सदन की गरिमा गिराने वाले निलंबित सांसदों ने किया गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन।
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। रविवार को राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच केंद्र सरकार विपक्ष के विरोध के बीच दोनों बिलों को राज्यसभा में पास कराने में सफल रही। किन्तु इस दौरान विपक्षी दलों के कुछ सांसदों के कारण सदन की मर्यादा तार-तार हो गई। विपक्ष के कई सांसद मर्यादा को लांघ कर उपसभापति के चेयर तक पहुंच गए। इस दौरान माइक तोड़ दिए गए और रूल बुक भी फाड़ दी गई। कुछ सांसदों पर सदन के मार्शलों के साथ दुर्व्यवहार करने की भी खबर है।
सांसदों की शर्मनाक हरकत के लिए आज सभापति वैंकेया नायडू ने राज्यसभा के आठ सांसदों को एक सप्ताह के लिए सस्पेंड कर दिया है। निलंबित किए गए सांसदों में डेरेक ओ ब्रायन, संजय सिंह, राजू सातव केके रागेश, रिपुन बोरा डोला सेन सैयद नजीर हुसैन और एलमारन करीम शामिल हैं।सभापति वैंकेया नायडू ने कहा।कल राज्यसभा के लिए बुरा दिन था।जब कुछ सदस्य सदन के वेल में आए। इस दौरान डिप्टी चेयरमैन को शारीरिक रूप से खतरा था। यह दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। मैं सांसदों को सुझाव देता हूं।कृपया कुछ आत्मनिरीक्षण करें।विपक्ष के 12 दलों ने रविवार को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया। कार्यवाही के स्थगन के विपक्षी दलों के अनुरोध की अनदेखी के बाद जिस तरह से सदन में दो कृषि विधेयकों को पारित किया गया।उसे लेकर ही यह नोटिस दिया गया है।
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