रजनीकांत अवस्थी
भदोखर/रायबरेली। जनपद पुलिस के नकारे पन का नतीजा यह है कि, विगत 18 नवंबर 2018 को जिस महिला के साथ गैंग रेप किया गया, पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा भी दर्ज किया, न्यायालय द्वारा अभियुक्तों के खिलाफ गैर जमानती वारंट के अलावा 82 सीआरपीसी की कार्यवाही भी की गई, किंतु पुलिस अब तक एक भी अभियुक्त को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पीड़िता को लगातार अभियुक्तों द्वारा धमकियां दी जा रही हैं, लेकिन पुलिस बेखबर है, और पीड़िता को इंसाफ की गुहार के लिए रायबरेली पुलिस अधीक्षक के कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन पर बैठना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि, घटना थाना भदोखर के गांव कल्याणपुर रैली गांव की है। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि, उसके साथ दबंग किस्म के कुछ लोगों ने विगत 18 नवंबर 2018 को सायं 7:00 बजे घर में घुसकर जबरन दुराचार किया था। एफआईआर दर्ज होने के बाद गैंग आरोपियों के ख़िलाफ़ न्यायालय द्वारा 31 जनवरी 2019 को गैर जमानती वारंट जारी हुआ था। फिर भी 6 महीने बीत जाने के बाद पुलिस एक भी अभियुक्त को गिरफ्तार नहीं कर पाई। न्यायालय ने 82 सीआरपीसी की कार्यवाही करते हुए चारों अभियुक्तों के विरुद्ध पुलिस को कार्यवाही के आदेश दिए थे, लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है, और हद तो तब खत्म हो गई, जबकि न्यायालय में पता चला कि, बलात्कारियों से मिलीभगत के चलते पुलिस ने इसी दौरान मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी। उसके बाद से पीड़िता को आए दिन अपनी f.i.r. वापस लेने की बात कहते हुए तेजाब डालकर जिंदा जला देना की धमकियां दी जा रही है। जिससे पीड़िता को भारी खतरा पैदा हो गया है।
पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाते हुए भुक्तभोगी ने मांग की है कि, उसके मामले को किसी उच्चाधिकारी द्वारा विवेचना कराई जाए, ताकि उस को न्याय मिल सके। पीड़िता ने यह भी कहा है कि, यदि उसे न्याय नहीं मिलता है, तो पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने धरने पर वह बैठी रहेगी। चाहे उसकी जान ही चली जाए। इसी के साथ उसने सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार क्या वास्तव में पीड़ित महिला को न्याय दिला पाएगी, और दिला पाएगी, तो कब तक। यह देखने वाली बात होगी।
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