आनंद भोई
पिथौरा। अर्जुनी वन परिक्षेत्र में विद्युत तार को चबा लेने से एक मादा भालू की मौत हो गई। ज्ञात हो कि वन क्षेत्र महाराजी से छाता पहाड़ तक करीब 5 किमी दूर तक विद्युत विभाग द्वारा वन विभाग की अनुमति के बगैर ही तार खींच दी गई थी जो कि विगत दिनों से टूट कर जंगल में बिखरी पड़ी थी। मामले में विद्युत विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ वन संरक्षण अधिनियम 1972 एवं वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1980 के विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है। विभागीय सूत्रों के अनुसार कसडोल उप वनमण्डल के अर्जुनी वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आरक्षित वन कक्ष क्र 377 छाता पहाड़ के पास विद्युत तार के ऊपर पेड़ की डंगाल टूटकर गिर जाने के कारण तार जमीन पर आ गया था, इस बात की जानकारी होते ही वन विभाग के मैदानी कर्मचारियों ने अपने उच्च अधिकारियों को दी।
गुरुवार, 3 सितंबर 2020
विभाग की लापरवाही से भालू की मौत
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