रहे है और आम जनता आज भी बिजली के तेज रीडिंग के बिलो से बहुत पीडित है और गलियो नालियो और सीवर जैसी बुनियादी आवश्यकता से कोसो दूर है। मुझे मालूम नही आखिर लोनी का नाम बदलकर परशुराम नगर किस उद्देश्य से किया जा रहा है जब लोनी मे विकास ही थका हुआ नजर आता है तो उसमे भगवान परशुराम के नाम को क्यो घसीटा जा रहा है। अब यह तो यहां के माननीय सत्ता पक्ष और विपक्ष के समझदार नेतागणों को सोचना है कि वह विकास की वर्षा यहां करेगे या नही।
कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष, संदीप गुप्ता
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