हरियाणा में छात्रों को बड़ी राहत, रजिस्ट्रेशन और प्रोस्पेक्टस फीस माफ।
राणा ओबरॉय
चंडीगढ़। सूचना प्रौद्योगिकी के युग में एक कदम और आगे बढ़ते हुए तथा कोविड -19 महामारी संकट को एक अवसर में बदलते हुए आज मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने नए शैक्षणिक सत्र में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एक ऑनलाइन एडमिशन प्लेटफॉर्म लॉन्च किया। इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से छात्र घर बैठे ही प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे।
इसके अलावा, मनोहर लाल ने छात्रों के किसी भी प्रवेश संबंधी प्रश्नों को हल करने के लिए अपनी तरह का पहला शैक्षणिक व्हाट्सएप चैटबॉट ‘आपका मित्र’ भी लॉन्च किया। छात्रों को प्रवेश, छात्रवृत्ति के संबंध में कोई भी जानकारी प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप चैटबॉट नंबर 7419444449 पर एक मैसेज भेजना होगा।
साथ ही, उच्चतर शिक्षा विभाग का नया वेब पोर्टल, 158 सरकारी कॉलेजों की वेबसाइट और राज्य में शोध को बढ़ावा देने के लिए विभाग द्वारा तैयार जर्नल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंस ऑनलाइन अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं का भी शुभारंभ किया।
कोविड-19 महामारी के चलते विभिन्न स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले छात्रों को राहत देते हुए, पंजीकरण और प्रोस्पेक्टस शुल्क को भी माफ किया गया है। छात्रों को उनके एडमिशन फॉर्म भरने में मदद करने के लिए एक शिकायत निवारण हेल्पडेस्क नंबर 18001373735 शुरू किया गया है। जबकि विकलांग व्यक्ति मोबाइल नंबर 7419444449 पर मिस्ड कॉल देकर एडमिशन फार्म भरने के लिए सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
इस वर्चुअल लॉन्च के दौरान, हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल व उच्चतर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव श्री अंकुर गुप्ता और महानिदेशक श्री अजीत बालाजी जोशी भी उपस्थित थे।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऑनलाइन एडमिशन पोर्टल शुरू किया गया है ताकि छात्र घर बैठे ही एडमिशन प्रक्रिया पूरी कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी देश या राज्य का विकास इस बात पर निर्भर करता है कि उसके नागरिक कितने शिक्षित हैं। शिक्षा हर देश को हर क्षेत्र में विकसित करने में अहम भूमिका निभाती है, इसलिए हरियाणा में हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि राज्य का प्रत्येक युवा शिक्षित और संस्कारित हो, ताकि वह अपने देश और राज्य को विकास के पथ पर आगे ले जाने में योगदान दे सके।
उन्होंने कहा कि उच्चतर शिक्षा में यह सुनिश्चित करना होगा कि अनुसंधान पर अधिक ध्यान दिया जाए और इसके लिए हरियाणा में अधिक से अधिक कॉलेज और विश्वविद्यालय खोले गए हैं। शिक्षा के साथ-साथ कौशल भी समान रूप से महत्वपूर्ण है और इसके लिए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय खोला गया है।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के स्तर को भी ऊपर उठाने का प्रयास किया जाना चाहिए। इसके साथ ही छात्रों के तकनीकी कौशल को भी बढ़ावा देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विदेशी विश्वविद्यालयों को भी हरियाणा में अपना कैंपस स्थापित करने के लिए आकर्षित करने की दिशा में बढऩा होगा ताकि राज्य के युवाओं को लाभ मिल सके। राज्य सरकार छात्रों के हित को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल ने कहा कि ऑनलाइन सिस्टम प्रवेश प्रक्रिया को सुदृढ़ और पारदर्शी बनाएगा। उन्होंने उच्चतर शिक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की भी सराहना की जिन्होंने इस ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म को विकसित करने में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में शिक्षा हमेशा राज्य सरकार का केंद्र बिंदु रही है। सरकार द्वारा 2020-21 के बजट में शिक्षा क्षेत्र में एक प्रमुख वित्तीय प्रोत्साहन देने, 15 किलोमीटर के दायरे में कॉलेजों को स्थापित करने, राज्य के युवाओं में शिक्षा और कौशल को बढ़ावा देने जैसी विभिन्न पहल की गई हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने 1,000 नए स्कूल खोलने का फैसला किया है। हमारा ध्यान बच्चों को रोजगार के योग्य बनाना है। प्रदेश में नए मॉडल संस्कृति विद्यालय भी खोले जाएंगे।
उच्चतर शिक्षा विभाग के महानिदेशक श्री अजीत बालाजी जोशी ने बताया कि उच्चतर शिक्षा विभाग के सहयोग से एनआईसी द्वारा ऑनलाइन एडमिशन पोर्टल विकसित किया गया है। इस प्लेटफॉर्म के जरिए छात्र घर बैठे ही प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि छात्रों को प्रवेश के लिए शारीरिक रूप से कॉलेज नहीं आना पड़ेगा। विभाग ने विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और छात्रों से संबंधित सभी सूचनाओं को सुविधाजनक बनाने के लिए एक व्हाट्सएप चैटबॉट भी विकसित किया है।
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