पुलिस की शान टोपी और वर्दी फिर परहेज क्यो
चरवा थाने के दरोगा से लेकर सिपाही तक करते हैं बिना वर्दी के डियूटी
इसी बीच मे चरवा थाने का एक सिपाही बिना नेम प्लेट के ही कर रहा है डियूटी
कौशांबी। चरवा कौशाम्बी चरवा थाने के दरोगा से लेकर सिपाही तक टोपी व नेम प्लेट लगाने से कतराते हैं। चरवा थाने क्षेत्र के बेरुवा चौराहे पर शनिवार को वाहन चेकिंग के दौरान दरोगा बिना व माक्स टोपी के नजर आए और सिपाही तो बिना नेम प्लेट के ही दिखाई पड़े पुलिस की शान उसकी वर्दी और टोपी नेमप्लेट आदि है। बरियावा चौकी इंचार्ज लखनलाल मिश्रा तो हाफ पैंट पहन कर डियूटी करते दिखाई दिए है।
इसी के भरोसे तो आम जनता पुलिस को कानून का रखवाला मानती हैं। लेकिन अफसोस कौशाम्बी जनपद के चरवा थाने के दरोगा से लेकर सिपाही तक टोपी पहनने से परहेज करने लगे हैं। पुलिस के लिए टोपी पहनना उतना ही जरूरी है।जितना पेंट-शर्ट, वर्दी पर नेम प्लेट, नंबर बैज, बेल्ट और जूते-मोजे। इनमें से कोई एक मौजूद न हो तो वर्दी पूरी नहीं मानी जाती। ट्रेनिंग में खासतौर पर इसकी जानकारी दी जाती है।इसके महत्व को समझाया जाता है। इसके बाद सेवा में आते ही उन्हें कैप पहनना अच्छा नहीं लगता। आज की रिपोर्ट टीम ने कौशाम्बी जिले में इसकी पड़ताल की। चरवा थाना से लेकर सिपाही तक बिना नेम प्लेट व टोपी के डियूटी करते मिले है।वर्दी टोपी के बिना डियूटी करने वाले इन पुलिस कर्मियों पर अब आलाधिकारियों का चाबुक कब चलेगा जनता इसके इंतजार में है।
सुशील दिवाकर
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